जयपुर. पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने प्रदेश में 10 अप्रैल यानी आज एक दिन की हड़ताल का निर्णय लिया है. जिसके बाद प्रदेश भर में करीब 7000 पेट्रोल पंप बंद रहेंगे. एसोसिएशन सरकार की ओर से पेट्रोल और डीजल पर की गई अप्रत्याशित वैट वृद्धि का विरोध कर रहे हैं और विरोध स्वरूप 10 अप्रैल को एक दिन की हड़ताल का निर्णय लिया गया है.
पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार इसके बावजूद भी कोई निर्णय नहीं लेती है तो 25 अप्रैल से प्रदेश भर में पेट्रोल पंप पर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो जाएगी. पेट्रोलिमय डीलर्स एसोसिएशन ने राजस्थान सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल पर की गई अप्रत्याशित वैट वृद्धि के विरोध में शनिवार 10 अप्रैल को एक दिन की और दिनांक 25 अप्रैल 2021 से अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लिया है.
एसोसिएशन ने बताया कि 10 अप्रैल को सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक प्रदेश के पेट्रोल पंप किसी भी प्रकार की खरीद और बिक्री नहीं करेंगे. ऐसे में प्रदेश के लगभग 7000 पेट्रोल पंप बंद रहेंगे. इस हड़ताल के कारण लगभग 3 करोड़ लीटर पेट्रोल-डीजल की बिक्री प्रभावित रहेगी, जिससे सरकार की रोड सेस सहित 34 करोड़ के राजस्व की हानि होगी. इससे पहले एसोसिएशन की ओर से मुख्यमंत्री सहित सभी संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन देकर राजस्थान में वैट पंजाब के समान करने की मांगी की थी और वार्ता के लिये समय भी मांगा. ऐसे में एसोसिएशन का कहना है कि ना तो सरकार से वार्ता के लिए बुलाया और ना ही इस संबंध में कोई फैसला लिया. इस कारण पेट्रोल पंप डीलर्स को अपनी आजीविका बचाने के लिये मजबूरन हड़ताल का रास्ता चुनना पड़ा.
अब तक राज्य सरकार ने पैट्रोल पर वैट 26 प्रतिशत बढ़ाकर 38 प्रतिशत और डीजल पर 18 प्रतिशत से बढाकर 28 प्रतिशत कर दिया है. इस प्रकार डीजल पर कुल 10 प्रतिशत और पेट्रोल पर कुल 12 प्रतिशत की वृद्धि की गई. इसमें पेट्रोल पर 8 प्रतिशत और डीजल पर 6 प्रतिशत की वैट वृद्धि केवल कोराना काल में की गई. हालांकि, सरकार ने राज्य की जनता को कुछ राहत देते हुए पेट्रोल और डीजल पर 2 वैट कम किया है. लेकिन इसते आमजन और व्यापारियों को कोई सार्थक लाभ नहीं हुआ है और मंहगाई जस की तस है. सरकार की ओर से की गई इस वैट वृद्धि ने आमजन और पेट्रोल-डीजल से संबंधित सभी व्यापारियों की कमर तोड़कर रख दी है.