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Tips For Farmers : खरीफ की फसल की बुवाई को लेकर कृषि उपनिदेशक ने दिए टिप्स, खाद-बीज को लेकर कही यह बात...

भीलवाड़ा में खरीफ की फसल की बुवाई करने वाले किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद और बीज उपलब्ध हो (Status of Fertilizer and seeds in Bhilwara) सके, इसके लिए ​कृषि विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. कृषि उपनिदेशक के अनुसार, फिल्ड इंस्पेक्टर्स को किसानों को जागरूक करने और बीज की दुकानों से नमूने लेने को कहा गया है. जिले में पर्याप्त मात्रा में खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है.

Suggestions to farmers for Kharif crops
खरीफ की फसल की बुवाई को लेकर कृषि उपनिदेशक ने दिए टिप्स, खाद-बीज को लेकर कही यह बात...
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Published : Jun 19, 2022, 10:12 PM IST

भीलवाड़ा. खरीफ की फसल के लिए जिले में किसानों को सही समय पर खाद व बीज उपलब्ध हो, इसके लिए कृषि विभाग में तमाम तैयारी पूरी कर ली है. जिले के कृषि विभाग के अधिकारी का कहना है कि किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद और गुणवत्तापूर्ण बीज प्राप्त हो सकें, इसके लिए समुचित उपाय किए गए (Suggestions to farmers for Kharif crops) हैं.

कृषि उपनिदेशक रामपाल खटीक ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि मानसून की पूर्व बरसात से जहां नमी है, वहां किसान अपने खलियान की हकाई व जुताई करें. किसान मानसून का इंतजार करें और जिले में 50 मिलीमीटर वर्षा होने पर ही फसल की बुवाई (Best sowing time for kharif crops) करें. कम वर्षा में बुआई करने से बीज के अंकुरण में दिक्कत आती है. उन्होंने कहा कि जिले में अभी पर्याप्त मात्रा में बरसात नहीं हुई है. किसानों को खरीफ की फसल के लिए खाद व बीज उपलब्ध हो, इसके लिए हमने तमाम तैयारी पूरी कर ली है.

पढ़ें: मानसून का इंतजार: कई गांवों में अगेती फसल की बुवाई में जुटे किसान

उन्होंने कहा कि जिले में 4 लाख 68 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा है. जिसमें से 2 लाख हेक्टेयर भूमि में मक्का, 40 हजार हेक्टेयर भूमि में कपास, 60 हजार भूमि में उड़द, 20 हजार हेक्टेयर भूमि में मूंग की फसल के साथ ही ग्वार, ज्वार, तिल, सोयाबीन की फसल की बुवाई होगी. 25 हजार हेक्टेयर भूमि में कपास की बुवाई हो चुकी है. इस बार पानी की कमी के कारण गत वर्ष की तुलना में कम बुआई हुई है.

पढ़ें: जालोर में मानसून की तैयारियों में जुटे किसान

उन्होंने कहा कि अभी जिले में बुवाई योग्य बरसात नहीं हुई है. किसान इस बरसात से अपने खलिहान की हकाई जुताई करके खरीफ की फसल की बुवाई की तैयारी पूरी कर लें. जिले में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है. वर्तमान में यहां डीएपी 7000, यूरिया 12 हजार, सुपर फास्फेट 13 हजार मैट्रिक टन उपलब्ध है. किसान राज सीड्स व निजी कंपनियों का बीज खरीद सकते हैं. बीज खरीदते समय किसान बिल अवश्य लें. किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज मिले, इसके लिए फील्ड में सारे इंस्पेक्टर्स को निर्देश दिए गए हैं. उन्हें फील्ड विजिट के दौरान अधिक से अधिक दुकानों से बीज के नमूने लेने को कहा गया है, जिससे किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज मिल सके.

भीलवाड़ा. खरीफ की फसल के लिए जिले में किसानों को सही समय पर खाद व बीज उपलब्ध हो, इसके लिए कृषि विभाग में तमाम तैयारी पूरी कर ली है. जिले के कृषि विभाग के अधिकारी का कहना है कि किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद और गुणवत्तापूर्ण बीज प्राप्त हो सकें, इसके लिए समुचित उपाय किए गए (Suggestions to farmers for Kharif crops) हैं.

कृषि उपनिदेशक रामपाल खटीक ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि मानसून की पूर्व बरसात से जहां नमी है, वहां किसान अपने खलियान की हकाई व जुताई करें. किसान मानसून का इंतजार करें और जिले में 50 मिलीमीटर वर्षा होने पर ही फसल की बुवाई (Best sowing time for kharif crops) करें. कम वर्षा में बुआई करने से बीज के अंकुरण में दिक्कत आती है. उन्होंने कहा कि जिले में अभी पर्याप्त मात्रा में बरसात नहीं हुई है. किसानों को खरीफ की फसल के लिए खाद व बीज उपलब्ध हो, इसके लिए हमने तमाम तैयारी पूरी कर ली है.

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उन्होंने कहा कि जिले में 4 लाख 68 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा है. जिसमें से 2 लाख हेक्टेयर भूमि में मक्का, 40 हजार हेक्टेयर भूमि में कपास, 60 हजार भूमि में उड़द, 20 हजार हेक्टेयर भूमि में मूंग की फसल के साथ ही ग्वार, ज्वार, तिल, सोयाबीन की फसल की बुवाई होगी. 25 हजार हेक्टेयर भूमि में कपास की बुवाई हो चुकी है. इस बार पानी की कमी के कारण गत वर्ष की तुलना में कम बुआई हुई है.

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उन्होंने कहा कि अभी जिले में बुवाई योग्य बरसात नहीं हुई है. किसान इस बरसात से अपने खलिहान की हकाई जुताई करके खरीफ की फसल की बुवाई की तैयारी पूरी कर लें. जिले में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है. वर्तमान में यहां डीएपी 7000, यूरिया 12 हजार, सुपर फास्फेट 13 हजार मैट्रिक टन उपलब्ध है. किसान राज सीड्स व निजी कंपनियों का बीज खरीद सकते हैं. बीज खरीदते समय किसान बिल अवश्य लें. किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज मिले, इसके लिए फील्ड में सारे इंस्पेक्टर्स को निर्देश दिए गए हैं. उन्हें फील्ड विजिट के दौरान अधिक से अधिक दुकानों से बीज के नमूने लेने को कहा गया है, जिससे किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज मिल सके.

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