भीलवाड़ा. शहर स्थित बांगड़ अस्पताल की ओर से ऑक्सीजन सिलेंडर तय समय पर उपलब्ध नहीं करवाने को लेकर जिला कलेक्टर ने अस्पताल प्रबधंक की ओर से मानव जीवन संकट में डालने का मामला बनाकर बांगड़ अस्पताल के प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. साथ ही इस नोटिस में लिखा गया है कि अगर 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण नहीं दिया गया तो अस्पताल को अधिग्रहित कर लिया जाएगा.
भीलवाड़ा शहर में गत वर्ष 19 मार्च 2020 को इसी अस्पताल के 3 डॉक्टर और तीन कंपाउंडर कोरोना पॉजिटिव पाए गए और उसके बाद भीलवाड़ा जिला पूरे देश में हॉटस्पॉट जिला बन गया था. अस्पताल काफी दिनों तक सुर्खियों में रहा, लेकिन अस्पताल प्रबंधक की ऊची राजनीतिक रसूखात के चलते इन पर उस समय कार्रवाई के नाम पर लीपापोती हुई थी.
पढ़ें- पूर्व सैनिक ने पत्नी की हत्या कर खुद को मारी गोली, एक रात पहले पत्नी से हुआ था झगड़ा
हाल ही में देश में जब ऑक्सीजन का संकट चल रहा है, तब भीलवाड़ा जिला प्रशासन की ओर से बांगड़ अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाएं. जहां जिला प्रशासन की ओर से 180 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रतिदिन की आपूर्ति की गई, लेकिन अस्पताल प्रबंधक खाली हुए और कुछ भरे हुऐ ऑक्सीजन सिलेंडर तय समय पर वापस उपलब्ध नहीं करवाने को लेकर भीलवाड़ा जिला कलेक्टर ने इस मामले को गंभीरता से लिया. जहां अस्पताल प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे में स्पष्टीकरण देने के आदेश दिए. वहीं अगर 24 घंटे में स्पष्टीकरण नहीं दिया गया तो जिला प्रशासन की ओर से बांगड़ अस्पताल को कोरोना सक्रमित मरीजो के इलाज के लिए अधिग्रहित कर लिया जाएगा, जिसकी चेतावनी दी.