जयपुर. राजधानी जयपुर में बाल तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है. आए दिन बाल तस्करी के अनेक प्रकरण सामने आ रहे हैं. तस्करों ने अब अपने तरीके में बदलाव किया है और बसों के द्वारा बच्चों को तस्करी कर दूसरे राज्यों से राजस्थान में लाया जा रहा है. फिर अलग-अलग शहरों में ले जाकर उन्हें बालश्रम के दलदल में धकेला जा रहा है. राजधानी जयपुर में एक सप्ताह से तस्करों के खिलाफ जयपुर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. इसी क्रम में शनिवार को राजधानी की जालूपुरा थाना पुलिस ने 'मानव तस्करी विरोधी यूनिट' और 'बचपन बचाओ आंदोलन' के सदस्यों के साथ एक संयुक्त कार्रवाई को अंजाम दिया.
जालूपुरा थाना अधिकारी विक्रम सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि 'मानव तस्करी विरोधी यूनिट' और 'बचपन बचाओ आंदोलन' टीम द्वारा यह सूचना मिली कि बिहार से दो बसों में तस्करी कर बच्चों को जयपुर लाया जा रहा है. जिस पर पुलिस टीम तस्करों को ट्रैक करने में जुट गई और जैसे ही बच्चों को लेकर दोनों बसें राजधानी जयपुर के जालूपुरा थाना क्षेत्र में पहुंची. वैसे ही पुलिस ने दोनों बसों को जप्त करते हुए 19 बच्चों को मुक्त करवाया.
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इसके साथ ही 7 तस्करों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है और बच्चों को बालश्रम के दलदल में धकेलने से पहले ही बचा लिया गया है. मुक्त करवाए गए बच्चे बिहार के कटिहार से तस्करी कर जयपुर लाए गए हैं. पुलिस रेस्क्यू किए गए बच्चों के पुनर्वास के लिए काम करेगी और बच्चों के परिजनों से संपर्क साध कर इन्हें वापस इनके घर भेजने की कार्रवाई की जाएगी. वहीं गिरफ्तार किए गए तस्करों से बाल तस्करी में लिप्त अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है.