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निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से मौत के मामले बीकानेर कलेक्टर ने क्या कहा ?

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Published : May 9, 2021, 10:12 PM IST

बीकानेर के एक निजी अस्पताल में शनिवार को तीन लोगों की ऑक्सीजन से कमी की मौत की खबर के बाद प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है. प्रशासन ने घटना में ऑक्सीजन की कमी की बात को सिरे से खारिज किया है तो वहीं इस पूरे मामले पर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

corona deatha in bikaner,  bikaner collector namit mehta
बीकानेर नें ऑक्सीजन की कमी से मौत

कोरोना मरीजों के इलाज को लेकर सरकार किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने की बात कह रही है. इसको लेकर बार-बार दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं. वहीं रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन की कमी को लेकर भी लगातार प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री केंद्र सरकार को अपील कर रहे हैं और इसी बीच बीकानेर के एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से तीन मरीजों की मौत होने के तत्काल बाद जहां प्रशासन ने इसका खण्डन कर मरीजों की मौत के मामले में जांच कमेटी का गठन कर दिया.

पढ़ें: CM गहलोत की PM मोदी को सलाह, कहा- पूरे देश में एकरूपता के साथ लागू करें लॉकडाउन

इस पूरे मामले पर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों और एक आरएस अधिकारी को शामिल करते हुए एक टीम का गठन किया गया है और इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई है. वहीं जिला प्रशासन निजी अस्पताल को 20 दिन में 50 सिलेंडर उपलब्ध करवाए जाने की बात कहकर ऑक्सीजन की कमी की बात को फिर से खारिज किया है. वहीं निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की किसी भी स्तर पर कमी नहीं होने की बात करते हुए जिला कलक्टर कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि प्रशासन हर मामले में पारदर्शिता रख रहा है और अब मीडिया के माध्यम से पब्लिक में भी इस बात को पिछले दिनों से वादा किया जा रहा है कि किस निजी अस्पताल को कितने सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं.

बीकानेर कलेक्टर नमित मेहता

साथ ही उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों की ओर से घोषित किए गए व्यवस्थाओं के रूप में सिलेंडर दिए जा रहे हैं. लेकिन यह बात निजी अस्पतालों को भी समझनी होगी कि जितनी उनकी कैपेसिटी है, उससे ज्यादा मरीज वे अपने यहां भर्ती नहीं करें. बीकानेर में घर पर इलाज ले रहे मरीजों को ऑक्सीजन की किल्लत होने को लेकर उन्होंने कहा कि इस को लेकर एक कमेटी बनाई हुई है और वह डॉक्टर की रिकमेंडेशन के आधार पर मरीजों को सिलेंडर देने की अनुशंसा करती है और प्रशासन के स्तर पर इस बात को भी साझा किया जा रहा है.

बीकानेर में 10,000 से ज्यादा कोरोना के एक्टिव केस होने के बीच पीबीएम अस्पताल में बेड फुल होने और ऑक्सीजन की आपूर्ति के सवाल पर उन्होंने कहा कि पीबीएम अस्पताल में हर रोज 14 से 1500 सिलेंडर की खबर है. लेकिन एक बार बीच में दो हजार से ज्यादा सिलेंडर की खपत एक दिन में होने लगी थी. लेकिन ऑक्सीजन मित्र के रुप में नर्सिंग स्टूडेंट को वहां तैनात कर ऑक्सीजन के वेस्टेज को रोका गया और अब स्थिति नियंत्रण में है.

गहलोत सरकार की ओर से 10 मई से प्रदेश भर में लॉकडाउन को लेकर जिला कलेक्टर ने कहा कि बीकानेर में भी अधिकारियों को इस बारे में निर्देश दिए गए हैं और अनुमत दुकानों के अलावा किसी भी तरह की कोई दुकान नहीं खुले साथ ही करना एडवाइजर की पालना हो इसको लेकर भी निर्देश दिए गए हैं. इसको लेकर लगातार एनफोर्समेंट टीम काम कर रही है और करीब 1500 से ज्यादा चालान काटे गए हैं और आगे भी सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक इसकी पालना करवाई जाएगी साथ ही उन्होंने लोगों से भी और ना कि संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सरकार के आदेशों की पालना करते हुए घरों में ही रहने की अपील की.

