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जयपुर स्मार्ट सिटी के काम से 200 साल पुराने बरगद की नींव हुई खोखली, पेड़ गिरने से एक की मौत - Jaipur news

जयपुर में 200 साल पुराना बरगद का पेड़ (200 year old banyan tree fell) गिर गया. जिसके नीचे दबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. साथ ही कई चौपहिया वाहन इस पेड़ के नीचे दब गए.

Jaipur news, 200 year old banyan tree fell
जयपुर में 200 साल पुराना बरगद गिरा
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Published : Aug 2, 2021, 10:38 PM IST

जयपुर. राजधानी के परकोटा क्षेत्र में स्मार्ट सिटी का फायर फाइटिंग सिस्टम विद पंप हाउस प्रोजेक्ट चल रहा है. जिसके तहत बापू बाजार में भी लंबी पाइप लाइन डाली जा रही है. इस पाइप लाइन की खुदाई से यहां करीब 200 साल पुराने बरगद के पेड़ की नींव खोखली हो गई. नतीजन सोमवार को हुई बारिश में ये पेड़ धराशाई हो गया. इस पेड़ के नीचे दबने से एक साइकिल सवार की मौत भी हो गई.

राजधानी में सोमवार सुबह से ही बारिश का दौर जारी रहा लेकिन शहर के घटिया ड्रेनेज सिस्टम की वजह से ये बारिश शहरवासियों के लिए परेशानी का सबब बनी. वहीं देर शाम बापू बाजार में 200 साल पुराना बरगद का पेड़ धराशायी हो गया. जिसके नीचे दबने से बनय सिंह नामक एक युवक की मौत हो गई. इसके नीचे कई चौपहिया वाहन दब गए. एसडीआरएफ टीम, पुलिस प्रशासन और निगम प्रशासन यहां रेस्क्यू करने में जुटा रहा.

जयपुर में 200 साल पुराना बरगद गिरा

ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारी राजवीर सिंह ने बताया कि ये पेड़ सालों पुराना था और काफी बड़ा पेड़ था. जहां ये पेड़ गिरा, वहां पर बड़ी दुर्घटना भी हो सकती थी. यहीं एक रोड लाइट सिग्नल भी है. जिस पर शाम के समय लोगों की ज्यादा आवाजाही देखने को मिलती है.

यह भी पढ़ें. जीवन और 'धारा' : प्रसव पीड़ा से कराह रही थी प्रसूता, गांव पानी से घिरा था...नाव के जरिये रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया

उन्होंने बताया कि शहर में जगह-जगह नालियां खुदी हुई है. कुछ जगह स्मार्ट सिटी का काम भी चल रहा है. जिसकी वजह से ज्यादा पानी पेड़ों की नींव तक जाने से पेड़ गिरने की संभावना बनती है. इस तरह के और भी पेड़ हैं, जहां चाय वाले या दूसरी थड़ियां संचालित हैं. उन्हें बारिश के दौर में यहां से हटाने के लिए थाना पुलिस जाब्ता और चेतक को अलर्ट किया गया है. निगम प्रशासन की माने तो ये एक हेरिटेज प्रॉपर्टी थी, पेड़ हरा भरा था. ऐसे में इसके गिरने का कोई पूर्वानुमान नहीं था.

यह भी पढ़ें. आंगई की अंगड़ाई : डैम के 19 गेट खोले, 24 गांवों पर बाढ़ का खतरा...प्रशासन अलर्ट, पानी की आवक जारी

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि वो अपनी कार पार्क करके उतरा ही था. 10 कदम दूर जाते ही पेड़ उसकी कार पर जा गिरा. आज ही उसने अपनी गाड़ी को ढाई लाख रुपए देकर रेनोवेट कराया था. गनीमत रही कि वो खुद बच गया.

बहरहाल, शहर में मेट्रो और स्मार्ट सिटी के काम के चलते कई पुराने पेड़ों की नींव पोली हो चुकी है. जरूरत है कि समय रहते उन पेड़ों को चिंहित कर शिफ्ट किया जाए. जिससे इस तरह से हादसों से शहरवासी सुरक्षित रहें.

जयपुर. राजधानी के परकोटा क्षेत्र में स्मार्ट सिटी का फायर फाइटिंग सिस्टम विद पंप हाउस प्रोजेक्ट चल रहा है. जिसके तहत बापू बाजार में भी लंबी पाइप लाइन डाली जा रही है. इस पाइप लाइन की खुदाई से यहां करीब 200 साल पुराने बरगद के पेड़ की नींव खोखली हो गई. नतीजन सोमवार को हुई बारिश में ये पेड़ धराशाई हो गया. इस पेड़ के नीचे दबने से एक साइकिल सवार की मौत भी हो गई.

राजधानी में सोमवार सुबह से ही बारिश का दौर जारी रहा लेकिन शहर के घटिया ड्रेनेज सिस्टम की वजह से ये बारिश शहरवासियों के लिए परेशानी का सबब बनी. वहीं देर शाम बापू बाजार में 200 साल पुराना बरगद का पेड़ धराशायी हो गया. जिसके नीचे दबने से बनय सिंह नामक एक युवक की मौत हो गई. इसके नीचे कई चौपहिया वाहन दब गए. एसडीआरएफ टीम, पुलिस प्रशासन और निगम प्रशासन यहां रेस्क्यू करने में जुटा रहा.

जयपुर में 200 साल पुराना बरगद गिरा

ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारी राजवीर सिंह ने बताया कि ये पेड़ सालों पुराना था और काफी बड़ा पेड़ था. जहां ये पेड़ गिरा, वहां पर बड़ी दुर्घटना भी हो सकती थी. यहीं एक रोड लाइट सिग्नल भी है. जिस पर शाम के समय लोगों की ज्यादा आवाजाही देखने को मिलती है.

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उन्होंने बताया कि शहर में जगह-जगह नालियां खुदी हुई है. कुछ जगह स्मार्ट सिटी का काम भी चल रहा है. जिसकी वजह से ज्यादा पानी पेड़ों की नींव तक जाने से पेड़ गिरने की संभावना बनती है. इस तरह के और भी पेड़ हैं, जहां चाय वाले या दूसरी थड़ियां संचालित हैं. उन्हें बारिश के दौर में यहां से हटाने के लिए थाना पुलिस जाब्ता और चेतक को अलर्ट किया गया है. निगम प्रशासन की माने तो ये एक हेरिटेज प्रॉपर्टी थी, पेड़ हरा भरा था. ऐसे में इसके गिरने का कोई पूर्वानुमान नहीं था.

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एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि वो अपनी कार पार्क करके उतरा ही था. 10 कदम दूर जाते ही पेड़ उसकी कार पर जा गिरा. आज ही उसने अपनी गाड़ी को ढाई लाख रुपए देकर रेनोवेट कराया था. गनीमत रही कि वो खुद बच गया.

बहरहाल, शहर में मेट्रो और स्मार्ट सिटी के काम के चलते कई पुराने पेड़ों की नींव पोली हो चुकी है. जरूरत है कि समय रहते उन पेड़ों को चिंहित कर शिफ्ट किया जाए. जिससे इस तरह से हादसों से शहरवासी सुरक्षित रहें.

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