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फोर्टी यूथ विंग अध्यक्ष समेत 5 के खिलाफ 16 करोड़ की ठगी का मामला दर्ज, नामी हस्तियों संग फोटो दिखाकर फंसाता था - Rajasthan hindi news

जयपुर में पुलिस ने फोर्टी यूथ विंग अध्यक्ष समेत 5 के खिलाफ 16 करोड़ की ठगी का मामला दर्ज (case registered against Forty Youth Wing President) कराया है. आरोपी निवेश के नाम पर ठगी बड़ी घटनाओं को अंजाम देते हैं. मुख्य आरोपी कई नामी हस्तियों के साथ अपनी फोटो दिखाकर लोगों पर प्रभाव जमाता था.

16 crore rs fraud case
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Published : Sep 29, 2022, 5:29 PM IST

जयपुर. शहर के अशोक नगर थाना में गुरुवार को एक एनआरआई ने 16 करोड़ (16 crore rs fraud case) की ठगी का मामला दर्ज कराया है. अशोक नगर थाना अधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि एनआरआई रविंद्र सारड़ा की शिकायत पर फोर्टी यूथ विंग के अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह, संजीव सांघी, राजीव कुमार सांघी, रेखा जादौन और जितेंद्र जादौन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज (case registered against Forty Youth Wing President) कर जांच शुरू कर दी गई है.

अशोक नगर थाना अधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि आईपीसी की 7 धाराओं में सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. जांच पूरी होने के बाद ही पुलिस किसी निष्कर्ष तक पहुंच सकेगी. प्रकरण की जांच एसआई कविता यादव को सौंपी गई है.

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बड़े प्रोजेक्ट में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का दिया झांसा
थाना अधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि परिवादी ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह वर्ष 2018 में धीरेंद्र सिंह के संपर्क में आया. धीरेंद्र सिंह ने खुद को राजस्थान का एक बड़ा व्यापारी बताते हुए अपना 50 करोड़ रुपए का बिजनेस होना बताया. साथ ही उक्त राशि जयपुर और राजस्थान के बड़े व्यापारियों को ब्याज पर देने की बात कही. धीरेंद्र सिंह ने खुद को कई कंपनियों का मालिक बताया और स्वयं की पत्नी को शेयर धारक व निदेशक बताया.

पढ़ें. वाहनों की फर्जी फोटो डाल लोगों से ठगी करने वाला आरोपी दबोचा, लाखों की रकम जब्त

धीरेंद्र कई बार परिवादी के घर गया और उसे अपने श्याम नगर स्थित होटल पर बुलाया. साथ ही परिवादी को देश के गणमान्य लोगों के साथ अपनी तस्वीरें दिखा कर खुद के एक रसूखदार व राजनीतिक तौर पर प्रबल व्यक्ति होने का विश्वास दिलाया. आरोपी धीरेंद्र ने अपने ऑफिस में ही परिवादी की मुलाकात शिव शक्ति समूह के संजीव कुमार सांघी और राजीव सांघी से करवाई. जिन्होंने खुद को धीरेंद्र सिंह का बिजनेस पार्टनर बताया और परिवादी को राशि निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का प्रलोभन दिया. धीरेंद्र की बातों में आकर परिवादी ने 2018 से 2019 तक 5.50 करोड़ रुपए की राशि निवेश कर दी.

नीमराणा प्रोजेक्ट के नाम पर हड़पी और राशि
परिवादी की ओर से करोड़ों रुपए की राशि निवेश करने के बाद धीरेंद्र सिंह ने परिवादी को नीमराणा में एक प्रोजेक्ट पर काम किए जाने और प्रोजेक्ट में राशि निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा दिया. धीरेन्द्र सिंह ने नीमराणा जापानी जोन में एकमात्र कमर्शियल मॉल का निर्माण किए जाने और प्रोजेक्ट की तमाम जानकारी परिवादी को दी. परिवादी को जब यह पता चला प्रोजेक्ट शिव शक्ति समूह के स्वामित्व की भूमि पर की जा रही है तो परिवादी ने इसका विरोध किया. तब धीरेंद्र सिंह ने स्वयं की कंपनी और शिव शक्ति समूह के बीच हुए एक एमओयू के दस्तावेज परिवादी को दिए. इसके जरिए परिवादी को यह विश्वास दिलाया गया कि धीरेंद्र सिंह ने न केवल एमओयू किया है बल्कि शिव शक्ति समूह की सारी भूमि भी खरीद ली है.

