बीकानेर. चीन में आफत मचा रहे कोरोना वायरस की दस्तक का डर अब बीकानेर में भी सताने लग गया है. बीकानेर से चीन में जाकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे 3 छात्रों के बीकानेर में लौटने के बाद खांसी जुखाम की शिकायत के बाद उन्हें बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में दिखाया गया. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने एहतियात के तौर पर तीनों ही छात्रों को अस्पताल के विशेष आइसोलेशन वार्ड में अंडर ऑब्जर्वेशन रखा है. तीनों छात्रों के सैंपल को पुणे स्थित लैब में भेजा गया है.
फिलहाल तीनों छात्रों की तबीयत पूरी तरह से ठीक है, लेकिन उन्हें खांसी जुकाम की शिकायत है. बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त प्राचार्य और कोरोना वायरस के नोडल अधिकारी प्रोफेसर एएच गौरी ने कहा कि तीनों छात्रों की तबीयत पूरी तरह से ठीक है. लेकिन सुरक्षा और एतिहयात के तौर पर तीनों को अंडर ऑब्जर्वेशन रखा गया है. पीबीएम अस्पताल में बनाए गए विशेष आइसोलेशन वार्ड में वेंटिलेटर ऑक्सीजन सप्लाई किट दवाइयां और 24 घंटे डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ की नियुक्ति की गई है.
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वहीं कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता के लिए बीकानेर में शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में एक सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार में कोरोना वायरस को लेकर डॉ. एएच गौरी ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस का संक्रमण दिसंबर 2019 में चीन के वह शहर में शुरू हुआ था. इसके लक्षण में बुखार जुकाम सांस लेने की तकलीफ नाक बहना गले में खराश तेज सिरदर्द निमोनिया जैसे लक्षण हैं. उन्होंने कहा कि इसके संक्रमण से बचाव के लिए खास पर व्यस्त नाक और मुंह पर रुमाल रखना जरूरी है. साथ ही जंगली जानवरों के संपर्क में रहने से बचने के साथ ही अंडे और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए.