जयपुर. राजस्थान एसओजी ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 1600 करोड़ रुपए की पिनकॉन ग्रुप ठगी के प्रकरण में पिछले 5 सालों से फरार चल रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार (Two absconding accused arrested in Pincon Group fraud case) किया है. एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि पिनकॉन नाम से फर्जी सोसायटी बनाकर राजस्थान के निवेशकों के करोड़ों रूपये हड़पने के मामले में आरोपी दीपांकुर बासु निवासी राजेन्द्रा कालोनी कोलकाता और अरूप ठाकुर निवासी बाडिया पाड़ा कोलकाता को न्यायालय से प्रोडक्शन वारंट के तहत मेदिनीपुर सेन्ट्रल जेल से दस्तयाब किया गया है. जिन्हें दर्ज मामले में जांच पड़ताल के बाद अनुसंधान गिरफ्तार किया गया है.
इस तरह से की 1600 करोड़ की ठगी: पिनकॉन ग्रुप ने देशभर में 105 ब्रांच ऑफिस खोल करीब 3 लाख लोगों को अपना शिकार बनाया और फर्जी तरीके से निवेश के नाम पर करीब 1600 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की. कंपनी ने नोटबंदी के दौरान बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर अवैध तरीके से पुराने नोटों को बदलने, अवैध रूप से रुपये का लेन देन करने, बैंक खातों में फर्जी तरीके से रुपया जमा करने, बैंकों से फर्जी तरीके से लोन उठाने और बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर नकदी का गबन भी किया.
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ठगों ने लोगों को निवेश पर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा दिया और जब एक बड़ी राशि खाते में जमा हो गई तब अलग-अलग शहरों से अपने ऑफिस बंद कर लोगों की राशि हड़प कर फरार होने लगे. वहीं मियाद पूरी होने पर जब कुछ निवेशकों ने ठगों से उनकी राशि वापस लौटाने के लिए कहा तो कंपनी को घाटे में बता कर कुछ समय बाद राशि लौटाने का आश्वासन दिया गया, लेकिन लोगों को रुपए नहीं लौटाए.