पढ़ें. Jodhpur: Cyber Fraud और हवाला का कॉकटेल, फंसा कारीगर...सस्ते सोने के झांसे में आ गंवा दिए 7.80 लाख

इसके बाद धीरेंद्र सिंह ने परिवादी की उस प्रोजेक्ट में 50% की पार्टनशिप दर्शाते हुए तुरंत प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने और मोटा मुनाफा कमाने की बात कहकर 2020 से 2021 के मध्य 6.40 करोड़ रुपए का निवेश करवाया. उस राशि के निवेश के बाद षड्यंत्र के तौर पर धीरेंद्र सिंह ने परिवादी को बताया कि शिव शक्ति समूह ने छल कपट करते हुए यह चीज छुपाई कि उस भूमि पर ऋण बकाया है. उस ऋण को चुकाने के बाद ही प्रोजेक्ट पर आगे काम किया जाना संभव हो सकेगा.

पूरे प्रोजेक्ट का मालिक बनाने का प्रलोभान दिया
धीरेंद्र सिंह ने परिवादी को बकाया ऋण चुकाने और पूरे प्रोजेक्ट का मालिक बनाने का प्रलोभन देकर 4 करोड़ रुपए से अधिक की राशि और निवेश करवाई. इस प्रकार परिवादी से 16 करोड़ रुपए से अधिक की राशि निवेश के नाम पर धीरेंद्र सिंह ने ले ली. इसके बावजूद धीरेंद्र सिंह कोई न कोई बहाना बनाकर परिवादी से और राशि की मांग करने लगा. इस पर परिवादी ने गहनता से पड़ताल की तो पाया कि शिव शक्ति समूह ने धीरेंद्र सिंह के साथ किसी भी तरह का कोई एमओयू नहीं किया है और न ही उस भूमि पर ऐसा कोई प्रोजेक्ट चल रहा है.

पढ़ें. Hawala Case in Jodhpur : हवाला कारोबार का खुलासा, 45 लाख रुपये जब्त...एक गिरफ्तार

परिवादी की ओर से अपने स्तर पर की गई पड़ताल में उसे पता चला कि धीरेंद्र सिंह, नवीन सांघी और राजीव सांघी वर्ष 2016 से एक दूसरे को जानते हैं और आपस में सांठगांठ कर लोगों को निवेश के नाम पर फंसाते हैं. जब परिवादी को उसके साथ हुई ठगी का पता चला (Fraud of Rs 16 crore with NRI in Jaipur) और उसने धीरेंद्र सिंह और सांघी बंधुओं से उसकी राशि वापस लौटाने के लिए कहा तो वे उसे और परिवार को जान से मारने की धमकी देने लगे. इससे घबराकर परिवादी यूएई लौट गया. हिम्मत जुटाकर परिवादी 21 सितंबर को वापस जयपुर आया और उसने 27 सितंबर की रात अशोक नगर थाने में धीरेंद्र सिंह सहित पांच लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

पहले भी हो चुकी है एफआईआर
फोर्टी यूथ विंग के अध्यक्ष के खिलाफ ठगी का ये पहला मामला दर्ज नहीं हुआ है. इससे पहले इसी महीने श्याम नगर थाने में धीरेंद्र सिंह सहित चार लोगों के खिलाफ 2 करोड़ 50 लाख रुपए से अधिक की ठगी करने का मामला दर्ज करवाया गया था. धीरेंद्र सिंह के अलावा उसकी पत्नी सोनम कंवर, संजीव कुमार सांघी और राजीव कुमार सांघी पर धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए गए थे. इस मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सीआईडी सीबी ने भी श्याम नगर थाने से मांगी थी. सूत्रों की माने तो इस मामले में भी पुलिस ने धीरेंद्र सिंह राघव के बैंक खातों और लॉकर्स खंगाला है.

पढ़ें. करोड़ों रुपए धोखाधड़ी के मामले में 11 लोग गिरफ्तार

अक्टूबर में होना है बड़ा आयोजन
धीरेंद्र सिंह पर ये आरोप लगते रहे हैं कि वह बीजेपी के केंद्रीय नेताओं के साथ अपनी फोटो खिंचवाकर लोगों के बीच प्रभाव जमाता है. हाल ही फोर्टी यूथ विंग के अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात कर उनको फोर्टी यूथ विंग के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया है. बताया जा रहा है कि अनुराग ठाकुर ने आग्रह स्वीकार कर लिया है. फोर्टी यूथ विंग अक्टूबर में प्रदेश के युवा उद्यमियों के लिए विशेष सम्मेलन आयोजित कर रहा है. धीरेंद्र के खिलाफ पिछले दिनों श्याम नगर थाने में दर्ज एफआईआर में इस बात का जिक्र था कि वह बड़े-बड़े नेताओं के साथ फोटो दिखा कर लोगों को झांसे में लेता है.

