जयपुर. कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन की आहट के चलते एक बार फिर प्रदेश में वैक्सीनेशन रफ्तार पकड़ने लगा है. लंबे समय बाद शनिवार को प्रदेश में तकरीबन 10 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन (1 million people took vaccine dose on Saturday) लगाई गई. दरअसल विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना के किसी भी वेरियंट के खिलाफ वैक्सीन कारगर है. अब तक प्रदेश में 7 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. हालांकि प्रदेश की करीब 10 फीसदी आबादी ऐसी है जिसे अभी भी कोरोना वैक्सीन की पहली डोज (Corona Vaccine First dose) लगना बाकी है.
आंकड़ों की बात की जाए तो प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक आयु के तकरीबन 5 करोड़ 14 लाख ऐसे लोग चिन्हित किए गए हैं जिन्हें वैक्सीन लगनी है. जिसमें से 4 करोड़ 50 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. वहीं सरकार ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि प्रदेश में बड़ी संख्या में लोगों ने वैक्सीन की सिर्फ एक ही डोज ली है. विश्व भर के विशेषज्ञों की राय है कि कोविड से पूरी सुरक्षा के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लेना जरूरी है.
पढ़ें: Rajasthan Corona Update: प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 26 नए मामले आए, कुल एक्टिव केस 213
प्रदेश में कुल 7 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लग चुकी है. 4 करोड़ 39 लाख 20 हजार 940 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. वहीं 2 करोड़ 66 लाख 68 हजार 145 लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज लग चुकी है. प्रदेश की 10 फीसदी आबादी ऐसी है जिसे अभी भी वैक्सीन की पहली डोज लगनी है.
लंबे समय बाद रिकॉर्ड वैक्सीनेशन
शनिवार को लंबे समय बाद एक बार फिर प्रदेश में रिकॉर्ड वैक्सीनेशन देखने को मिला. शनिवार को कुल 10 लाख 32 हजार 555 लोगों का वैक्सीनेशन हुआ. जिसमें नागौर जिले ने बाजी मारते हुए सर्वाधिक 1 लाख 69 हजार 860 लोगों को वैक्सीनेटेड किया. दूसरे नंबर पर हनुमानगढ़ रहा, जहां 1 लाख 15 हजार 844 लोगों का वैक्सीनेशन हुआ. ऐसे में अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जाए, इसे लेकर चिकित्सा विभाग की ओर से अभियान चलाए जाएंगे.
पढ़ें: अब मिलेगी सस्ती बजरी: देवली, नाथद्वारा और राजसमंद के बजरी खनन के तीन पट्टे जारी
वैक्सीनेशन के बाद गंभीरता कम
मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ नरोत्तम शर्मा का कहना है कि हाल ही जयपुर में कुछ ऐसे लोग भी सामने आए हैं जिनको कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है, लेकिन इसके बावजूद भी वे संक्रमण की चपेट में आ गए. खास बात यह है कि इन मरीजों में कोरोना से जुड़े गंभीर लक्षण देखने को नहीं मिले. डॉ शर्मा का कहना है कि अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन चाहिए क्योंकि वैक्सीन के बाद यदि व्यक्ति संक्रमित होता भी है तो कोरोना का उस पर कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ेगा.