बीकानेर. रीट परीक्षा (REET Exam) में अभ्यर्थियों के चप्पल में डिवाइस लगाकर नकल कराने के गिरोह के मास्टरमाइंड तुलछाराम कालेर को शुक्रवार को गंगाशहर थाना पुलिस ने कोर्ट में पेश किया गया. जहां कोर्ट ने उसे 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया.
शुक्रवार को गंगाशहर थाना पुलिस ने गिरफ्तार तुलछाराम से पूछताछ के आधार पर दो लोगों को गिरफ्तार किया है जो उसके सहयोगी हैं. तुलछाराम के सहयोगी राजाराम और सहीराम को पुलिस ने सीताराम से पूछताछ में जानकारी मिलने के बाद गिरफ्तार किया. सहीराम और राजाराम ने नकल को लेकर कई अभ्यर्थियों से सौदा किया था और सहीराम खुद भी रीट परीक्षा का अभ्यर्थी था. लेकिन पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई के बाद वह भूमिगत हो गया था.
अब चप्पल लगी डिवाइस पर पुलिस की नजर
दरअसल रीट परीक्षा के दिन ही पुलिस ने परीक्षा से ठीक पहले 25 चप्पल के नेटवर्क का भंडाफोड़ कर दिया था और जानकारी के मुताबिक पुलिस ने तुलछाराम की गिरफ्तारी के बाद करीब पचास के करीब ब्लैंक चेक बरामद किए हैं. ऐसे में इस बात की भी संभावना है कि उसे और लोगों को भी डिवाइडर की चप्पल बेची है. अब पुलिस की पूछताछ में यह स्पष्ट हो पाएगा कि उसने और किन किन लोगों को दी गई है या तुलछाराम ने कहीं छिपाई है.
जानकारी के मुताबिक तुलछाराम की निशानदेही पर पुलिस ने 11 डिवाइस लगी चप्पल बरामद की हैं. फिलहाल पुलिस ने खाली चेक और डिवाइस चप्पल के बरामद होने की बात की पुष्टि नहीं की है.
दिल्ली के नेटवर्क को लेकर पूछताछ
रिमांड के दौरान पुलिस तुलछाराम से दिल्ली में डिवाइस लगाकर चप्पल बनाने वाले व्यक्ति के बारे में भी पूछताछ कर नेटवर्क का पता लगाएगी. बताया जा रहा है कि तुलछाराम से पूछताछ में और लोगों को लेकर जानकारी जुटाने में लगी हुई है ताकि परीक्षा को लेकर नकल में किसी भी प्रकार से संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी की जा सके. बताया जा रहा है कि इन लोगों में कुछ निजी स्कूल के संचालक भी शामिल हो सकते हैं.
पांच अलग-अलग शहरों में काटी फरारी
रीट परीक्षा नकल के मास्टरमाइंड तुलछाराम ने पुलिस की गिरफ्त से खुद को बचाए रखने के लिए अपनी पहचान छुपा कर गंगानगर, चूरू, सीकर, अजमेर और जयपुर में फरारी काटी. पुलिस जैसे ही तुलछाराम का पीछा कर उसके ठिकाने पर पहुंचती उससे पहले ही तुलछाराम शहर छोड़ कर दूसरे शहर में नया ठिकाना बना लेता था. जैसे बीकानेर पुलिस को तुलछाराम के अजमेर रोड स्थित एक अपार्टमेंट में छुपे होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद पुलिस ने पूरी चतुराई के साथ काम करते हुए यह सुनिश्चित करने के लिए की अपार्टमेंट में तुलछाराम रह रहा है या नहीं कभी दूधिया बनकर, कभी बिल्डिंग मेंटेनेंस वाला बनकर तो कभी ऑनलाइन डिलीवरी वाला बनकर तफ्तीश की और तुलछाराम को दबोच लिया.
इस तरह से तैयार करवाई नकल की डिवाइस
मास्टरमाइंड तुलछाराम ने बड़े शातिराना तरीके से रीट परीक्षा में नकल करवाने की डिवाइस को तैयार करवाया था. डिवाइस को इस तरह से तैयार करवाया गया कि उसके अंदर वॉइस कॉलिंग डिवाइस, बैटरी, सिम सॉकेट आदि को एक साथ ही फिट किया जा सके. इसके साथ ही एक मक्खी नुमा ब्लूटूथ अभ्यर्थी के कान के बहुत अंदर बारीकी के साथ सेट किया जाता ताकि परीक्षा सेंटर पर किसी को भी शक न हो सके. नकल कराने वाली डिवाइस को अंडर गारमेंट में और चप्पल में इस तरह से फिट किया जाता था कि किसी को भी शक न हो.
फिलहाल, इस पूरे प्रकरण को लेकर अब बीकानेर पुलिस तुलछाराम से सख्ती के साथ पूछताछ कर रही है और डिवाइस किन लोगों से तैयार करवाई गई इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है. तुलछाराम के खिलाफ अजमेर, नागौर, सीकर और बीकानेर में कुल 9 प्रकरण दर्ज किए गए हैं.