भीलवाड़ा. गुरुवार को भीलवाड़ा-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग 79 पर स्थित खड़ेश्वर महाराज मन्दिर के बाहर लगे बरगद के पेड को हटाने पहुंचे एनएचएआई अधिकारियों को विरोध का सामना करना पड़ा. एनएच 79 को 6 लेन के हो रहे कार्य के कारण यह बरगद का पेड अब हाईवे के बीच में आ रहा है. जिसके कारण एनएचएआई अधिकारियों ने इस हटाने के प्रक्रिया शुरू की थी लेकिन, आस्था का केन्द्र होने से हिन्दु संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है. वहीं विरोध को देखते हुए माण्डल और रायला थाना पुलिस का मौके पर भारी जाप्ता मौजूद है.
ग्रामीण उदय लाल भडाणा ने कहा कि खड़ेश्वर महाराज मन्दिर के बाहर लगे बरगद के नीचे खड़ेश्वर महाराज ने 12 वर्ष तक खड़े रहकर तपस्या की थी, जिसके कारण यह हमारी आस्था का केन्द्र है. इसको हटाने के लिए प्रशासन ने हमें कोई नोटिस नहीं दिया और एकाएक ही हटाने के लिए जाप्ता यहां पहुंच गया है.
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वहीं एनएचए आई के 6 लेन प्रोजेक्ट मैनेजर देवेन्द्र बंसल ने कहा कि हमने कभी भी ग्रामीणों ने यह वादा नहीं किया था, कि बरगद के पेड़ को नहीं हटाया जायेगा. हमने पहले ही मन्दिर के महंत को इसकी जानकारी और नोटिस दे दिया था.
बता दें कि पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग 79 पर 4 लेन बनाते समय भी इस बरगद के पेड़ को नहीं हटाया था. लेकिन, इस बार 6 लेन हाईवे का निर्माण किया जा रहा है, इस दौरान यह बरगद का पेड़ रोड के बीच में आने के कारण प्रशासन हटाने के लिए पहुंचा लेकिन, क्षेत्र के लोगों की आस्था के चलते प्रशासनिक अधिकारियों को भी बैरंग लौटना पड़ा.