बीकानेर. कोरोना के संक्रमण काल में सरकार की तरफ से वितरित की जाने वाली राहत सामग्री को उपलब्ध करवाने में सरकार को सहयोग देने वाले व्यापारियों ने अब सरकार के निर्णय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार को राज्य सरकार की ओर से अनाज मंडियों में लाए जाने वाले जींस पर 2 प्रतिशत कृषक कल्याण टैक्स लगाए जाने के विरोध में बीकानेर में विरोध के स्वर उठे हैं.
बीकानेर अनाज मंडी के अध्यक्ष जय किशन अग्रवाल ने बताया कि, सरकार पहले से ही व्यापारियों के मांग पर ध्यान नहीं दे रही है. व्यापारी लगातार सरकार से मंडी टैक्स को कम करने की मांग कर रहे थे, लेकिन इसी बीच कोरोना के संक्रमण काल के बीच सरकार ने व्यापारियों की कमर तोड़ने का काम किया है.
इसके विरोध में बुधवार को बीकानेर अनाज मंडी बंद रखकर सरकार के निर्णय का विरोध किया जाएगा. अग्रवाल ने कहा कि, इससे सरकार को राजस्व का अप्रत्यक्ष नुकसान होगा. क्योंकि व्यापारी सिर्फ बीकानेर ही नहीं बल्कि, प्रदेश की बाकी मंडियों में भी अपना माल नहीं भेजेंगे और दूसरे राज्यों में माल जाएगा जिसके चलते सरकार को राजस्व का नुकसान होगा.
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डगमगाई अर्थव्यवस्था के चलते हुआ निर्णय...
जानकारी के मुताबिक कोरोना के चलते अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान से राज्य सरकार के राजस्व में भारी गिरावट आई है. उसकी भरपाई करने के लिए सरकार ने अनाज जिंस पर 2 प्रतिशत टैक्स लगाया है.