जयपुर. राजधानी जयपुर के वैशाली नगर थाना इलाके में डॉक्टर के घर में सुरंग बनाकर चांदी के बॉक्स चोरी करने के मामले में जिला स्पेशल वेस्ट टीम और वैशाली नगर थाना पुलिस को सफलता हाथ लगी है. डॉ सुनीत सोनी के घर में सुरंग बनाकर चांदी के बॉक्स चोरी के मामले में पुलिस ने खुलासा खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
चोरी के मामले में पुलिस ने आरोपी बनवारीलाल जांगिड़, कालूराम सैनी, केदार जाट और रामकरण जांगिड़ को गिरफ्तार किया है. हालांकि चांदी चोरी के मामले में मास्टरमाइंड शेखर अग्रवाल और उसका भांजा जतिन जैन अभी भी फरार चल रहे हैं. मामले का खुलासा करते हुए एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि 24 फरवरी को वैशाली नगर में रहने वाले डॉक्टर सुनीत सोनी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसके घर के बेसमेंट में अज्ञात चोरों ने 26 फीट लंबी और 10 फीट गहरी सुरंग खोदकर एक चांदी का बॉक्स चुरा लिया है.
बॉक्स में थी 18 सिल्ली, एक सिल्ली 30 किलो की
बॉक्स में चांदी के करीब 18 सिल्लियां रखी हुई थी. हालांकि इसकी कीमत कितनी है इसका जवाब न तो डॉक्टर दे पाया है और न ही पुलिस दे पा रही है. जानकार सूत्रों की माने तो एक सिल्ली का वजन करीब 30 किलोग्राम बताया जा रहा है. अब तक की जांच पड़ताल में सामने आया है कि शेखर अग्रवाल डॉ सुनीत सोनी का बेहद करीबी दोस्त है. आरोपी शेखर अग्रवाल ने ही अपने भांजे जतिन जैन के साथ इस चोरी की अनोखी दास्तान की साजिश रची थी.
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शेखर अग्रवाल डॉ सुनीत सोनी को सोना चांदी सप्लाई करने का काम करता था. आरोपी शेखर अग्रवाल को अच्छे से पता था कि डॉक्टर के बेसमेंट में किस जगह चांदी के बॉक्स गड़े हुए हैं. इसलिए आरोपी शेखर अग्रवाल ने डॉक्टर के ठीक पीछे खाली प्लॉट नो 97 लाख रुपए में खरीदा. 3 महीने तक सुरंग खोदकर वारदात को अंजाम दिया गया. जानकारी के मुताबिक बेसमेंट में चांदी के कुछ और भी बॉक्स थे, जिसे चोरी करने में आरोपी नाकामयाब हो गए.
बनवारी ने चोरी के लिए खरीदा 97 लाख का मकान
वहीं पुलिस ने जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें से बनवारी के नाम पर आरोपी शेखर ने 97 लाख रुपये का प्लॉट खरीदा था. तीन अन्य आरोपियों ने सुरंग खोदने में मदद की थी. बताया जा रहा है कि मास्टरमाइंड जतिन जैन पहले बैंकॉक में गोल्ड तस्करी के मामले में गिरफ्तार हो चुका है. अंदेशा लगाया जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी शेखर अग्रवाल ने अपने कर्जदार ओं को यह चांदी बांट दी. क्योंकि पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया है कि आरोपी शेखर अग्रवाल पर करोड़ों रुपए का कर्ज था.
मुख्य आरोपी पर था कर्ज
कर्ज को उतारने के लिए उसने इस वारदात की साजिश को रचा था. हालांकि अभी भी असमंजस बना हुआ है कि कितनी मात्रा में डॉक्टर यह चांदी कहां से लाया. इतने दिन बीत जाने के बाद भी क्यों डॉक्टर चांदी की मात्रा के बारे में जवाब नहीं दे पा रहा है. इन सभी सवालों के जवाब मास्टरमाइंड शेखर अग्रवाल और जतिन जैन की गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा. पुलिस की स्पेशल टीमें फरार चल रहे दोनों मुख्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.
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पुलिस के मुताबिक आरोपी शेखर अग्रवाल ने पीड़ित के परिवार को विश्वास में लेकर आयकर विभाग की रेड का भय दिखाकर बड़े पैमाने पर चांदी में इन्वेस्ट करने के लिए तैयार किया. इसके बाद घर में सुरक्षित रखने के नाम पर बेसमेंट की फर्श में लोहे का बॉक्स फिट करवाया गया.
लालच और साजिश की अनोखी कहानी
जिसके बाद आरोपी शेखर अग्रवाल ने पीछे का भूखंड खरीद कर बाउंड्री वाल कोर्ट टीन शेड से कवर करवा कर अपने भांजे जतिन जैन और अन्य लोगों को लालच देकर साजिश में शामिल करते हुए सुरंग खोदकर पीड़ित डॉक्टर के मकान में जमीन के नीचे से प्रवेश करके लोहे का बॉक्स काटकर चांदी की सिल्लियां चुरा कर बाजार में व्यापारियों को बेच दीं. एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजय पाल लांबा के निर्देशन में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.