ETV Bharat / city

राजधानी में बढ़े 66% महिला अपराध, पुलिस का कहना - मुकदमे दर्ज होने से बढ़ा आंकड़ा - जयपुर में बढ़े महिला अपराध

राजधानी जयपुर में बीते साल में महिला अपराधों में खासी बढ़ोतरी हुई है. बात अगर आंकड़ों की की जाए तो साल 2018 की तुलना में साल 2019 में यह इजाफा 66 फीसदी है. इसे लेकर जयपुर पुलिस का कहना है कि यह सिर्फ अब पहले मुकदमे दर्ज होने की वजह से आंकड़े बढ़े हैं.

66% female crime increased in Jaipur, jaipur police news, female crime in Jaipur, जयपुर में बढ़े महिला अपराध
राजधानी में 66% बढ़ गए महिला अपराध
author img

By

Published : Jan 10, 2020, 2:03 AM IST

जयपुर. राजधानी जयपुर में वर्ष 2019 में महिला अपराधों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. ताज्जुब की बात तो यह है कि महिला अपराधों में हुई बढ़ोतरी को भी जयपुर पुलिस गंभीरता से नहीं ले रही है और फ्री रजिस्ट्रेशन के चलते ही महिला अपराधों के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी होने की बात कह रही है. जहां एक ओर सरकार महिला सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर है और पुलिस मुख्यालय से भी आला अधिकारी लगातार महिला अपराधों पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ जयपुर पुलिस महिला अपराधों को लेकर अलग ही नजरिया रख रही है.

राजधानी में 66% बढ़ गए महिला अपराध

जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव का कहना है कि वर्ष 2018 में 2099 प्रकरण महिला अपराधों से संबंधित दर्ज किए गए थे तो वहीं वर्ष 2019 में महिला अपराधों से संबंधित 3474 प्रकरण दर्ज किए गए हैं. वर्ष 2019 में दर्ज हुए महिला अपराध के प्रकरण वर्ष 2018 की तुलना में 66% अधिक हैं.

यह भी पढ़ें : दोहरे हत्याकांड में अदालत ने पुलिस से की रिपोर्ट तलब

महिला अपराधों में हुई 66% की वृद्धि पर जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव का कहना है कि फ्री रजिस्ट्रेशन के चलते अपराध अधिक दर्ज किए गए हैं, जिसके चलते आंकड़ों में काफी वृद्धि हुई है. उनका कहना रहा कि पहले घरेलू क्लेश व अन्य महिला अपराधों में काउंसलिंग करके प्रकरणों को बिना दर्ज किए ही सुलझा दिया जाता था, लेकिन अब प्रकरण दर्ज करने के बाद काउंसलिंग व अन्य तरीकों से प्रकरणों का निपटारा किया जाता है.

जयपुर. राजधानी जयपुर में वर्ष 2019 में महिला अपराधों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. ताज्जुब की बात तो यह है कि महिला अपराधों में हुई बढ़ोतरी को भी जयपुर पुलिस गंभीरता से नहीं ले रही है और फ्री रजिस्ट्रेशन के चलते ही महिला अपराधों के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी होने की बात कह रही है. जहां एक ओर सरकार महिला सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर है और पुलिस मुख्यालय से भी आला अधिकारी लगातार महिला अपराधों पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ जयपुर पुलिस महिला अपराधों को लेकर अलग ही नजरिया रख रही है.

राजधानी में 66% बढ़ गए महिला अपराध

जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव का कहना है कि वर्ष 2018 में 2099 प्रकरण महिला अपराधों से संबंधित दर्ज किए गए थे तो वहीं वर्ष 2019 में महिला अपराधों से संबंधित 3474 प्रकरण दर्ज किए गए हैं. वर्ष 2019 में दर्ज हुए महिला अपराध के प्रकरण वर्ष 2018 की तुलना में 66% अधिक हैं.

यह भी पढ़ें : दोहरे हत्याकांड में अदालत ने पुलिस से की रिपोर्ट तलब

महिला अपराधों में हुई 66% की वृद्धि पर जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव का कहना है कि फ्री रजिस्ट्रेशन के चलते अपराध अधिक दर्ज किए गए हैं, जिसके चलते आंकड़ों में काफी वृद्धि हुई है. उनका कहना रहा कि पहले घरेलू क्लेश व अन्य महिला अपराधों में काउंसलिंग करके प्रकरणों को बिना दर्ज किए ही सुलझा दिया जाता था, लेकिन अब प्रकरण दर्ज करने के बाद काउंसलिंग व अन्य तरीकों से प्रकरणों का निपटारा किया जाता है.

Intro:जयपुर
एंकर- राजधानी जयपुर में वर्ष 2019 में महिला अपराधों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई। ताज्जुब की बात तो यह है की महिला अपराधों में हुई बढ़ोतरी को भी जयपुर पुलिस गंभीरता से नहीं ले रही है और फ्री रजिस्ट्रेशन के चलते ही महिला अपराधों के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी होने की बात कह रही है। जहां एक ओर सरकार महिला सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर है और पुलिस मुख्यालय से भी आला अधिकारी लगातार महिला अपराधों पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ जयपुर पुलिस महिला अपराधों को लेकर अलग ही नजरिया रख रही है।


Body:वीओ- जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव का कहना है कि वर्ष 2018 में 2099 प्रकरण महिला अपराधों से संबंधित दर्ज किए गए थे तो वहीं वर्ष 2019 में महिला अपराधों से संबंधित 3474 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। वर्ष 2019 में दर्ज हुए महिला अपराध के प्रकरण वर्ष 2018 की तुलना में 66% अधिक हैं। महिला अपराधों में हुई 66% की वृद्धि पर जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव का कहना है कि फ्री रजिस्ट्रेशन के चलते अपराध अधिक दर्ज किए गए हैं जिसके चलते आंकड़ों में काफी वृद्धि हुई है। पहले घरेलू क्लेश व अन्य महिला अपराधों में काउंसलिंग करके प्रकरणों को बिना दर्ज किए ही सुलझा दिया जाता था लेकिन अब प्रकरण दर्ज करने के बाद काउंसलिंग व अन्य तरीकों से प्रकरणों का निपटारा किया जाता है।

बाइट- आनंद श्रीवास्तव, पुलिस कमिश्नर- जयपुर


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.