जयपुर. केंद्र सरकार की ओर से चलाए जा रहे वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में फंसे प्रवासियों को वापस राजस्थान लाया जा रहा है. वर्तमान में वंदे भारत मिशन का चौथा चरण चल रहा है. इस अभियान के तहत बुधवार को 4 फ्लाइट और 4 चार्टर विमान से 704 प्रवासी राजस्थानी जयपुर पहुंचे.
इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों के उतरने के बाद उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई. साथ ही चिकित्सकों की टीम की ओर से मेडिकल चेकअप भी किया गया. वहीं, इमिग्रेशन के बाद सभी प्रवासी राजस्थानियों को संस्थागत क्वॉरेंटाइन के लिए भिजवाया गया.
गृह जिलों में क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था
अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ.सुबोध अग्रवाल ने बताया कि, विदेशों से आने वाले प्रवासियों को उनके गृह जिलों में संस्थागत क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था की गई है. वहीं जयपुर में पेड संस्थागत क्वॉरेंटाइन के लिए 40 होटल चिन्हित किए हुए हैं. इसके अलावा जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से संस्थागत क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि संस्थागत क्वारंटाइन की अतिरिक्त व्यवस्था के लिए जयपुर के आसपास के जिलों में सीकर, दौसा, झुंझुनू, चुरु और नागोर में भी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के लिए निर्देशित किया गया है.
प्रदेश लौटे 10 हजार से प्रवासी
अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग सुबोध अग्रवाल ने बताया कि, अब तक से वंदे भारत मिशन के तहत 67 फ्लाइट से 10,300 प्रवासी राजस्थानी को जयपुर लाया जा चुका है. अग्रवाल ने बताया कि, वन्दे भारत मिशन का चौथा चरण चल रहा है. आने वाले दिनों में और प्रवासी राजस्थानी जयपुर आएंगे. सभी राजस्थानियों को उनके गृह जिलों में क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. साथ ही लगातार अधिकारियों भी दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं.
एयरपोर्ट को किया जा रहा सैनिटाइज
वाईपी सिंह ने बताया कि, एयरपोर्ट पर सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए व्यवस्था की गई है. साथ ही एयरपोर्ट को बार-बार सैनिटाइज भी किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हवाई किराया और होटल से लेकर सारा खर्चा यात्रियों को वहन करना है. एयरपोर्ट पर यात्रियों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करवाया गया है, जिन यात्रियों में कोरोना के लक्षण नहीं होंगे, उनका इमिग्रेशन क्लीयरेंस कराया जा रहा है.
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चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था
जयपुर एयरपोर्ट के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, वंदे भारत मिशन के तहत आने वाले सभी प्रवासी राजस्थानियों की एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है. वहीं, पुलिस का जाप्ता भी एयरपोर्ट पर तैनात किया गया है. ऐसे में पुलिस निगरानी के बीच ही सभी यात्रियों को संस्थागत क्वॉरेंटाइन में भेजा जा रहा है. वहीं, सभी यात्रियों को 7 दिन के संस्थागत क्वॉरेंटाइन में रहना होगा. उसके बाद उन्हें 7 दिन की होम क्वॉरेंटाइन में भी रखा जाएगा.
यात्रियों के पासपोर्ट CISF के अधिकारियों के पास
सीनियर कमांडेंट के मुताबिक यात्रियों के पासपोर्ट सीआईएसएफ के एक अधिकारी के पास है. इमीग्रेशन क्लीयरेंस के बाद ही यात्रियों को लगेज कलेक्शन के लिए ले जाया जाता है. इसके बाद यात्रियों को कस्टम क्लीयरेंस लेना होता है. फिर 20-20 के ग्रुप में यात्रियों को पुलिस को सौंपा जाता है.