बीकानेर. पंचायती राज चुनाव के तहत जिला परिषद और पंचायत समितियों के नामांकन सोमवार को दाखिल हुए. बीकानेर में भाजपा ने सभी 29 जिला परिषद सदस्य और पंचायत समिति सदस्यों की सूची जारी की तो वहीं कांग्रेस ने प्रत्याशियों को सिंबल देकर नामांकन भरने के निर्देश दिए.
बीकानेर में जिला परिषद का चुनाव भी रोचक होता जा रहा है. केंद्रीय राज्यमंत्री और बीकानेर से सांसद अर्जुन मेघवाल के पुत्र रवि शेखर मेघवाल की औपचारिक रूप से राजनीतिक एंट्री जिला परिषद सदस्य के चुनाव में हो गई है. पार्टी ने वार्ड संख्या 23 से मैदान में उतारा है. सोमवार को रवि शेखर ने अपने समर्थकों के साथ अपना नामांकन दाखिल किया.
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इस दौरान रवि शेखर ने कहा कि उनका राजनीति में आना और जिला परिषद सदस्य के रूप में चुनाव लड़ना वंशवाद और परिवारवाद का उदाहरण नहीं है. उन्होंने कहा कि आईएएस का बेटा आईएएस बनता है और डॉक्टर का बेटा अगर डॉक्टर बनता है तो उसमें योग्यता है तभी बन पाता है.
मैं पैराशूट उम्मीदवार नहीं हूं...
रवि शेखर ने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि मेरी राजनीति में रुचि है, इसीलिए मैं अपनी 13 साल की नौकरी को छोड़ कर राजनीति में आया हूं. उन्होंने कहा कि सीधे वीआरएस लेकर मैं चुनाव नहीं लड़ रहा, बल्कि एक साल से भी ज्यादा समय तक पार्टी में काम किया. शेखर ने कहा कि मैं पैराशूट उम्मीदवार नहीं हूं.
पार्टी का आदेश ही सर्वोपरि...
भाजपा की ओर से जिला प्रमुख के दावेदारों में खुद के होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी का आदेश ही सर्वोपरि होगा. लेकिन हम सब का एक ही मकसद है कि अब तक बीकानेर में भाजपा का जिला प्रमुख नहीं बन पाया है और इस चुनाव में हम कांग्रेस के इस मिथक को तोड़ कर भाजपा का जिला प्रमुख बनाने का प्रयास कर रहे हैं.
मुझे राजनीति में रुचि है...
रवि शेखर ने कहा कि मुझे राजनीति में रुचि है. कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों के साथ बैठकर गांव के विकास की बात करने में मुझे मजा आता है और इसीलिए मैं राजनीति में आया हूं. उन्होंने कहा कि अब जिला परिषद के चुनाव में भागीदारी कर रहा हूं.