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राष्ट्रीय राजमार्ग पर पड़ रहे बरगद का पेड़ हटाने गई टीम को झेलना पड़ा ग्रामीणों का विरोध, बैरंग लौटी - भीलवाड़ा न्यूज

भीलवाड़ा जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग अजमेर-भीलवाड़ा मार्ग पर रायला कस्बे के पास दाता पायरा आश्रम के बाहर बरगद के पेड़ को हटाने के लिए जाब्ते के साथ पहुंचे अधिकारियों को ग्रामीणों के विरोध के चलते बैरंग लौटना पड़ा. बता दें कि बरगद का पेड़ लोगों के लिए आस्था का केंन्द्र है, जिसके कारण वो इसको हटाने का विरोध कर रहे हैं.

भीलवाड़ा न्यूज, bhilwara news
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Published : Nov 21, 2019, 8:04 PM IST

भीलवाड़ा. गुरुवार को भीलवाड़ा-अजमेर राष्‍ट्रीय राजमार्ग 79 पर स्थित खड़ेश्‍वर महाराज मन्दिर के बाहर लगे बरगद के पेड को हटाने पहुंचे एनएचएआई अधिकारियों को विरोध का सामना करना पड़ा. एनएच 79 को 6 लेन के हो रहे कार्य के कारण यह बरगद का पेड अब हाईवे के बीच में आ रहा है. जिसके कारण एनएचएआई अधिकारियों ने इस हटाने के प्रक्रिया शुरू की थी लेकिन, आस्‍था का केन्‍द्र होने से हिन्‍दु संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है. वहीं विरोध को देखते हुए माण्‍डल और रायला थाना पुलिस का मौके पर भारी जाप्‍ता मौजूद है.

बरगद का पेड़ गिराने गया प्रशासनिक जत्था लौटा बैरंग

ग्रामीण उदय लाल भडाणा ने कहा कि खड़ेश्‍वर महाराज मन्दिर के बाहर लगे बरगद के नीचे खड़ेश्‍वर महाराज ने 12 वर्ष तक खड़े रहकर तपस्‍या की थी, जिसके कारण यह हमारी आस्‍था का केन्‍द्र है. इसको हटाने के लिए प्रशासन ने हमें कोई नोटिस नहीं दिया और एकाएक ही हटाने के लिए जाप्‍ता यहां पहुंच गया है.

यह भी पढ़ें- यहां बीजेपी और कांग्रेस ने 'छोटे सरकार' की दावेदारी पर ठोकी ताल, फैसला 26 नवंबर को..

वहीं एनएचए आई के 6 लेन प्रोजेक्‍ट मैनेजर देवेन्‍द्र बंसल ने कहा कि हमने कभी भी ग्रामीणों ने यह वादा नहीं किया था, कि बरगद के पेड़ को नहीं हटाया जायेगा. हमने पहले ही मन्दिर के महंत को इसकी जानकारी और नोटिस दे दिया था.

बता दें कि पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग 79 पर 4 लेन बनाते समय भी इस बरगद के पेड़ को नहीं हटाया था. लेकिन, इस बार 6 लेन हाईवे का निर्माण किया जा रहा है, इस दौरान यह बरगद का पेड़ रोड के बीच में आने के कारण प्रशासन हटाने के लिए पहुंचा लेकिन, क्षेत्र के लोगों की आस्था के चलते प्रशासनिक अधिकारियों को भी बैरंग लौटना पड़ा.

भीलवाड़ा. गुरुवार को भीलवाड़ा-अजमेर राष्‍ट्रीय राजमार्ग 79 पर स्थित खड़ेश्‍वर महाराज मन्दिर के बाहर लगे बरगद के पेड को हटाने पहुंचे एनएचएआई अधिकारियों को विरोध का सामना करना पड़ा. एनएच 79 को 6 लेन के हो रहे कार्य के कारण यह बरगद का पेड अब हाईवे के बीच में आ रहा है. जिसके कारण एनएचएआई अधिकारियों ने इस हटाने के प्रक्रिया शुरू की थी लेकिन, आस्‍था का केन्‍द्र होने से हिन्‍दु संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है. वहीं विरोध को देखते हुए माण्‍डल और रायला थाना पुलिस का मौके पर भारी जाप्‍ता मौजूद है.

बरगद का पेड़ गिराने गया प्रशासनिक जत्था लौटा बैरंग

ग्रामीण उदय लाल भडाणा ने कहा कि खड़ेश्‍वर महाराज मन्दिर के बाहर लगे बरगद के नीचे खड़ेश्‍वर महाराज ने 12 वर्ष तक खड़े रहकर तपस्‍या की थी, जिसके कारण यह हमारी आस्‍था का केन्‍द्र है. इसको हटाने के लिए प्रशासन ने हमें कोई नोटिस नहीं दिया और एकाएक ही हटाने के लिए जाप्‍ता यहां पहुंच गया है.