जयपुर. शहर के अशोक नगर थाना में गुरुवार को एक एनआरआई ने 16 करोड़ (16 crore rs fraud case) की ठगी का मामला दर्ज कराया है. अशोक नगर थाना अधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि एनआरआई रविंद्र सारड़ा की शिकायत पर फोर्टी यूथ विंग के अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह, संजीव सांघी, राजीव कुमार सांघी, रेखा जादौन और जितेंद्र जादौन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज (case registered against Forty Youth Wing President) कर जांच शुरू कर दी गई है.

अशोक नगर थाना अधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि आईपीसी की 7 धाराओं में सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. जांच पूरी होने के बाद ही पुलिस किसी निष्कर्ष तक पहुंच सकेगी. प्रकरण की जांच एसआई कविता यादव को सौंपी गई है.

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बड़े प्रोजेक्ट में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का दिया झांसा
थाना अधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि परिवादी ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह वर्ष 2018 में धीरेंद्र सिंह के संपर्क में आया. धीरेंद्र सिंह ने खुद को राजस्थान का एक बड़ा व्यापारी बताते हुए अपना 50 करोड़ रुपए का बिजनेस होना बताया. साथ ही उक्त राशि जयपुर और राजस्थान के बड़े व्यापारियों को ब्याज पर देने की बात कही. धीरेंद्र सिंह ने खुद को कई कंपनियों का मालिक बताया और स्वयं की पत्नी को शेयर धारक व निदेशक बताया.

पढ़ें. वाहनों की फर्जी फोटो डाल लोगों से ठगी करने वाला आरोपी दबोचा, लाखों की रकम जब्त

धीरेंद्र कई बार परिवादी के घर गया और उसे अपने श्याम नगर स्थित होटल पर बुलाया. साथ ही परिवादी को देश के गणमान्य लोगों के साथ अपनी तस्वीरें दिखा कर खुद के एक रसूखदार व राजनीतिक तौर पर प्रबल व्यक्ति होने का विश्वास दिलाया. आरोपी धीरेंद्र ने अपने ऑफिस में ही परिवादी की मुलाकात शिव शक्ति समूह के संजीव कुमार सांघी और राजीव सांघी से करवाई. जिन्होंने खुद को धीरेंद्र सिंह का बिजनेस पार्टनर बताया और परिवादी को राशि निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का प्रलोभन दिया. धीरेंद्र की बातों में आकर परिवादी ने 2018 से 2019 तक 5.50 करोड़ रुपए की राशि निवेश कर दी.

नीमराणा प्रोजेक्ट के नाम पर हड़पी और राशि
परिवादी की ओर से करोड़ों रुपए की राशि निवेश करने के बाद धीरेंद्र सिंह ने परिवादी को नीमराणा में एक प्रोजेक्ट पर काम किए जाने और प्रोजेक्ट में राशि निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा दिया. धीरेन्द्र सिंह ने नीमराणा जापानी जोन में एकमात्र कमर्शियल मॉल का निर्माण किए जाने और प्रोजेक्ट की तमाम जानकारी परिवादी को दी. परिवादी को जब यह पता चला प्रोजेक्ट शिव शक्ति समूह के स्वामित्व की भूमि पर की जा रही है तो परिवादी ने इसका विरोध किया. तब धीरेंद्र सिंह ने स्वयं की कंपनी और शिव शक्ति समूह के बीच हुए एक एमओयू के दस्तावेज परिवादी को दिए. इसके जरिए परिवादी को यह विश्वास दिलाया गया कि धीरेंद्र सिंह ने न केवल एमओयू किया है बल्कि शिव शक्ति समूह की सारी भूमि भी खरीद ली है.

