जयपुर. राजस्थान के मतदाताओं को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने का ऑनलाइन फार्मूला खूब रास आ रहा है. यही वजह है कि ऑनलाइन मतदाता पहचान पत्र डाउनलोड करने में पहले पायदान पर बने राजस्थान में 98.44 फीसदी मतदाताओं ने ऑनलाइन जबकि मात्र 1.56 फीसदी मतदाताओं ने ऑफलाइन मतदाता सूची में नाम जुड़वाया है. ऑनलाइन मतदाता सूची में नाम जुड़वाने से वोटर कार्ड में होने वाली गलतियों से ही निजात नहीं मिलेगी, बल्कि समय की भी बचत होगी.
पहले पायदान पर राजस्थान
भारत निर्वाचन आयोग की डिजिटल इपिक यानी मतदाता फोटो पहचान पत्र डाउनलोड करने में राजस्थान पहले पायदान पर है, राजस्थान के मतदाताओं को ऑनलाइन मतदाता सूची में नाम जुड़वाना खूब रास आ रहा है. राज्य निर्वाचन विभाग के आंकड़ों पर नजर डाले तो 2 लाख 31 हजार 784 मतदाताओं ने मतदाता सूची में नाम जुड़वाया है. जिसमे से 2 लाख 28 हजार 179 मतदाताओं ने ऑनलाइन तो मात्र 3 हजार 605 मतदाताओं ने ऑफ लाइन, 98.44 ऑनलाइन तो 1.56 मतदाताओं ने ऑफ लाइन मतदाता सूची में नाम जुड़वाया. सबसे ज्यादा भीलवाड़ा में 99.93 तो सबसे कम पाली में 86.52 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
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किस जिले में कितना मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए -
1- गंगानगर - 97.43 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
2- हनुमानगढ़ - 99.52 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
3- बीकानेर - 99.79 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
4- चूरू - 99.43 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
5 - झुंझुनू - 99.70 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
6- सीकर - 99.80 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
7- जयपुर - 97.91 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
8- अलवर - 99.90 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
9- भरतपुर - 98.52 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
10 - धौलपुर - 99.85 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
11- करौली - 93.60 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
12 - दौसा - 99.80 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
13- सवाई माधोपुर - 98.06 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
14- टोंक - 99.50 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
15- अजमेर - 87.68 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
16 - नागौर - 99.66 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
17 - पाली - 86.52 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
18 - जोधपुर - 99.30 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
19 - जैसलमेर - 99.03 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
20 - बाड़मेर - 97.40 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
21- जालौर - 92.07 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
22- सिरोही - 98.31 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
23 - उदयपुर - 97.16 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
24- डूंगरपुर - 98.97 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
25- बांसवाड़ा - 99.16 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
26 - चित्तौड़गढ़ - 98.11 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
27 - राजसमंद - 98.70 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
28 - भीलवाड़ा - 99.93 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
29 - बूंदी - 99.68 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
30 - कोटा - 98.39 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
31 - बारां - 99.43 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
32 - झालावाड़ - 98.00 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
33- प्रतापगढ़ - 95.45 मतदाताओं ने ऑनलाइन नाम जुड़वाए.
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ऑनलाइन आवेदन करने से क्या फायदे -
ऑनलाइन मतदाताओं के नाम जुड़वाने से मतदाता सूची में अक्सर होने वाली गलतियां नहीं होगी, क्योंकि मतदाता जब स्वयं अपना नाम मतदाता सूची में ऑनलाइन जोड़ेगा तो वह सही तरीके से अपडेट करेगा. इसके अलावा मतदान केंद्र पर जाकर नाम जुड़वाने में जो समय खर्च होता था उस की बचत होगी. इसके साथ ही जिन सरकारी कर्मचारियों की बीएलओ के रूप में नाम जोड़ने में ड्यूटी लगाई जाती थी, उसमें भी कमी आएगी और सरकारी कागजों सहित अन्य खर्च भी कम होंगे.
कैसे करे ऑनलाइन आवदेन -
- इसमे सबसे पहले नेशनल वोटर सर्विस पोर्टल https://www.nvsp.in पर जाएं.
- अगर आप मतदाता सूची में नया नाम Add करवाना चाहते हैं तो आपको Apply Online for Registration of New Voter पर क्लिक करना है.
- इसके बाद एक नया पेज ओपन होगा जो Form 6 का होगा. इसमें आपको अपना नाम, पता, फोटो, एड्रेस प्रूफ और आईडेंटिटी प्रूफ अपलोड करके सेंड करना है.
- यदि आपका निवास बदल गया है तो आपको मतदाता सूची से नाम हटाने के लिए फॉर्म 7 के जरिये आवेदन कर सकते हैं.
- यदि आपको अपना नाम पते में सुधार करवाना है तो आपको Correction of Entries in the Electoral Roll वाले ऑप्शन पर क्लिक करना है.
- इस ऑप्शन पर क्लिक करते ही Form 8 ओपन हो जायेगा. इस फॉर्म को भरकर आप अपने नाम या Address में सुधार करवा सकते हैं.
सर्वाधिक इपिक कार्ड में भी राजस्थान नंबर वन -
पिछले दिनों राज्य में मतदाताओं ने इपिक कार्ड को हाथों हाथ लिया. देश भर में सर्वाधिक इपिक कार्ड राजस्थान वासियों ने डाउनलोड किए हैं. राजस्थान में सर्वाधिक डाउनलोड जयपुर में हुए हैं, जहां लगभग 59.85% मतदाताओं ने अपने कार्ड ऑनलाइन डाउनलोड किये थे. भारत निर्वाचन आयोग ने 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर देश भर में इपिक को ऑनलाइन डाउनलोड करने की सुविधा शुरू की थी.