बीकानेर: जिले के एक प्रोफेशनल चार्टर्ड अकाउंटेंट (Charter Accountant) सुधीश शर्मा ने करीब 6 साल पहले 5 लोगों के साथ एक मिशन (Mission) के रूप में स्वच्छता (Cleanliness Drive) को लेकर काम शुरू किया और इस अभियान को नाम दिया 'ओवर फॉर नेशन' (Hour For Nation) यानी कि देश के लिए एक घंटा.
एक सप्ताह में रविवार के दिन एक घंटे के लिए शुरू हुए इस अभियान में धीरे-धीरे प्रोफेशनल्स, अलग-अलग विभागों के उच्च अधिकारी भी जुड़े और सबने मिलकर इस मिशन में अपनी सहभागिता निभाते हुए इसे सफल बनाने के लिए काम किया. इस अभियान के तहत (कोरोना काल के कुछ समय को छोड़ दें तो) पिछले 6 सालों से हर रविवार को ऑवर फ़ॉर नेशन (Hour For Nation) की टीम शहर के अलग-अलग हिस्सों में जाकर न सिर्फ सफाई करती है बल्कि यह सफाई भी बिना किसी सरकारी संसाधन की सहायता लिए खुद के संसाधनों से करती है. मसलन सफाई के लिए काम आने वाले झाड़ू से लेकर कचरा ले जाने वाले ट्रैक्टर तक की व्यवस्था भी टीम के सदस्य खुद ही करते हैं.
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यूं बढ़ चला कारवां
धीरे धीरे कारवां बढ़ने का यह सिलसिला इस तरह से शुरू हो जाता है कि जिस क्षेत्र में टीम जाती है वहां के स्थानीय बाशिंदों को भी इसमें जोड़ती है और उस जगह की सफाई करती है. अब ऐसे में उनमें से ही कुछ लोग अगली बार दूसरी जगह पर सफाई के लिए टीम के साथ जुड़ जाते हैं और धीरे-धीरे 6 सालों में 5 लोगों से शुरू हुआ यह कारवां आज 500 लोगों तक पहुंच गया है.
आधी आबादी का बड़ा योगदान
आधी आबादी यानी कि महिलाएं भी इस अभियान में पूरी तरह से जुड़ी हुई है और पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर ऑवर फ़ॉर नेशन (Hour For Nation) की टीम में अपना योगदान दे रही हैं. रेलवे की अधिकारी वंदना शर्मा कहती हैं जब हम अपने घरों को साफ रखते हैं और उसका पूरा ध्यान रखते हैं तो हमें घर के साथ-साथ घर के बाहर और शहर की भी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए. कहती हैं कि स्वच्छ वातावरण दो तरीके से मेंटेन किया जा सकता है. पहला कि हम कचरे को बढ़ाने में अपनी कोई भूमिका न निभायें और दूसरा जितना हो सकता हो शहर में फैल रहे कचरे को समेटने में अपना योगदान दें. जोर देकर कहती हैं कि हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और महिलाएं इसमें अहम भूमिका निभा सकती हैं.
आलाधिकारी भी बन रहे भागीदार
मुहिम के जज्बे को आलाधिकारी भी सलाम करते हैं. वो भी धीरे-धीरे इसका हिस्सा बनते जा रहे हैं. हाल ही में आए सहायक आयकर आयुक्त अरविन्द मीणा भी उनमें से एक हैं. कहते हैं इस अभियान के बारे में सुना और इसका हिस्सा बन गया. कहते हैं स्वच्छता एक मिशन है, इस मिशन से जुड़कर आत्मसंतुष्टि तो मिलती ही है साथ ही इसी बहाने व्यायाम भी हो जाता है.
क्या कहते हैं सूत्रधार?
इस अभियान के सूत्रधार सीए सुधीश शर्मा कहते हैं कि वाकई में इस अभियान को शुरू करना एक अच्छा अनुभव रहा और हर कदम पर लोगों का साथ मिला. यही कारण है कि 5 लोगों से शुरू हुई टीम अब 500 तक पहुंच गई है. मानते हैं कि लोगों की सहभागिता उनके आत्मविश्वास को बढ़ाती है.
कुल मिलाकर साफ सफाई और स्वच्छता को लेकर ऑवर फ़ॉर नेशन (Hour For Nation) टीम का जज्बा काबिले तारीफ है. जज्बा जो जिद्द और जुनून की कहानी समेटे है.