भीलवाड़ा. देश में टोल टैक्स पर फास्टटैग की व्यवस्था सुचारू हो चुकी है. भारत सरकार ने भी फास्टट्रैग व्यवस्था सुचारू करने पर काफी जोर दिया है, लेकिन टोल कर्मचारियों और प्रबंधन की लापरवाही का सामना गाड़ियों को भीलवाड़ा के लांबिया टोल पर करना पड़ रहा है. जहां फास्टटैग व्यवस्था सुचारू होने के बाद भी अधिकतर टोलबूथ बंद रखे जाते हैं. जिससे वाहन चालकों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
10 से 15 मिनट टोल पर इंतजार
जिले से गुजरने वाले अजमेर-उदयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 79 पर ईटीवी भारत की टीम लांबिया कलां टोल पर पहुंची. जहां फास्टटैग की व्यवस्था सुचारू होने के बाद भी आने-जाने के दोनों तरफ के तीन-तीन टोल बूथ बंद पाए गए. जहां टोल बूथ से ब्यावर से बांसवाड़ा जा रही राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बस भी 10 से 15 मिनट तक इंतजार करते हुए खड़ी रही. लेकिन बस में यात्री भी परेशान हो रहे थे. लेकिन टोल प्रबंधन ने ना तो टोल बूथ की शुरुआत की, यहां तक की बस परिचालक को भी जवाब नहीं दिया गया.
यह भी पढे़ं- पाली: हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर किया हंगामा
ब्यावर आगार की रोडवेज बस के परिचालक रणजीत सिंह ने बताया कि 10 मिनट तक गाड़ी फास्टटैग होते हुए भी रोक कर रखते हैं. यात्री भी लेट हो रहे हैं, इनकी स्टाफ की समस्या के कारण हमेशा टोल बूथ बन्द रखते हैं. यह गाड़ी 3 मिनट से अगर नहीं छोड़ी जाती है, टोल पर सरकार की ओर से नियम के अनुसार टोल टैक्स नहीं लगना चाहिए. लेकिन कोई पालना नहीं हो रही है. यह हमेशा की समस्या है. प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है.
गाड़ियों को जाने में होती है देरी
ब्यावर रोडवेज के ड्राइवर अली मोहम्मद ने कहा, कि यहा टोल प्रबंधक और कर्मचारियों की मनमर्जी कर रखी है. अधिकतर फास्टटैग की लाइने बंद कर रखी हैं. इनको कोई फिक्र नहीं है .यह हमारा तो सरकारी वाहन है. हमेशा टाइम से चलाना पड़ता है. लेकिन इनको कोई परवाह नहीं है.
यह भी पढे़ं- जोधपुर: सड़क हादसों ने बदल दी उपचार की शैली, 3 दिवसीय ऑर्थोपेडिक नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन
राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना अधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कहा कि फास्टटैग की व्यवस्था सुचारू हो चुकी है. कोई भी टोल बूथ पर फास्टटैग लाइन बन्द नहीं रख सकता है. एक लेन हाइब्रिड रखना है और एक कैश बूथ होना चाहिए, बाकी फास्टटैग होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जहां बूथ बंद रखना गलत है, मैं इस मामले को चेक करवाता हूं. टोल बूथ से डिटेल मंगाने के बाद अगर ऐसी स्थिति हो, तो भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए उनको सख्त निर्देश दिए जाएंगे.