बीकानेर. सरकारी स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था को लेकर अक्सर अभिभावक सवाल उठाते हैं. शिक्षकों के नियमित स्कूलों में नहीं आने और लचर शिक्षण व्यवस्था होने के आरोप भी कई बार लगे हैं. यही कारण है कि आम अभिभावक सरकारी स्कूलों के प्रति अपना नजरिया नहीं बदल पाते हैं और अपने बच्चों को सरकारी स्कूल के बजाय निजी स्कूल में दाखिला करवाना पसंद करते हैं.
दरअसल, इस पूरे सिस्टम का दोषी कहीं ना कहीं शिक्षा विभाग भी है. इसकी एक बानगी बीकानेर में भी देखने को मिली. इस दिनों लूणकरणसर के खारड़ा गांव के सरकारी स्कूल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि यह वीडियो दो दिन पहले का है. हालांकि, ईटीवी भारत वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. दरअसल, वायरल हो रही वीडियो अखाड़ा की सरकारी स्कूल का है, जहां स्कूल परिसर में पढ़ने आई बच्चियां पढ़ने की बजाय स्कूल की सफाई करती हुई नजर आ रही हैं. वीडियो में वह बच्चियां स्कूल में झाड़ू निकाल रही है. एक दर्जन से ज्यादा बच्चियां वीडियो में साफ तौर पर स्कूल परिसर को पूरा 7 बच्चे हुए झाड़ू निकालते हुए नजर आ रही है.
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सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में इस बात का भी दावा किया जा रहा है कि जिस दिन यह बच्चियां स्कूल में झाड़ू निकाल रही थी, उसी दिन स्कूल में कोरोना वैक्सीन को लेकर कैंप भी आयोजित किया गया था. बताया जा रहा है कि इस दिन खारड़ा गांव में एक रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया था. रक्तदान सेवा से जुड़े एक व्यक्ति ने इस वीडियो को बनाने का दावा करते हुए सोशल मीडिया पर स्कूल की प्रधानाचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं, इस पूरे मामले पर शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों ने अनभिज्ञता जताई है साथ ही मामले को लेकर जानकारी लेने की बात कही है. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले बीकानेर के ही एक अन्य सरकारी स्कूल में एक शिक्षिका की ओर से अपने छात्राओं से अपनी स्कूटी धुलवाने का भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.