भीलवाड़ा. ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने प्रदेश में बिजली संकट के लिए केंद्र की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया (Power minister blames Centre for shortage of coal) है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार, राज्य को पर्याप्त मात्रा में कोयला उपलब्ध नहीं करवा रही है. जिले के रायपुर में एक मूर्ति अनावरण और 220 केवी जीएसएस का शिलान्यास करने पहुंचे भाटी ने सीएम अशोक गहलोत की लीडरशिप की तारीफ भी की है.
भाटी ने प्रदेश में चल रहे बिजली संकट को लेकर कहा कि राजस्थान में बिजली के लिए कोयला छत्तीसगढ़ से प्राप्त होता है, लेकिन छत्तीसगढ़ में स्थित कॉल माइंस में खनन की अनुमति वहां के स्थानीय लोगों के विरोध के कारण नहीं मिल पा रही है. राजस्थान में पहले छतीसगढ़ से रोजाना 10 रेलवे की रैक कोयले की प्राप्त होती थी. वह अब बंद हो गई है.
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में इस कोल माइंस को चालू करवाने के लिए राजस्थान की सरकार प्रयास कर रही है. लेकिन जब तक छत्तीसगढ से राजस्थान में कोयले की आपूर्ति सुचारू नहीं होती है, तब तक हमने केंद्र सरकार से मांग की है कि राज्य को जरूरत का कोयला केंद्र सरकार उपलब्ध करवाए. क्योंकि कोयला केंद्र सरकार के कोयला मंत्रालय के अंतर्गत आता है.
उन्होंने कहा कि राजस्थान को कुछ मात्रा में केंद्र सरकार ने कोयला भी उपलब्ध करवाया है. लेकिन जितने कोयले की आवश्यकता है, उस अनुपात में हमें कोयला नहीं मिल पा रहा है. ऐसी स्थिति में बिजली कटौती करनी पड़ रही है. हम इस समस्या के शीघ्र निवारण का प्रयास कर रहे हैं. वहीं राजस्थान की सियासत को लेकर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि अशोक गहलोत के नेतृत्व में पूरा मंत्रिमंडल काम कर रहा है. गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश में साढ़े तीन वर्ष में अच्छा काम हुआ है. आने वाले समय में भी लोगों की भावना के अनुसार काम करेंगे.
बता दें कि जिले के रायपुर कस्बे में सहाड़ा विधानसभा के पूर्व विधायक स्वर्गीय कैलाश त्रिवेदी की मूर्ति का अनावरण व 220 केवी जीएसएस का शिलान्यास करने भाटी गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत संग आए हैं. ऊर्जा मंत्री के भीलवाड़ा पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया.