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सीज गाड़ी छुड़ाने के लिए 5 नए कोर्ट खोले, सोशल डिस्टेंसिंग के लिए पदाधिकारियों ने वकीलों से की समझाइश

मिनी सचिवालय स्थित न्यायालय मोबाइल मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 27 से 29 में वकीलों की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग पालन नहीं करने और सीज गाडियां छुड़ाने के लिए लंबी कतारों को देखते हुए 5 नए कोर्ट खोले गए हैं. यहां से सीज की गई गाड़ियां छुड़ाई जा सकती है. न्यायालय मोबाइल मजिस्ट्रेट में गुरुवार को व्यवस्था सुधरी हुई नजर आयी.

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Published : May 29, 2020, 7:30 AM IST

rajasthan news, जयपुर की खबर
सीज गाड़ी छुड़ाने के लिए 5 नए कोर्ट खोले

जयपुर. मिनी सचिवालय स्थित न्यायलय मोबाइल मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 27 से 29 में वकीलों की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग पालन नहीं करने और सीज गाड़ियां छुड़ाने के लिए लंबी कतारों को देखते हुए 5 नए कोर्ट खोले गए हैं. यहां से सीज की गई गाड़ियां छुड़ाई जा सकती है. न्यायालय मोबाइल मजिस्ट्रेट में गुरुवार को व्यवस्था सुधरी हुई नजर आयी.

मिनी सचिवालय स्थित न्यायालय मोबाइल मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 27 से 29 में बुधवार को सीज गाड़ियां छुड़ाने के लिए वकीलों की भीड़ देखी गई. यहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई. मोबाइल मजिस्ट्रेट कोर्ट मिनी सचिवालय में बने हुए हैं और ये कोर्ट छोटे हैं और एक साथ वकीलों के पहुंचने से भीड़ जमा हो जाती है.

साथ ही गैलरी भी बहुत छोटी है. इसके कारण सोशल डिस्टेंसिंग रखने की जगह नहीं होती है. इसके कारण बुधवार को बड़ी संख्या में वकील सीज गाड़ी छुड़ाने के लिए पहुंचे थे. वकीलों ने अंदेशा जताया था कि यदि कंटेनमेंट जोन से कोई व्यक्ति कोर्ट तक पहुंच गया तो स्थिति खतरनाक हो सकती है. वकीलों की ओर से एक व्यवस्था बनाने की मांग की गई थी. इसी को देखते हुए सीज गाड़ियां छुड़ाने के लिए 5 और कोर्ट नए खोले गए. इसके कारण मिनी सचिवालय में व्यवस्था गुरुवार को सुधरी हुई नजर आई.

कोर्ट में जाने के लिए वकीलों को कतार में खड़ा किया गया और उनके बीच में सोशल डिस्टेंसिंग भी रखी गई. साथ ही दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष डॉ सुनील शर्मा और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने भी वकीलों से समझाइश की.

बार एसोसिएशन जयपुर के जनरल सेक्रेटरी सतीश शर्मा ने बताया कि जब से कोर्ट खुली है तब से व्यवस्थित तरीके से काम हो रहा है. वकीलों से आग्रह भी किया गया है कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर काम किया जाए. सतीश शर्मा ने कहा कि कोर्ट के बाहर जो गैलरी है वो छोटी है जिसके कारण ऐसा लगता है कि वकील सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं कर रहे हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है. मोबाइल मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 29 में 29 थाने हैं और इसमें फाइलों की संख्या भी ज्यादा है. यहां वर्क लोड को कम करने के लिए कोर्ट की 3 हजार फाइलें दूसरी जगह स्थानांतरित करवाई गई है.

पढ़ें- जयपुरः अमरसर गांव के सरपंच की हत्या के मुख्य आरोपी गिरफ्तार

सतीश शर्मा ने कहा कि 5 नई कोर्ट खोलने से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना आसानी से की जा सकेगी. दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने में वकील कटिबद्ध है और मीडिया में खबरें आने के बाद पदाधिकारियों ने वकीलों से समझाइश की है.

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में 17 से 20 हजार वाहन पुलिस ने सीज किए हैं. सभी लोगों को इन्हें छुड़ाने की जल्दी है इसीलिए वकीलों की भीड़ कोर्ट में दिखाई दे रही है. शर्मा ने कहा कि नई कोर्ट खोलने के बाद इन कोर्टों भार कम हो जाएगा और फिलहाल वकीलों को गोलो में खड़ा कर कर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की जा रही है.

