भीलवाड़ा. जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव के पहले चरण का मतदान 23 नवंबर को होगा. गांव-कस्बों में इन चुनावों को लेकर प्रदेश की राजनीतिक पार्टियां पूरी ताकत झौंके हुए हैं. कांग्रेस ने जहां शहर के नगर निकायों के परिणाम का हवाला देकर सरकार के कामों पर मुहर लगाने की अपील की है तो वहीं भाजपा की ओर से ब्लैक पेपर जारी कर सरकार को घेरने की कोशिश की जा रही है. दोनों प्रमुख दलों की नजर अब जिला परिषदों और पंचायत समितियों पर है.
भीलवाड़ा में चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस ने स्थानीय दिग्गज नेताओं की टीम मैदान में उतार दी है. फील्ड में पसीना बहा रहे कांग्रेस नेता जनता से कड़ी से कड़ी जोड़ने की अपील कर प्रत्याशियों के लिए वोट मांग रहे हैं. यहां पहले चरण के लिए 23 नवंबर को मतदान होना है. ऐसे में नेता अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते.
आसींद विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक हगामी लाल मेवाड़ा और कांग्रेस नेता मनीष मेवाड़ा ने क्षेत्र के अन्टाली, खेजड़ी, जालमपुरा, गागेडा और खारी का लांबा सहित कई गांवों में जनसभाएं करके कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे. मनीष मेवाड़ा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशियों का चयन पर्यवेक्षक भेजकर किया है. पर्यवेक्षक ने जिस उम्मीदवार पर जीत का भरोसा जताया उसी को प्रत्याशी बनाया है. उन्होंने जनता से कांग्रेस प्रत्याशियों को समर्थन देने की अपील की.
पढ़ें: भाजपा ने जारी किया ब्लैक पेपर, खाचरियावास बोले- पंचायती राज चुनाव में भी 'हाथ' से सबक सिखाएगी जनता
भीलवाड़ा जिले में जिला परिषद सदस्यों की 37 सीटों में से 3 सीटों पर निर्विरोध ही प्रत्याशी चुन लिए गए हैं. हगामी लाल मेवाड़ा ने जनता से अपील की कि कांग्रेस प्रत्याशियों को विजयी बनाया जाए ताकि गांवों की सरकार प्रदेश की सरकार के साथ मिलकर विकास के कामों को गति दे सके.
बीजेपी ने जारी किया ब्लैक पेपर
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर ने पंचायत समिति और जिला परिषद के चुनाव को लेकर गहलोत सरकार के खिलाफ अपना ब्लैक पेपर जारी किया है. मेघवाल ने कहा कि चाहे प्रधानमंत्री आवास योजना हो या फिर पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना या श्यामा प्रसाद मुखर्जी योजना, इन्हें केवल प्रदेश सरकार ने नाम के आधार पर ही प्रदेश में अटकाने का काम किया.