बीकानेर. देश और प्रदेश में हर रोज सामने आ रहे कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद सरकार स्तर पर भी इसकी मॉनिटर में शुरू हो गई है. राज्य सरकार ने कोरोना को लेकर नई गाइडलाइन जारी कर दी है. जिससे कोरोना संक्रमण को रोकने में मदद मिल सके. लेकिन सरकारी स्तर पर जारी होने वाली गाइडलाइन की कई बार जनप्रतिनिधि और उच्च अधिकारी भी अवहेलना कर देते हैं. ऐसे में आम जनता से वे किस तरह से इसकी पालना करवा पाएंगे यह एक बड़ा सवाल है.
कोरोना संक्रमण को लेकर लापरवाही : आम जनता पर गाइडलाइन (Rajasthan Corona Guidelines) की पालना करने के लिए जुर्माना और अन्य दंड के प्रावधान सरकार की गाइड लाइन में हैं. लेकिन जब जनप्रतिनिधि और उच्च अधिकारी भी इस गाइडलाइन की पालना नहीं करेंगे तो आम आदमी से इसकी उम्मीद करना भी बेमानी है. कुछ ऐसी ही बानगी देखने को मिली बुधवार को बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय में जहां बोम की बैठक (Maharaja Ganga Singh University meeting) आयोजित हुई थी. बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट की इस बैठक में विश्वविद्यालय के शैक्षणिक विकास को लेकर कई तरह की चर्चा हुई. लेकिन कोरोना संक्रमण को लेकर लापरवाही (Vice Chancellor Ignore corona guidelines) देखने को मिली.
जनप्रतिनिधि और उच्च अधिकारी लापरवाह
कुलपति विनोद कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट की बैठक में बतौर सदस्य विधायक कृष्णा पूनिया और जगदीश जांगिड़ और अन्य सदस्य भी मौजूद रहे. जिनमें कॉलेज शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी और सरकारी कॉलेज के प्राचार्य और विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भी शामिल है. लेकिन कार्यक्रम में एक-दो सदस्य को छोड़कर किसी भी व्यक्ति ने मास्क नहीं लगा रखा था. ऐसे में सवाल है कि जब कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार के स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं और खुद मुख्यमंत्री लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर आम जनता से इसकी कड़ाई से पालन करने की अपील कर रहे हैं. ऐसे में जनप्रतिनिधि और उच्च अधिकारी इस तरह की लापरवाही कैसे कर सकते हैं.
जवाब देते हुए बचते नजर आए जनप्रतिनिधि
दरअसल, इस बैठक में शामिल होने के लिए बीकानेर के बाहर से भी कई सदस्य आए थे. हालांकि जब विधायक कृष्णा पूनिया और विधायक जगदीश जांगिड़ से प्रोटोकॉल के तहत मास्क लगाने की अनिवार्यता को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बैठक में कुछ लोग वीडियो के माध्यम से जुड़े थे और ऐसे में बोलते वक्त मास्क लगाए रखने से आवाज समझ नहीं आ रही है. हालांकि उन्होंने यह तक अपने हिसाब से दिया लेकिन तस्वीरों में साफ है कि वे बैठक में शामिल होने के लिए आए और जब बाहर निकले तब भी उन्होंने मास्क नहीं लगा रखा था.