बीकानेर. जिला परिषद के चुनाव को लेकर कांग्रेस ने रणनीति के तौर पर अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं करते हुए सीधे ही प्रत्याशी को सूचना दी और सिम्बल देकर नामांकन भरवाया. हालांकि दोनों पार्टियों ने नेताओं के परिवार में टिकट देकर वंशवाद की परिपाटी को पंचायत चुनाव में भी कायम रखा है.
बीकानेर पंचायती राज चुनाव के तहत भाजपा और कांग्रेस पूरी तरह से सक्रिय हो गई हैं और नामांकन से पहले जहां भाजपा ने अपनी जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों की सूची जारी की तो वहीं कांग्रेस ने सूची जारी करने से बचते हुए सीधे ही प्रत्याशी को सिंबल दिए. भाजपा में जहां केंद्रीय राज्य मंत्री और बीकानेर से सांसद अर्जुन मेघवाल की टिकट वितरण में पूरी दखलअंदाजी रही. वहीं कांग्रेस में स्थानीय विधायक और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे नेताओं को तरजीह मिली और उन्होंने अपने क्षेत्र में अपने अनुसार टिकट वितरण किया.
बीकानेर में जिला परिषद की 29 और 9 पंचायत समिति की 161 सीटों पर मतदान होगा. बीकानेर के खाजूवाला से विधायक गोविंद मेघवाल की बेटी और खाजूवाला की निवर्तमान प्रधान सरिता चौहान जिला परिषद के लिए वार्ड 24 से चुनाव मैदान में हैं तो वहीं वार्ड 23 से गोविंद मेघवाल की पत्नी आशा देवी ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है. बीकानेर जिला प्रमुख के लिए इस बार सीट आरक्षित है. ऐसे में दोनों को ही जिला प्रमुख के लिए दावेदार माना जा रहा है.
भाजपा से केंद्रीय राज्य मंत्री और बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल के पुत्र रवि शेखर ने वार्ड 23 से नामांकन दाखिल किया है. ऐसे में अब वार्ड 23 हॉट सीट बन गया है. बीकानेर पंचायत चुनाव अर्जुन राम मेघवाल और विधायक गोविंद मेघवाल के बीच चुनाव माना जा रहा है.
प्रधान सविता चौहान और उनकी मां आशा देवी ने नामांकन से पहले ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान खुद के जिला प्रमुख के दावेदार होने के सवाल पर सरिता चौहान ने कहा कि 5 साल तक मैंने प्रधान के रूप में क्षेत्र की जनता की सेवा की है और अब पार्टी ने मुझे जिला परिषद का चुनाव लड़ने के लिए आदेश दिया है और मैं जिला परिषद का चुनाव लड़ रही हूं. जिला प्रमुख कौन बनेगा इसका फैसला पार्टी आलाकमान करेगा.
इस दौरान भाजपा की तरफ से रवि शेखर मेघवाल के चुनाव मैदान में होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बीकानेर से तीसरी बार अर्जुन राम मेघवाल सांसद बने हैं. लेकिन हमारे क्षेत्र में कभी वो आए नहीं इसलिए अभी तो चुनाव में ही जनता तय करेगी.
1995 से बीकानेर जिला परिषद में लगातार कांग्रेस के ही जिला प्रमुख बनने के रिकॉर्ड को इस बार भाजपा के तोड़ने के दावे पर उन्होंने कहा कि अब तक कांग्रेस ही यहां काबिज रही है. अब भाजपा इस बारे में क्या सोचती है वह तो चुनाव के परिणाम ही बताएंगे. वहीं वार्ड संख्या 23 से ही रवि शेखर मेघवाल के सामने मैदान में उतरी विधायक गोविंद मेघवाल की पत्नी आशा देवी ने कहा कि वे पूर्व में भी सरपंच रह चुकी हैं और अब फिर से जनता के बीच आ रही है.