पढ़ें. Jodhpur: Cyber Fraud और हवाला का कॉकटेल, फंसा कारीगर...सस्ते सोने के झांसे में आ गंवा दिए 7.80 लाख

इसके बाद धीरेंद्र सिंह ने परिवादी की उस प्रोजेक्ट में 50% की पार्टनशिप दर्शाते हुए तुरंत प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने और मोटा मुनाफा कमाने की बात कहकर 2020 से 2021 के मध्य 6.40 करोड़ रुपए का निवेश करवाया. उस राशि के निवेश के बाद षड्यंत्र के तौर पर धीरेंद्र सिंह ने परिवादी को बताया कि शिव शक्ति समूह ने छल कपट करते हुए यह चीज छुपाई कि उस भूमि पर ऋण बकाया है. उस ऋण को चुकाने के बाद ही प्रोजेक्ट पर आगे काम किया जाना संभव हो सकेगा.

पूरे प्रोजेक्ट का मालिक बनाने का प्रलोभान दिया
धीरेंद्र सिंह ने परिवादी को बकाया ऋण चुकाने और पूरे प्रोजेक्ट का मालिक बनाने का प्रलोभन देकर 4 करोड़ रुपए से अधिक की राशि और निवेश करवाई. इस प्रकार परिवादी से 16 करोड़ रुपए से अधिक की राशि निवेश के नाम पर धीरेंद्र सिंह ने ले ली. इसके बावजूद धीरेंद्र सिंह कोई न कोई बहाना बनाकर परिवादी से और राशि की मांग करने लगा. इस पर परिवादी ने गहनता से पड़ताल की तो पाया कि शिव शक्ति समूह ने धीरेंद्र सिंह के साथ किसी भी तरह का कोई एमओयू नहीं किया है और न ही उस भूमि पर ऐसा कोई प्रोजेक्ट चल रहा है.

पढ़ें. Hawala Case in Jodhpur : हवाला कारोबार का खुलासा, 45 लाख रुपये जब्त...एक गिरफ्तार

परिवादी की ओर से अपने स्तर पर की गई पड़ताल में उसे पता चला कि धीरेंद्र सिंह, नवीन सांघी और राजीव सांघी वर्ष 2016 से एक दूसरे को जानते हैं और आपस में सांठगांठ कर लोगों को निवेश के नाम पर फंसाते हैं. जब परिवादी को उसके साथ हुई ठगी का पता चला (Fraud of Rs 16 crore with NRI in Jaipur) और उसने धीरेंद्र सिंह और सांघी बंधुओं से उसकी राशि वापस लौटाने के लिए कहा तो वे उसे और परिवार को जान से मारने की धमकी देने लगे. इससे घबराकर परिवादी यूएई लौट गया. हिम्मत जुटाकर परिवादी 21 सितंबर को वापस जयपुर आया और उसने 27 सितंबर की रात अशोक नगर थाने में धीरेंद्र सिंह सहित पांच लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

पहले भी हो चुकी है एफआईआर
फोर्टी यूथ विंग के अध्यक्ष के खिलाफ ठगी का ये पहला मामला दर्ज नहीं हुआ है. इससे पहले इसी महीने श्याम नगर थाने में धीरेंद्र सिंह सहित चार लोगों के खिलाफ 2 करोड़ 50 लाख रुपए से अधिक की ठगी करने का मामला दर्ज करवाया गया था. धीरेंद्र सिंह के अलावा उसकी पत्नी सोनम कंवर, संजीव कुमार सांघी और राजीव कुमार सांघी पर धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए गए थे. इस मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सीआईडी सीबी ने भी श्याम नगर थाने से मांगी थी. सूत्रों की माने तो इस मामले में भी पुलिस ने धीरेंद्र सिंह राघव के बैंक खातों और लॉकर्स खंगाला है.

पढ़ें. करोड़ों रुपए धोखाधड़ी के मामले में 11 लोग गिरफ्तार

अक्टूबर में होना है बड़ा आयोजन
धीरेंद्र सिंह पर ये आरोप लगते रहे हैं कि वह बीजेपी के केंद्रीय नेताओं के साथ अपनी फोटो खिंचवाकर लोगों के बीच प्रभाव जमाता है. हाल ही फोर्टी यूथ विंग के अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात कर उनको फोर्टी यूथ विंग के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया है. बताया जा रहा है कि अनुराग ठाकुर ने आग्रह स्वीकार कर लिया है. फोर्टी यूथ विंग अक्टूबर में प्रदेश के युवा उद्यमियों के लिए विशेष सम्मेलन आयोजित कर रहा है. धीरेंद्र के खिलाफ पिछले दिनों श्याम नगर थाने में दर्ज एफआईआर में इस बात का जिक्र था कि वह बड़े-बड़े नेताओं के साथ फोटो दिखा कर लोगों को झांसे में लेता है.

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