जयपुर. आस्था के केंद्र भगवान श्री राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से मकर संक्रांति माघ पूर्णिमा से देशभर में निधि समपर्ण और गृहसंपर्क अभियान चलाया गया. अभियान के अंतिम चरण में अब स्वयंसेवको ने डोर टू डोर संग्रहण करना बंद करके संग्रह राशि को बैंक में जमा करवाने से लेकर दानदाता की सम्पूर्ण डिटेल्स को लिखने में दिन रात जुटे हुए हैं.
खास बात यह है कि अकेले राजस्थान में मंदिर निर्माण के लिए रामभक्तों ने अब तक 500 करोड़ रुपए दे चुके हैं. जिसके तहत जयपुर प्रांत के अंदर 100 करोड़ से ज्यादा तो वहीं सबसे ज्यादा जोधपुर प्रांत से 210 करोड़ रुपए से अधिक रामभक्तों ने मंदिर निर्माण के लिए अंशदान दिया है.
राजस्थान में राम मंदिर निर्माण के लिए प्रत्येक वर्ग ने बढ़-चढ़कर इसमें भाग लिया. यहां तक की ऐसे ऐसे लोगों ने सहयोग किया. जिनके पास स्वयं की छत तक नहीं है, लेकिन फिर भी सबने हाथ खोलकर निधि समर्पण में आहुति दी है. यहीं नहीं की केवल हिन्दू धर्म के लोग अंशदान करने को लेकर आगे आए.
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बल्कि ईसाई और मुस्लिम समाज की ओर से भी सहयोग किया गया, जो गंगा जमुनी तहजीब का उदाहरण पेश करता है. वहीं अब प्रदेशभर से आए अंशदान की गणना करने, एकत्रित चेक की सम्पूर्ण जानकारी ऑनलाइन चढ़ाने और नगद राशि की गणना करने में स्वयंसेवक लगे हुए हैं. इतना ही नहीं स्वयंसेवक अलग-अलग टोलियां बनाकर बैंक में जाकर चंदे से एकत्रित नकद राशि और चेक श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के बैंक अकाउंट में जमा करवा रहे हैं.