ETV Bharat / city

संघ किसी भी सरकार के काम में हस्तक्षेप नहीं करता...राष्ट्रहित के मुद्दे पर संविधान के दायरे में उठाते हैं कदमः मोहन भागवत

संघ प्रमुख मोहन भागवत इन दिनों राजस्थान के प्रवास पर हैं. सोमवार को वे भीलवाड़ा जिले में रहे. एक कार्यक्रम के दौरान भागवत ने सरकार में दखल देने के सवाल पर कहा कि संघ कभी भी सरकार के काम में हस्तक्षेप नहीं करता है.

Mohan Bhagwat, Bhilwara news
राष्ट्रीय संत आचार्य महाश्रमण जी से आशीर्वाद लेते मोहन भागवत
author img

By

Published : Sep 20, 2021, 10:58 AM IST

Updated : Sep 20, 2021, 9:51 PM IST

भीलवाड़ा. संघ प्रमुख मोहन भागवत 1 दिन के प्रवास पर सोमवार को भीलवाड़ा में रहे. इस दौरान उन्होंने तेरापंथ नगर के आदित्य विहार में तेरापंथ धर्म संघ के 11वें आचार्य महाश्रमण महाराज के सानिध्य में आयोजित दो सत्रों में भाग लिया. इस दौरान सबसे महत्वपूर्ण सत्र सवाल जवाब का रहा. जिसमें आचार्य महाश्रमण महाराज की मौजदगी में साधु-साध्वियों ने खुलकर सवाल जवाब किए.

इस दौरान एक साध्वी ने संघ प्रमुख से सवाल किया कि संघ का सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप रहता है क्या?. जिसके जवाब में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संघ किसी भी सरकार के काम में हस्तक्षेप नहीं करता है. सरकार की चौखट में हम नहीं घुसते. राजनीति में हस्तक्षेप नही करते है, हम सीधा नरेंद्र भाई मोदी को यह नहीं कहते हैं कि आप यह काम करो. मगर राष्ट्रहित के मुद्दे पर संविधान के दायरे में रहकर उचित कदम उठाते हैं. संघ प्रमुख ने राम मंदिर के मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि आवश्यकता पड़ने पर ऐसे मामलों में यह काम करना होता है. संघ प्रमुख भागवत ने कहा कि समाज के माध्यम से यह कदम उठाने पड़ते हैं.

भागवत का बयान

इस विशेष सेशन में संघ प्रमुख मोहन भागवत से एक साध्वी ने जब पूछा प्रधानमंत्री को मार्गदर्शन देता है संघ ?. इस सवाल पर भागवत बोले कि राजनीति में हस्तक्षेप नही करते मगर राम मंदिर जैसे मुद्दे पर सलाह देते हैं. जरूरत होती है तो राष्ट्रहित के मामलों में सविधान के दायरे में रहकर समाज के माध्यम से दबाव बनाते हैं. कार्यक्रम में जैन समाज के साधु और साध्वियों ने संघ प्रमुख भागवत से कई सवाल पूछे. शिक्षा के सवाल पर भागवत बोले देश में सही दिशा में काम हो रहा है.

संघ प्रमुख ने फिनलैंड का उदाहरण देकर गुरुकुल पद्धति को श्रेष्ठ शिक्षा पद्धति बताया. भागवत ने कहा कि विश्व के अग्रणी देश हमारी गुरुकुल शिक्षा पद्धति को अपना रहे हैं. मोहन भागवत शहर के तेरा पंथनगर में चल रहे जैन समाज के राष्ट्रीय संत आचार्य महाश्रमण महाराज से आशीर्वाद लिया. चातुर्मास कमेटी की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया. कार्यक्रम के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत चित्तौड़गढ़ के लिए रवाना हुए.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने शहर के तेरा पंथनगर में चल रहे जैन समाज के राष्ट्रीय संत आचार्य महाश्रमण जी के चातुर्मास में आचार्य महाश्रमण जी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया. जहां चातुर्मास स्थल पर पहुंचने पर चातुर्मास कमेटी की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया. जहां सबसे पहले आचार्य महाश्रमण जी ने धर्म और आध्यात्मिक के बारे में संबोधन किया.

RSS प्रमुख मोहन भागवत पहुंचे भीलवाड़ा

पढ़ेंः डिनर पर भागवत : मेहमान भागवत को भाया मेवाड़ी भोजन..मेजबान नारायण लाल ने कहा- जीवन धन्य हो गया

कार्यक्रम के दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि मैं आचार्य महाश्रमण महाराज को और तमाम साधु संतों को प्रणाम करता हूं. जहां संघ प्रमुख ने कहा कि वर्तमान समय में मनुष्य को संस्कार करने की बहुत जरूरत है. यहां महाराज श्री ने बिल्कुल ठीक कहा. वर्तमान में सर्वत्र दुनिया में पहली समस्या संस्कार की कमी की है.

कुछ भद्दी आदत डालने वाले वीडियो से लेकर तालिबान तक के वीडियो से संकट के हालात हैं, लेकिन मैं इतना पक्का हूं मेरा यह हालात कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं. मुझे चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. डरना इसलिए पड़ता है कि हम अंदर से मजबूत नहीं है. हमें इस तरह का वातावरण बनाने के लिए अपने घर से सदाचार का वातावरण बनाना होगा.

इसकी शुरुआत अपने घर से करनी होगी. जहां परिवार के सदस्यों को 1 सप्ताह में 1 दिन साथ बैठकर भोजन करके संस्कार की शुरुआत करनी होगी. जिससे भारत की भावी पीढ़ी भी संस्कारवान बन सकेगी.

