भीलवाड़ा. जिले के मांडल थाना क्षेत्र के झरना महादेव मंदिर क्षेत्र में हरियाली अमावस्या पर भक्तों की भीड़ थी. हर साल यहां अमावस्या पर काफी संख्या में लोग आते हैं और मेला लगता है. लेकिन कोरोना काल में मेले-उत्सव पर पाबंदी लगी हुई है. ऐसे में फुटपाथ पर सामान बेचने वाले लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है.
झरना महादेव मंदिर परिसर के बाहर जूते चप्पल का की थड़ी लगाने की तैयारी कर रहे एक युवक को पुलिस ने वहां दुकान लगाने से रोका. युवक ने लोडिंग टैम्पो में जूते-चप्पल रखे थे. पुलिसकर्मियों ने उसे वहां से गाड़ी हटा लेने की चेतावनी दी. युवक गुहार लगाने लगा कि वह गरीब आदमी है. उसे दुकान लगाने दी जाए.
लेकिन युवक को समझाने के बजाय पुलिसकर्मी उस पर बरस पड़े और जमकर पिटाई कर डाली. पुलिस वाले जबरन उसे वहां से हटाने लगे. यह सब देर तक चलता रहा. वहां काफी लोगों की भीड़ जुट गई.
मारपीट के दौरान युवक बार-बार पुलिसकर्मियों के सामने गिड़गिड़ाता रहा. वह कह रहा था कि वो गरीब आदमी है. लेकिन पुलिसकर्मियों का दिल नहीं पसीजा. वहां मौजूद लोगों ने भी पुलिसकर्मियों को टोका, लेकिन उन पर कोई फर्क नहीं पड़ा.
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वे युवक को बालों से पकड़ कर पीटते रहे. इस घटना का भीड़ में मौजूद किसी व्यक्ति ने वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने सख्त एक्शन लेते हुए दोनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया.
गौरतलब है कि मांडल पंचायत समिति क्षेत्र के अलमास ग्राम पंचायत क्षेत्र में झरना महादेव का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है. वहां हर साल हरियाली अमावस को काफी संख्या में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने आते हैं. एक युवक वहां जूते चप्पल की दुकान लगा रहा था. क्षेत्र परिसर में जूते-चप्पल की थड़ी लगाने पर पाबंदी है. यह बात पुलिस कर्मियों ने युवक को समझाने के बजाय उससे मारपीट शुरू कर दी.