बीकानेर. पाक सीमा से लगातार आ रहे टिड्डी दल ने सीमावर्ती किसानों की खेतों को काफी नुकसान पहुंचाया है. मिली खबर के मुताबिक सीमावर्ती इलाकों में टिड्डियों के आतंक से हजारों बीघा फसल चौपट हो गई है. जिससे को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. पहले से मौसम की मार झेल रहे किसानों के खेतों पर टिड्डियों के हमले से किसान दोहरी मार झेलने को मजबूर हैं. दोहरे नुकसान को देखकर किसान अब सरकारी इमदाद का इंतजार करने को मजबूर हैं.
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अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे खाजूवाला, दंतोर, आनंदगढ़, रावला, घड़साना, बज्जू क्षेत्रों में पाकिस्तान की तरफ से आई टिड्डियों ने भारी तबाही मचा रखी है. टिड्डियों ने सरसों, चना, गेहूं, ईसबगोल की फसलों को पूर्णतया नष्ट कर दिया है. किसान पारंपरिक तरीके जैसे थाली, पीपे बजाकर टिड्डियों को उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन लाखों की तादाद में आई टिड्डियों पर कोई असर नहीं हो रहा. किसानों ने बताया की कृषि विभाग के अधिकारियों को कई बार फोन करने के बावजूद भी अधिकारियों का रवैया किसानों को परेशान करने वाला बना हुआ है.
एक तरफ किसान इस सर्दी के मौसम में फसलों को इस आस में पालता है कि वह अपना व अपने परिवार का पेट पाल सकें, लेकिन पहले मौसम की मार झेल चुका किसान अब नकारा पड़े सरकारी सिस्टम की अनदेखी के चलते मायूस हो चुका है. कृषि अधिकारियों से बात करने पर उन्होंने बताया की कृषि विभाग के तमाम आला अधिकारी मौके पर जाकर हालात का जायजा ले रहे हैं, टिड्डियो पर नियंत्रण के प्रयास में भी लगे हुए हैं. टिड्डियों का पीछाकर उन पर कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है.
फिलहाल किसानों द्वारा समय पर टिड्डियों के हमले की सूचना कृषि अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को देने के बावजूद भी किसानों को सरकारी मदद की आस अभी भी बरकरार है. इस हालात में अगर राम के बाद राज भी उठा तो धरती पुत्रों के पास आंदोलन के सिवाय कोई रास्ता नहीं बचेगा.