भीलवाड़ा. जिले के ग्रामीण क्षेत्र में भूमिगत जल स्तर सुधारने को लेकर जल ग्रहण योजना के तहत तालाब और नाड़ी का काम जारी है, जहां कहीं जगह काम में लीपापोती की जा रही है, जिसको लेकर जल ग्रहण विभाग के अधीक्षण अभियंता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि जहां लापरवाही पूर्वक काम हो रहा है, उन अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. भीलवाड़ा जिले में पंचायत राज विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा के तहत खेत तालाब और नाड़ी का काम जारी है, जहा भीलवाड़ा जिले के ग्रामीण क्षेत्र में जल स्तर सुधारने के लिए यह बेहतर काम किया जा रहा है, जिससे भीलवाड़ा जिले के ग्रामीण क्षेत्र में भूमिगत स्तर जलस्तर बढ़ सके.
जल ग्रहण योजना के तहत काम के दौरान कहीं जगह लापरवाही बरती जा रही है, जिसको लेकर जल ग्रहण योजना की अधीक्षण अभियंता सत्य नारायण उपाध्याय ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि वर्तमान में जल ग्रहण योजना के 30 काम हाथ मे लिए है वो धरातल पर पुरे करवाए जा रहे हैं. यह सभी काम मार्च माह के अंत तक पूरे हो जाएंगे. जल ग्रहण योजना के तहत गांव-गांव में भूमिगत जल स्तर सुधारने को लेकर खेत, तालाई, नाड़ी का काम किया जा रहा है. यहां तक कि सरकारी बिल्डिंग पर पानी एक जगह एकत्रित कर भूमि में रिसाव किया जाता है, जिससे जल स्तर बढ़ सके.
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जल ग्रहण योजना के तहत जब से काम होने लगे हैं, तब से भीलवाड़ा जिले में भूमिगत जलस्तर बढ़ा है. पहले गूगल से एरिया को मिलाप करते हैं तो अब उसमें भिन्नता नजर आती है. वहीं भीलवाड़ा जिले के आसींद पंचायत समिति क्षेत्र में जल ग्रहण योजना के तहत लापरवाहीता पूर्वक काम को लेकर सत्य नारायण उपाध्याय ने कहा कि जहां भी जल ग्रहण योजना के तहत काम में लापरवाही बरती जा रही है, वहां कार्यस्थल पर जांच करते हुए संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.