जयपुर. कोविड काल के दो साल बाद राज्य सरकार की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के (Free pilgrimage to senior citizens) तहत शुक्रवार को पहली ट्रेन रवाना हुई. जयपुर जिले के 700 वरिष्ठ नागरिकों को दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से विशेष ट्रेन में रवाना किया गया. ट्रेन में बैठने से पहले वरिष्ठजनों के चेहरों पर खुशी देखने को मिली. देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत की मौजूदगी में तीर्थ यात्रा की पहली ट्रेन को वरिष्ठ नागरिक और छोटी बच्ची श्रेया ने हरी झंडी दिखाई.
देवस्थान विभाग की मंत्री शकुंतला रावत ने इस दौरान वरिष्ठ नागरिकों के पैर छूकर उनके सुखद यात्रा की कामना की. उन्होंने बताया कि कोरोना के बाद ये पहला मौका है जब सरकार की ओर से सीनियर सिटीजन को फ्री तीर्थ यात्रा करवाई जा रही है. आज पहले जत्थे में लॉटरी के जरिए 1181 यात्रियों का सिलेक्शन हुआ था. लेकिन 991 ही यात्रियों ने तीर्थ यात्रा पर जाने की सहमति दी. उन्होंने बताया कि ये ट्रेन अब सवाई माधोपुर और बारां जिले से भी तीर्थ यात्रियों को लेगी और आगे रवाना होगी.
वहीं देवस्थान विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इन यात्रियों की सुविधा का पूरा इंतजाम (First pilgrimage Train sets off from Jaipur) किया है. हर ट्रेन की बॉगी में यात्रियों की सुविधा के लिए अनआर्म्ड सुरक्षाकर्मी और हाउस कीपिंग स्टाफ हैं. ट्रेन में यात्रियों को मेडिकल इमरजेंसी होने पर डॉक्टर, मेल और फीमेल नर्सिंगकर्मी की टीम तैनात की गई है. हर यात्री को एक किट दिया है, जिसमें चादर, कंबल, टॉवल, साबुन, टूथपेस्ट, शीशा, कंघा, तेल उपलब्ध है. इसके अलावा यहां सुबह चाय-नाश्ता, दिन का खाना, शाम को चाय और रात का भोजन भी दिया जाएगा.
तीर्थ स्थल पर पहुंचने पर यात्रियों के रहने के लिए शेयरिंग बेस पर होटल में कमरे और समय (Arrangements in pilgrimage Train in Rajasthan) पर नाश्ता और भोजन की भी फैसिलिटी दी जाएगी. इस योजना के लिए 13 करोड़ से बजट बढ़ाकर 30 करोड़ और यात्रियों की संख्या को भी 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार किया गया है. 75 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्गों के साथ एक सहायक को भी ले जाने की अनुमति दी जा रही है. इस यात्रा में एक दर्जन से ज्यादा तीर्थस्थलों का भ्रमण करवाया जाएगा.
रावत ने बताया कि देश के 14 धार्मिक स्थलों के साथ हवाईजहाज से पशुपतिनाथ-काठमांडू (नेपाल) की यात्रा करवाई जा रही है. उन्होंने बताया कि प्रस्तावित दूसरी ट्रेन 11 अक्टूबर को जगन्नाथपुरी के लिए जोधपुर से वाया जयपुर व कोटा होते हुए जाएगी. वहीं यात्रा में जाने वाले वरिष्ठ नागरिकों ने कहा कि आज राज्य सरकार ने तीर्थयात्रा पर जाने का उनका सपना पूरा किया.
बता दें कि तीर्थयात्रा में रामेश्वरम-मदुरै, जगन्नाथपुरी, तिरुपति, द्वारकापुरी-सोमनाथ, वैष्णोदेवी-अमृतसर, प्रयागराज-वाराणसी, मथुरा-वृंदावन, सम्मेदशिखर-पावापुरी, उज्जैन-ओंकारेश्वर, गंगासागर कोलकाता, कामाख्या गुवाहाटी, हरिद्वार-ऋषिकेश, बिहार शरीफ और वेलंकनी चर्च तमिलनाडु को शामिल किया है. सरकार ने इस साल 20 हजार यात्रियों को देश और नेपाल में ले जाने की घोषणा की थी और इन 20 हजार सीटों के लिए करीब 1.25 लाख लोगों ने यात्रा के लिए आवेदन किया. जिलों की जनसंख्या के अनुपात में यात्रियों की संख्या तय की गई और जिला स्तर पर इन आवेदनों की लॉटरी निकाली गई.