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बीकानेर में ब्लैक फंगस के 7 मरीज, डेढ़ साल के बच्चे में भी हुई पुष्टि - black fungus case in bikaner

कोरोना महामारी के साथ ही अब ब्लैक फंगस का कहर देखने को मिल रहा है. बीकानेर में ब्लैक फंगस के 7 मामले सामने आए हैं, जिनमें एक डेढ़ साल के बच्चे को भी ब्लैक फंगस हुआ है. बताया जा रहा है कि बच्चा ब्लड कैंसर से पीड़ित है.

bikaner news, बीकानेर में ब्लैक फंगस, infant suffering black fungus
बीकानेर में डेढ़ साल के बच्चे में ब्लैक फंगस की पुष्टि
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Published : May 26, 2021, 9:10 AM IST

बीकानेर. कोरोना महामारी के साथ ही अब ब्लैक फंगस के मामले चिंता का कारण बनकर सामने आ रहे हैं. बीकानेर में भी अब तक कुल 7 मामले सामने आए हैं, जिनमें डेढ़ साल का बच्चा ब्लैक फंगस होने का शिकार हुआ है. बच्चे को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

पढ़ें: कोरोना से हुई मौतों की ऑडिट के निर्देश, CM बोले- राजस्थान में आंकड़े छिपाने की परंपरा नहीं

बताया जा रहा है कि बच्चा ब्लड कैंसर से पीड़ित है और संभवतया इसी के इलाज में दी गई स्टेरॉयड की वजह से फंगस की परेशानी हुई है. बीकानेर पीबीएम अस्पताल में कुल 15 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई है, जिनमें 7 में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है. इनमें दो मरीज अपनी इच्छा से डिस्चार्ज होकर पीबीएम से चले गए. वहींं, 5 का इलाज जारी है. चूरू जिले के सुजानगढ़ के रहने वाले इस बच्चे को 7 दिन पहले अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां जांच के बाद ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है और अब अस्पताल के पी वार्ड में भर्ती करवाया गया है.

पढ़ें: गहलोत सरकार के लिए कोरोना टेस्ट नहीं विधायकों का लॉयल्टी टेस्ट ज्यादा जरूरी: राज्यवर्धन सिंह राठौड़

ब्लैक फंगस से पीड़ित महिला की होगी एक सर्जरी

अस्पताल में ब्लैक फंगस से पीड़ित 60 वर्षीय महिला की सर्जरी बुधवार को होगी. ईएनटी सर्जन इस सर्जरी को करेंगे. बताया जा रहा है कि महिला की नाक से होते हुए आंख तक फंगस पहुंच गया है और अब सर्जरी की जाएगी. हालांकि सर्जरी के बाद ही स्थिति का पता चल सकेगा कि फंगस किस स्थिति तक पहुंचा है. वहीं, अस्पताल में फंगस के 2 और पीड़ितों की स्थिति भी गंभीर है. वहीं, दूसरी ओर ब्लैक फंगस के लिए काम आने वाली दवा लिपोसोमल अम्फोटेरिसिन इंजेक्शन (liposomal amphotericin injection) खत्म होने के बाद पीबीएम प्रशासन ने 36 इंजेक्शन की डिमांड भेजी है. बुधवार को ये इंजेक्शन मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.

बीकानेर. कोरोना महामारी के साथ ही अब ब्लैक फंगस के मामले चिंता का कारण बनकर सामने आ रहे हैं. बीकानेर में भी अब तक कुल 7 मामले सामने आए हैं, जिनमें डेढ़ साल का बच्चा ब्लैक फंगस होने का शिकार हुआ है. बच्चे को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

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बताया जा रहा है कि बच्चा ब्लड कैंसर से पीड़ित है और संभवतया इसी के इलाज में दी गई स्टेरॉयड की वजह से फंगस की परेशानी हुई है. बीकानेर पीबीएम अस्पताल में कुल 15 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई है, जिनमें 7 में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है. इनमें दो मरीज अपनी इच्छा से डिस्चार्ज होकर पीबीएम से चले गए. वहींं, 5 का इलाज जारी है. चूरू जिले के सुजानगढ़ के रहने वाले इस बच्चे को 7 दिन पहले अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां जांच के बाद ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है और अब अस्पताल के पी वार्ड में भर्ती करवाया गया है.

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ब्लैक फंगस से पीड़ित महिला की होगी एक सर्जरी

अस्पताल में ब्लैक फंगस से पीड़ित 60 वर्षीय महिला की सर्जरी बुधवार को होगी. ईएनटी सर्जन इस सर्जरी को करेंगे. बताया जा रहा है कि महिला की नाक से होते हुए आंख तक फंगस पहुंच गया है और अब सर्जरी की जाएगी. हालांकि सर्जरी के बाद ही स्थिति का पता चल सकेगा कि फंगस किस स्थिति तक पहुंचा है. वहीं, अस्पताल में फंगस के 2 और पीड़ितों की स्थिति भी गंभीर है. वहीं, दूसरी ओर ब्लैक फंगस के लिए काम आने वाली दवा लिपोसोमल अम्फोटेरिसिन इंजेक्शन (liposomal amphotericin injection) खत्म होने के बाद पीबीएम प्रशासन ने 36 इंजेक्शन की डिमांड भेजी है. बुधवार को ये इंजेक्शन मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.

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