पढ़ेंः उदयपुर में बोले RSS प्रमुख मोहन भागवत- हिंदू राष्ट्र के परम वैभव में विश्व का कल्याण निहित

आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत तीन दिवसीय प्रवास पर रविवार को उदयपुर पहुंचे थे. यहां उन्होंने शहर के विद्या निकेतन स्कूल में प्रबुद्ध जन कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित किया. जिसमें करीब 300 से अधिक लोग शामिल हुए.

भीलवाड़ा. संघ प्रमुख मोहन भागवत 1 दिन के प्रवास पर सोमवार को भीलवाड़ा में रहे. इस दौरान उन्होंने तेरापंथ नगर के आदित्य विहार में तेरापंथ धर्म संघ के 11वें आचार्य महाश्रमण महाराज के सानिध्य में आयोजित दो सत्रों में भाग लिया. इस दौरान सबसे महत्वपूर्ण सत्र सवाल जवाब का रहा. जिसमें आचार्य महाश्रमण महाराज की मौजदगी में साधु-साध्वियों ने खुलकर सवाल जवाब किए.

इस दौरान एक साध्वी ने संघ प्रमुख से सवाल किया कि संघ का सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप रहता है क्या?. जिसके जवाब में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संघ किसी भी सरकार के काम में हस्तक्षेप नहीं करता है. सरकार की चौखट में हम नहीं घुसते. राजनीति में हस्तक्षेप नही करते है, हम सीधा नरेंद्र भाई मोदी को यह नहीं कहते हैं कि आप यह काम करो. मगर राष्ट्रहित के मुद्दे पर संविधान के दायरे में रहकर उचित कदम उठाते हैं. संघ प्रमुख ने राम मंदिर के मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि आवश्यकता पड़ने पर ऐसे मामलों में यह काम करना होता है. संघ प्रमुख भागवत ने कहा कि समाज के माध्यम से यह कदम उठाने पड़ते हैं.

भागवत का बयान

इस विशेष सेशन में संघ प्रमुख मोहन भागवत से एक साध्वी ने जब पूछा प्रधानमंत्री को मार्गदर्शन देता है संघ ?. इस सवाल पर भागवत बोले कि राजनीति में हस्तक्षेप नही करते मगर राम मंदिर जैसे मुद्दे पर सलाह देते हैं. जरूरत होती है तो राष्ट्रहित के मामलों में सविधान के दायरे में रहकर समाज के माध्यम से दबाव बनाते हैं. कार्यक्रम में जैन समाज के साधु और साध्वियों ने संघ प्रमुख भागवत से कई सवाल पूछे. शिक्षा के सवाल पर भागवत बोले देश में सही दिशा में काम हो रहा है.

संघ प्रमुख ने फिनलैंड का उदाहरण देकर गुरुकुल पद्धति को श्रेष्ठ शिक्षा पद्धति बताया. भागवत ने कहा कि विश्व के अग्रणी देश हमारी गुरुकुल शिक्षा पद्धति को अपना रहे हैं. मोहन भागवत शहर के तेरा पंथनगर में चल रहे जैन समाज के राष्ट्रीय संत आचार्य महाश्रमण महाराज से आशीर्वाद लिया. चातुर्मास कमेटी की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया. कार्यक्रम के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत चित्तौड़गढ़ के लिए रवाना हुए.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने शहर के तेरा पंथनगर में चल रहे जैन समाज के राष्ट्रीय संत आचार्य महाश्रमण जी के चातुर्मास में आचार्य महाश्रमण जी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया. जहां चातुर्मास स्थल पर पहुंचने पर चातुर्मास कमेटी की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया. जहां सबसे पहले आचार्य महाश्रमण जी ने धर्म और आध्यात्मिक के बारे में संबोधन किया.

RSS प्रमुख मोहन भागवत पहुंचे भीलवाड़ा

पढ़ेंः डिनर पर भागवत : मेहमान भागवत को भाया मेवाड़ी भोजन..मेजबान नारायण लाल ने कहा- जीवन धन्य हो गया

कार्यक्रम के दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि मैं आचार्य महाश्रमण महाराज को और तमाम साधु संतों को प्रणाम करता हूं. जहां संघ प्रमुख ने कहा कि वर्तमान समय में मनुष्य को संस्कार करने की बहुत जरूरत है. यहां महाराज श्री ने बिल्कुल ठीक कहा. वर्तमान में सर्वत्र दुनिया में पहली समस्या संस्कार की कमी की है.

कुछ भद्दी आदत डालने वाले वीडियो से लेकर तालिबान तक के वीडियो से संकट के हालात हैं, लेकिन मैं इतना पक्का हूं मेरा यह हालात कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं. मुझे चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. डरना इसलिए पड़ता है कि हम अंदर से मजबूत नहीं है. हमें इस तरह का वातावरण बनाने के लिए अपने घर से सदाचार का वातावरण बनाना होगा.

इसकी शुरुआत अपने घर से करनी होगी. जहां परिवार के सदस्यों को 1 सप्ताह में 1 दिन साथ बैठकर भोजन करके संस्कार की शुरुआत करनी होगी. जिससे भारत की भावी पीढ़ी भी संस्कारवान बन सकेगी.

पढ़ेंः उदयपुर में बोले RSS प्रमुख मोहन भागवत- हिंदू राष्ट्र के परम वैभव में विश्व का कल्याण निहित

आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत तीन दिवसीय प्रवास पर रविवार को उदयपुर पहुंचे थे. यहां उन्होंने शहर के विद्या निकेतन स्कूल में प्रबुद्ध जन कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित किया. जिसमें करीब 300 से अधिक लोग शामिल हुए.

Last Updated : Sep 20, 2021, 9:51 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.