जयपुर. राजधानी जयपुर में मंत्री रमेश मीणा को पद से हटाने और अपनी 35 सूत्रीय मांगों को लेकर सरपंचों का महापड़ाव दूसरे दिन (second day of Sarpanch Mahapadav) भी चलता रहा. पहले दिन जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ हुई वार्ता के बाद आज सरपंचों को सचिवालय में अधिकारियों के साथ वार्ता के लिए बुलाया गया. लेकिन दोपहर1 बजे से लेकर शाम 7:30 बजे तक चली सरपंचों और अधिकारियों के बीच मैराथन वार्ता के बाद भी समझौता नहीं हो सका.
सरपंचों की ओर से मांगों को लेकर सरकार से लिखित आश्वासन की मांग करने के कारण समझौता नहीं हो सका. ऐसे में सरपंचों और अधिकारियों के बीच ये वार्ता बेनतीजा रही. अब कल फिर वार्ता हो सकती है. शासन सचिवालय में सरकार के अधिकारियों के साथ हुई वार्ता में कुछ बिंदुओं पर सहमति बनीं. लेकिन सरपंच संघ प्रतिनिधिमंडल ने लिखित आदेश की बात कही.
ऐसे में कल फिर सरकार के साथ सरपंच संघ की वार्ता हो सकती है. मीडिया से बात करते हुए सरपंच संघ ने कहा कि आज सकारात्मक चर्चा हुई है. हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री स्तर पर ये वार्ता हो. जिससे जल्द इसका निष्कर्ष निकल सके. उन्होनें कहा कि उनकी नाराजगी मंत्री रमेश मीणा से नहीं है. लेकिन जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती वो अपना महापड़ाव जारी रखेंगे. भले ही सरपंच कहने को यह कह रहे हो कि रमेश मीणा से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मंत्री रमेश मीणा के साथ वार्ता को तैयार हैं, इस पर संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि वो सीएम गहलोत के साथ ही बैठक में मंत्री रमेश मीना से चर्चा कर सकते है. इसके अलावा दूसरी जगह नहीं. सरपंचों के साथ सचिवालय में वार्ता बेनतीजा रहने पर धरना स्थल पर बड़ी तादाद में पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया गया है.