पांच नए कोर्ट खोले-

सीज गाड़ियां छुडवाने के लिए अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट क्रम-8, अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट क्रम- 10 अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट-12, अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश एवं महानगर मजिस्ट्रेट (पश्चिम), महानगर मजिस्ट्रेट क्रम 5 कोर्ट खोले गए है. महानगर मजिस्ट्रेट क्रम संख्या- 29 के केसों को 5 नए कोर्ट और एम एम-27 और 28 में ट्रांसफर कर दिया गया है. महानगर मजिस्ट्रेट कम 29 में भी काम पहले की तरह जारी रहेगा. इस तरह गाड़ी छुड़ाने का कार्य अब आठ कोर्ट में किया जाएगा

जयपुर. मिनी सचिवालय स्थित न्यायलय मोबाइल मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 27 से 29 में वकीलों की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग पालन नहीं करने और सीज गाड़ियां छुड़ाने के लिए लंबी कतारों को देखते हुए 5 नए कोर्ट खोले गए हैं. यहां से सीज की गई गाड़ियां छुड़ाई जा सकती है. न्यायालय मोबाइल मजिस्ट्रेट में गुरुवार को व्यवस्था सुधरी हुई नजर आयी.

मिनी सचिवालय स्थित न्यायालय मोबाइल मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 27 से 29 में बुधवार को सीज गाड़ियां छुड़ाने के लिए वकीलों की भीड़ देखी गई. यहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई. मोबाइल मजिस्ट्रेट कोर्ट मिनी सचिवालय में बने हुए हैं और ये कोर्ट छोटे हैं और एक साथ वकीलों के पहुंचने से भीड़ जमा हो जाती है.

साथ ही गैलरी भी बहुत छोटी है. इसके कारण सोशल डिस्टेंसिंग रखने की जगह नहीं होती है. इसके कारण बुधवार को बड़ी संख्या में वकील सीज गाड़ी छुड़ाने के लिए पहुंचे थे. वकीलों ने अंदेशा जताया था कि यदि कंटेनमेंट जोन से कोई व्यक्ति कोर्ट तक पहुंच गया तो स्थिति खतरनाक हो सकती है. वकीलों की ओर से एक व्यवस्था बनाने की मांग की गई थी. इसी को देखते हुए सीज गाड़ियां छुड़ाने के लिए 5 और कोर्ट नए खोले गए. इसके कारण मिनी सचिवालय में व्यवस्था गुरुवार को सुधरी हुई नजर आई.

कोर्ट में जाने के लिए वकीलों को कतार में खड़ा किया गया और उनके बीच में सोशल डिस्टेंसिंग भी रखी गई. साथ ही दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष डॉ सुनील शर्मा और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने भी वकीलों से समझाइश की.

बार एसोसिएशन जयपुर के जनरल सेक्रेटरी सतीश शर्मा ने बताया कि जब से कोर्ट खुली है तब से व्यवस्थित तरीके से काम हो रहा है. वकीलों से आग्रह भी किया गया है कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर काम किया जाए. सतीश शर्मा ने कहा कि कोर्ट के बाहर जो गैलरी है वो छोटी है जिसके कारण ऐसा लगता है कि वकील सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं कर रहे हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है. मोबाइल मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 29 में 29 थाने हैं और इसमें फाइलों की संख्या भी ज्यादा है. यहां वर्क लोड को कम करने के लिए कोर्ट की 3 हजार फाइलें दूसरी जगह स्थानांतरित करवाई गई है.

पढ़ें- जयपुरः अमरसर गांव के सरपंच की हत्या के मुख्य आरोपी गिरफ्तार

सतीश शर्मा ने कहा कि 5 नई कोर्ट खोलने से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना आसानी से की जा सकेगी. दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने में वकील कटिबद्ध है और मीडिया में खबरें आने के बाद पदाधिकारियों ने वकीलों से समझाइश की है.

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में 17 से 20 हजार वाहन पुलिस ने सीज किए हैं. सभी लोगों को इन्हें छुड़ाने की जल्दी है इसीलिए वकीलों की भीड़ कोर्ट में दिखाई दे रही है. शर्मा ने कहा कि नई कोर्ट खोलने के बाद इन कोर्टों भार कम हो जाएगा और फिलहाल वकीलों को गोलो में खड़ा कर कर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की जा रही है.

पांच नए कोर्ट खोले-

सीज गाड़ियां छुडवाने के लिए अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट क्रम-8, अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट क्रम- 10 अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट-12, अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश एवं महानगर मजिस्ट्रेट (पश्चिम), महानगर मजिस्ट्रेट क्रम 5 कोर्ट खोले गए है. महानगर मजिस्ट्रेट क्रम संख्या- 29 के केसों को 5 नए कोर्ट और एम एम-27 और 28 में ट्रांसफर कर दिया गया है. महानगर मजिस्ट्रेट कम 29 में भी काम पहले की तरह जारी रहेगा. इस तरह गाड़ी छुड़ाने का कार्य अब आठ कोर्ट में किया जाएगा

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