जयपुर. लंबे समय से भारतीय नागरिकता का इंतजार कर रहे 14 पाक विस्थापितों का सपना सोमवार को साकार हो गया. सभी को जिला कलेक्ट्रेट में भारतीय नागरिकता दी गई. जयपुर जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने पाकिस्तान से विस्थापित 14 लोगों को भारतीय गणतंत्र की नागरिकता का प्रमाण पत्र दिया.
इस दौरान जिला कलेक्टर ने प्रमाण पत्र देकर उनके सुनहरे भविष्य की कामना की. साथ ही प्रशासन की ओर से अन्य भारतीयों की तरह उन्हें भी हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया. भारतीय नागरिकता मिलने की खुशी में सभी पाक विस्थापितों ने जिला कलेक्टर को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई.
20 साल करना पड़ा इंतजार
बता दें कि आधिकारिक रूप से भारत के नागरिक बनते ही विस्थापितों के चेहरे खिल उठे. कलेक्टर कार्यालय में प्रमाण पत्र मिलते ही सभी ने भारत माता के जयकारे लगाए. पाक विस्थापित कई सालों से सदस्यता मिलने का इंतजार कर रहे थे. जिनमें से कई बुजुर्ग पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए 20 साल का इंतजार करना पड़ा.
पहले भी दी गई 108 पाक विस्थापितों को नागरिकता
जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने बताया कि 14 पाक विस्थापितों के अलावा 42 पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता दिए जाने की ऑनलाइन प्रक्रिया जारी है. इससे पहले भी 108 पाक विस्थापितों को पिछले वर्षों में भारतीय नागरिकता दी गई थी. वहीं, उन्होंने बताया कि ऑनलाइन प्रक्रिया से पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र जारी किए जाने में जयपुर सबसे आगे हैं. राजस्थान में जयपुर के अलावा जोधपुर और जैसलमेर के जिला कलेक्टर को ही संपूर्ण जांच के बाद पाक विस्थापितों को नागरिकता प्रमाण पत्र जारी करने के अधिकार दिए गए है.
अतिरिक्त जिला कलेक्टर धारा सिंह ने बताया कि 42 पाक विस्थापितों की जांच पूरी हो चुकी है, अब केवल शपथ प्रक्रिया बाकी है. शपथ प्रक्रिया पूर्ण होने पर इनको भी प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे. पाक विस्थापितों को नागरिकता प्रदान करने का कार्य पूर्व में केवल ऑफलाइन होता था. लेकिन, अब आवेदन प्राप्त होने से केवल सुरक्षा जांच को भेजे जाने और सुरक्षा जांच के बाद प्रमाण पत्र जारी होने तक की संपूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन की जा रही है.
90 वर्ष और 85 वर्ष के दो बुजुर्ग भी है शामिल
वहीं, इस पूरी प्रक्रिया में दिल्ली एनआईसी के तकनीकी निदेशक अनिल पाराशर और जिला कलेक्टर जयपुर का विशेष सहयोग रहा है. नागरिकता लेने वाले पाक विस्थापितों में 90 वर्ष के संतो खान और 85 वर्ष की मरियम खातून भी शामिल है. दोनों ही बुजुर्ग पति पत्नी है.
जिला सूचना विज्ञान अधिकारी विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता दिलाने में सहयोग करने वाली कई संस्थाएं है. जिन्होंने पाक विस्थापितों के जीवन का सबसे बड़ा सपना पूरा किया है. भारतीय नागरिकता प्राप्त करने वाले पाक विस्थापित मरियम खातून, संतो खान, मोट्योमल, सपन बाई, किशनलाल, कलावंती, मुकेश कुमार, मोर ओड, दिलीप कुमार, संतरी बाई, लक्ष्मीकांत, किरण शर्मा, चंद्रन बाई, लाजाजी है.