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वहीं एनएचए आई के 6 लेन प्रोजेक्‍ट मैनेजर देवेन्‍द्र बंसल ने कहा कि हमने कभी भी ग्रामीणों ने यह वादा नहीं किया था, कि बरगद के पेड़ को नहीं हटाया जायेगा. हमने पहले ही मन्दिर के महंत को इसकी जानकारी और नोटिस दे दिया था.

बता दें कि पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग 79 पर 4 लेन बनाते समय भी इस बरगद के पेड़ को नहीं हटाया था. लेकिन, इस बार 6 लेन हाईवे का निर्माण किया जा रहा है, इस दौरान यह बरगद का पेड़ रोड के बीच में आने के कारण प्रशासन हटाने के लिए पहुंचा लेकिन, क्षेत्र के लोगों की आस्था के चलते प्रशासनिक अधिकारियों को भी बैरंग लौटना पड़ा.

Intro:भीलवाडा - भीलवाड़ा जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग अजमेर भीलवाड़ा मार्ग पर रायला कस्बे के पास दाता पायरा आश्रम के बाहर बरगद के पेड़ को हटाने के लिए जाब्ते के साथ पहुंचे अधिकारियों को ग्रामीणों की विरोध की आशंका के चलते बैरंग लौटना पड़ा।Body:भीलवाड़ा-अजमेर राष्‍ट्रीय राजमार्ग 79 पर स्थित खडेश्‍वर महाराज मन्दिर के बाहर लगे बरगद के पेड को हटाने पहुंचे एनएचआई अधिकारियों को विरोध का सामना करना पड़ा। एनएच 79 को 6 लाईन के हो रहे कार्य के कारण यह बरगद का पेड अब हाईवे के बीच में आ रहा है। जिसके कारण एनएचआई अधिकारियों ने इस हटाने के प्रक्रिया शुरू की थी लेकिन आस्‍था का केन्‍द्र होने से हिन्‍दु संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। वहीं विरोध को देखते हुए माण्‍डल और रायला थाना पुलिस का भारी जाप्‍ता मौजूद है।
ग्रामीण उदय लाल भडाणा ने कहा कि खडेश्‍वर महाराज मन्दिर के बाहर लगे बरगद के नीचे खडेश्‍वर महाराज ने 12 वर्ष तक खडे रहकर तपस्‍या की थी। जिसके कारण यह हमारी आस्‍था का केन्‍द्र है। इसको हटाने के लिए प्रशासन ने हमें कोई नोटिस नहीं दिया और एकाएक ही हटाने के लिए जाप्‍ता यहां पहुंच गया है। एक सवाल के जवाब में एनएचआई के 6 लाईन प्रोजेक्‍ट मैनेजर देवेन्‍द्र बंसल ने कहा कि हमने कभी भी ग्रामीणों ने यह वादा नहीं किया था कि बरगद के पेड को नही हटाया जायेगा। हमने पहले ही मन्दिर के महंत को इसकी जानकारी और नोटिस दे दिया था।

पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग 79 पर फोरलेन बनाते समय भी इस बरगद के पेड़ को नहीं हटाया था । जहां प्रसिद्ध महंत खंडेश्वरी जी महाराज ने यहां काफी वर्षों तक खड़े रहकर तपस्या की थी । इसलिए यह बरगद का पेड़ लोगों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है । इसी आस्था के चलते जब इस बार सिक्स लेन हाईवे का निर्माण किया जा रहा है इस दौरान यह बरगद का पेड़ रोड के बीच में आने के कारण प्रशासन हटाने के लिए पहुंचा लेकिन क्षेत्र के लोगों की आस्था के चलते प्रशासनिक अधिकारियों को भी बैरंग लौटना पड़ा।

अब देखना यह होगा कि प्रशासनिक व एनएचआई के अधिकारी क्या कदम उठाते हैं जिससे बरगद का पेड़ भी नहीं गिराना पड़े जिससे किसी की धार्मिक आस्था पर ठेस भी नहीं पहुंचे और हाईवे भी सही सुरक्षित जगह निकल सके ।।

सोमदत्त त्रिपाठी ईटीवी भारत भीलवाडा

बाइट – उदय लाल भडाणा, प्रदेशाध्‍यक्ष, गुर्जर-गाडरी एकता मंच
देवेन्द्र बंसल, प्रोजेक्‍ट मैनेजर, एनएचआई 6 लाईन
Conclusion:
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