कोरोना मरीजों के इलाज को लेकर सरकार किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने की बात कह रही है. इसको लेकर बार-बार दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं. वहीं रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन की कमी को लेकर भी लगातार प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री केंद्र सरकार को अपील कर रहे हैं और इसी बीच बीकानेर के एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से तीन मरीजों की मौत होने के तत्काल बाद जहां प्रशासन ने इसका खण्डन कर मरीजों की मौत के मामले में जांच कमेटी का गठन कर दिया.

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इस पूरे मामले पर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों और एक आरएस अधिकारी को शामिल करते हुए एक टीम का गठन किया गया है और इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई है. वहीं जिला प्रशासन निजी अस्पताल को 20 दिन में 50 सिलेंडर उपलब्ध करवाए जाने की बात कहकर ऑक्सीजन की कमी की बात को फिर से खारिज किया है. वहीं निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की किसी भी स्तर पर कमी नहीं होने की बात करते हुए जिला कलक्टर कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि प्रशासन हर मामले में पारदर्शिता रख रहा है और अब मीडिया के माध्यम से पब्लिक में भी इस बात को पिछले दिनों से वादा किया जा रहा है कि किस निजी अस्पताल को कितने सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं.

बीकानेर कलेक्टर नमित मेहता

साथ ही उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों की ओर से घोषित किए गए व्यवस्थाओं के रूप में सिलेंडर दिए जा रहे हैं. लेकिन यह बात निजी अस्पतालों को भी समझनी होगी कि जितनी उनकी कैपेसिटी है, उससे ज्यादा मरीज वे अपने यहां भर्ती नहीं करें. बीकानेर में घर पर इलाज ले रहे मरीजों को ऑक्सीजन की किल्लत होने को लेकर उन्होंने कहा कि इस को लेकर एक कमेटी बनाई हुई है और वह डॉक्टर की रिकमेंडेशन के आधार पर मरीजों को सिलेंडर देने की अनुशंसा करती है और प्रशासन के स्तर पर इस बात को भी साझा किया जा रहा है.

बीकानेर में 10,000 से ज्यादा कोरोना के एक्टिव केस होने के बीच पीबीएम अस्पताल में बेड फुल होने और ऑक्सीजन की आपूर्ति के सवाल पर उन्होंने कहा कि पीबीएम अस्पताल में हर रोज 14 से 1500 सिलेंडर की खबर है. लेकिन एक बार बीच में दो हजार से ज्यादा सिलेंडर की खपत एक दिन में होने लगी थी. लेकिन ऑक्सीजन मित्र के रुप में नर्सिंग स्टूडेंट को वहां तैनात कर ऑक्सीजन के वेस्टेज को रोका गया और अब स्थिति नियंत्रण में है.

गहलोत सरकार की ओर से 10 मई से प्रदेश भर में लॉकडाउन को लेकर जिला कलेक्टर ने कहा कि बीकानेर में भी अधिकारियों को इस बारे में निर्देश दिए गए हैं और अनुमत दुकानों के अलावा किसी भी तरह की कोई दुकान नहीं खुले साथ ही करना एडवाइजर की पालना हो इसको लेकर भी निर्देश दिए गए हैं. इसको लेकर लगातार एनफोर्समेंट टीम काम कर रही है और करीब 1500 से ज्यादा चालान काटे गए हैं और आगे भी सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक इसकी पालना करवाई जाएगी साथ ही उन्होंने लोगों से भी और ना कि संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सरकार के आदेशों की पालना करते हुए घरों में ही रहने की अपील की.

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