जयपुर. राजधानी की लाइफ लाइन कहे जाने वाली सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस के बेड़े में इसी महीने 50 बस जुड़ेंगी. साथ ही इसी महीने में आम जनता के लिए शुरू कर दी जाएंगी. जबकि इसी साल जून में 100 इलेक्ट्रिक बस भी जुड़ जाएगी. हालांकि अभी इन इलेक्ट्रिक और डीजल बसों की तकनीकी जांच की जा रही हैं.
जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड की सैकड़ों बसें कंडम हो चुकी हैं और जो बसें फिलहाल संचालित हैं, उनकी भी हालत कुछ खास नहीं है. ऐसे में अब जेसीटीएसएल नई बसों को सिटी बसों के बेड़े से जोड़ने के लिए ट्रायल कर रहा है. साल 2021 में खुश खबरी ये है कि इसी महीने जेसीटीएसएल के बेड़े में 50 नई डीजल पर जुड़ जाएंगी. इन बसों का संचालन नवनिर्मित बगराना डिपो से होगा.
जेसीटीएसएल की कमेटी बगराना डिपो में डीजल बसों की तकनीकी जांच कर रही है. इस संबंध में जेसीटीएसएल ओएसडी वीरेंद्र वर्मा ने बताया कि जेसीटीएसएल के पास संचालन योग्य 200 बस हैं, और इनमें से भी फिलहाल 147 ही संचालित है. साथ ही शहर की जनसंख्या को देखते हुए ये बसें कम पड़ती हैं. सरकार के सहयोग से 200 नई बसें ली जा रही हैं. इनमें 100 डीजल और 100 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं और सभी इलेक्ट्रिक बस एसी होंगी.
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जबकि डीजल बस में 30 एसी बस और 70 नॉन एसी होंगी. उन्होंने बताया कि जनवरी महीने में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सहयोग से 50 डीज़ल बसें मिल जाएंगी. जबकि जून तक 100 इलेक्ट्रिक बसें भी जेसीटीएसएल के बेड़े से जुड़ जाएंगी. जिससे जनता को अच्छा परिवहन साधन उपलब्ध होगा. उन्होंने बताया कि जेसीटीएसएल बसों को खरीदेगा नहीं बल्कि इनका प्रति किलोमीटर के हिसाब से भुगतान किया जाएगा.
इलेक्ट्रिक बस के लिए जेसीटीएसएल प्रति किलोमीटर 66.50 रुपए, जबकि नॉन एसी डीजल बसों का 36.45 रुपए और एसी डीजल बसों का 38.45 रुपए भुगतान करेगा. फिलहाल राजधानी में संचालित 147 बसों से जेसीटीएसएल को करीब 9 लाख की इनकम हो रही है. हालांकि जेसीटीएसएल नई बसों के संचालन से रेवेन्यू बढ़ने की भी उम्मीद लगाए बैठा है.