भीलवाड़ा. भीलवाड़ा अफीम कार्यालय के अंतर्गत भीलवाड़ा (Bhilwara) जिले की 4 और चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) जिले की 2 तहसीलों के 5590 किसानों को अफीम का पट्टा वितरण कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है. जिले में अफीम काश्तकारों (Opium Cultivators) को फसल वर्ष 2021 -22 के लिए पट्टा वितरण किया जा रहा है. सभी अफीम काश्तकारों को पट्टे सौंपे जा रहे हैं.
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किसानों को मिलता है कम भाव
जिले के जहाजपुर तहसील के काबड़ी गांव से अफीम का पट्टा लेने आए किसान सूरजकरण धाकड़ ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बताया कि मैं जिले के जहाजपुर तहसील के काबड़ी गांव से पहुंचा हूं. पिछले बार मार्फिन अच्छी थी जिससे हमारे अच्छी पैदावार हुई है. लेकिन सरकार से हमारी मांग है कि अफीम उत्पादन होने के बाद किसानों को कम भाव मिलता है. अगर सरकार अच्छे भाव से उत्पादन के बाद अफीम खरीदे तो किसान को अच्छा मेहनताना मिल सकता है. क्योंकि वर्तमान में जैसे पेट्रोल-डीजल के भाव बढ़ रहे हैं. उससे किसानों का लागत मूल्य भी ज्यादा आ रहा है.
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प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही पहुंचे कार्यालय
नारकोटिक्स विभाग (Narcotics Department) के भीलवाड़ा जिला अफीम अधिकारी (District Opium Officer) के.एल .छापरिया ने ईटीवी भारत (ETV Bharat) से खास बातचीत करते हुए कहा कि फसल वर्ष 2021 -22 के लिए अफीम काश्तकारों को पट्टे वितरण किए जा रहे हैं. इस बार 6,10 व 12 आरी के किसानों को पट्टे दिए जा रहे हैं. भीलवाड़ा जिले की कोटड़ी ,जहाजपुर, मांडलगढ़ व बिजोलिया के साथ ही चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा व बेगू तहसील के 5590 अफीम किसानों को पट्टे दिए जा रहे हैं.
20 अक्टूबर से 5 नवंबर तक विशेष अभियान चलेगा. इस बार सरकार ने कुछ नियमों में सरलीकरण किया है, जहां 6 और 10 आरी के पट्टे में किसान एक ही प्लॉट पर अफीम की बुआई कर सकेंगे. 12 आरी के पट्टे में दो जगह पर बुआई कर सकेंगे. साथ ही उन्होने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे घर से सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही कार्यालय पहुंचे जिससे उन किसानों को उसी दिन पट्टा दिया जा सके और उन किसानों को बार-बार भटकना नहीं पड़े.