बीकानेर. राज्य सरकार की ओर से दीपावली के मौके पर आतिशबाजी और पटाखा व्यवसाय के विक्रय पर अब विरोध के स्वर शुरू हो गए हैं. मंगलवार को बीकानेर फायर वर्क्स एसोसिएशन के बैनर तले बीकानेर के पटाखा व्यवसायियों और पटाखा निर्माताओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया. इस दौरान पटाखा व्यवसायी पटाखा व्यवसाय पर प्रतिबंध हटाने और दिवाली बिना पटाखा किस काम की लिखी तख्तियां लेकर पहुंचे.
बीकानेर फायरवर्क्स एसोसिएशन के सचिव वीरेंद्र किराडू ने कहा कि राज्य सरकार के आदेश से बीकानेर में पटाखा व्यवसायियों को बड़ा नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि बीकानेर में तकरीबन साढे चार सौ से ज्यादा परिवार की रोजी-रोटी इसी से चलती है और साल में एक बार दीपावली के दिन पूरे साल की गई मेहनत के बदले मेहनताना मिलता है और अब दीपावली से पहले ही सरकार की ओर से जारी किए गए इस आदेश से पटाखा व्यवसायी बड़ी मुसीबत में आ जाएंगे.
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उन्होंने कहा कि बीकानेर में पटाखा व्यवसायियों ने करीब 10 करोड़ रुपये से ज्यादा के पटाखों का स्टॉक कर लिया है और अब सरकार के इस आदेश से पटाखा व्यवसायियों को बड़ा नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि पहले कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन में आर्थिक स्थिति खराब है और अब शादियों का सीजन पटाखा व्यवसाय के लिए बचा नहीं है. ऐसे में अब पटाखा व्यवसाय के लिए केवल एक दीपावली का दिन ही रहता है और उस पर भी सरकार का ये आदेश कुठाराघात है.