बीकानेर. तबलीगी जमात से जुड़े दो लोगों के बीकानेर में कोरोना वायरस पॉजिटिव आने के बाद शुक्रवार को चिकित्सा महकमे में हड़कंप मच गया है. शुक्रवार अलसुबह रिपोर्ट सामने आने के बाद जहां जिला प्रशासन ने शहर के तीन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया है. चिकित्सा विभाग भी उन क्षेत्रों की विशेष स्क्रीनिंग को लेकर जुटता हुआ नजर आया. बीकानेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय सिविल डिफेंस के कार्यकर्ताओं के साथ चिकित्सा महकमे की सर्वे टीम ने उन क्षेत्रों में विशेष स्क्रीनिंग का काम शुरू कर दिया है. जहां से 2 पॉजिटिव सामने आए हैं.
दरअसल बीकानेर के तीन अलग-अलग मस्जिदों और क्षेत्रों से यह कोरोना पॉजिटिव लोग पिछले 20 दिन में अलग-अलग लोगों से मिले हैं और अब ऐसे लोगों की चेन ढूंढकर चिकित्सा विभाग उन लोगों की स्क्रीनिंग की शुरुआत कर चुका है.
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हालांकि इस पूरे मामले में चिकित्सा महकमे की लापरवाही को लेकर खुद बीकानेर के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मीणा ने बताया कि जो लोग जमात से जुड़े हुए हैं, वह बीकानेर में 9 मार्च को आ गए थे और त्रिपुरा से दिल्ली में मरकस में 7 दिन रूके थे. उन्होंने कहा कि यह ग्रुप में 11 लोग थे, लेकिन गनीमत यह रही कि दो लोग अलग कमरे में रह रहे थे और उनके साथ आए 9 लोगों में भी कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं और उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
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उधर, कोरोना पॉजिटिव पाए गए एक शख्स को अपने मकान में किराए पर रखने और इसकी सूचना जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग को नहीं देने के चलते सीएमएचओ ने नूरानी मस्जिद के पास रहने वाले शख्स जायद के खिलाफ सदर थाना क्षेत्र में मामला दर्ज करवाया है. गौरतलब है कि बीकानेर में पाए गए दो कोरोना पॉजिटिव 8 मार्च को दिल्ली से सराय रोहिल्ला ट्रेन से बीकानेर आए थे और 9 मार्च की सुबह बीकानेर पहुंचे थे.