बीकानेर. पर्यावरण को बचाना और इसका संतुलन को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है. प्लास्टिक से इंसान, जानवर, पर्यावरण सबको खतरा है. प्लास्टिक के ज्यादा उपयोग से आने वाले समय मे फसलों के उत्पादन को भी खतरा है.
कुछ इसी तरह के स्लोगन और विचारों को सबके सामने रखते हुए बीकानेर में स्कूली बच्चों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर आम लोगों को 'नो सिंगल यूज प्लास्टिक' को लेकर जागरूक करने का प्रयास किया. इस दौरान बच्चों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में बताया.
स्कूल की टीचर के साथ आए बच्चों को इस दौरान ईटीवी भारत के नो सिंगल यूज प्लास्टिक अभियान के बारे में बताया गया. बच्चों ने भी ईटीवी भारत के अभियान का समर्थन किया. स्कूल टीचर का कहना था कि पर्यावरण सरंक्षण के लिए जागरुक होना होगा और प्लास्टिक धीरे-धीरे खतरा बन रहा है.
वहीं बच्चों का कहना था कि इससे फसलों को नुकसान हो रहा है, जिसमें मनुष्यों को आने वाले समय में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. इस दौरान बच्चे हाथों में प्लास्टिक उपयोग नहीं करने और इससे होने वाले नुकसान का संदेश लिखी तख्तियां हाथों में लिए हुए थे.
कैसे रोके प्लास्टिक का उपयोग
आज के वक्त में प्लास्टिक हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा हो चुका है. ऐसे में ज्यादातर चीजों में प्लास्टिक की खपत होने की वजह से इसका इस्तेमाल पूरी तरह से खत्म करना मुश्किल है. ऐसे में जरूरी है कि हम प्लास्टिक के विकल्पों पर ध्यान दें. सब्जी लेना हो या कोई भी अन्य सामान लेते वक्त हमें प्लास्टिक बैग के बजाए जूट या कपड़े का बैग इस्तेमाल कर सकते हैं. प्लास्टिक प्लेट या थर्मोकॉल प्लेट भी पार्टियों में इस्तेमाल किए जाते हैं. इसकी बजाए हम पेपर प्लेट या सेरेमिक प्लेट का इस्तेमाल कर सकते हैं.
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प्लास्टिक से होती है कैंसर जैसी घातक बीमारी
वहीं हमारी ओर से यूज किए प्लास्टिक का कचरा हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है. साथ ही प्लास्टिक हमारी सेहत के लिए भी हानिकारक है. प्लास्टिक के कणों से कैंसर होने का खतरा रहता है. साथ ही प्लास्टिक बैग में खाना रखने से हानिकारक तत्व जाने का भी खतरा होता है.