भीलवाड़ा. जिले के जहाजपुर क्षेत्र के जामेली पंचायत के रामपुरा गांव में रविवार देर रात अवैध बजरी संचालक और ग्रामीण आमने-सामने हो गए. मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष मारपीट पर उतारू हो गए. इस दौरान गनीमत ये रही कि पुलिस मौके पर पहुंच गई. ग्रामीणों ने इन अवैध बजरी संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
ग्रामीणों की मांग है कि क्षेत्र में सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद भी हमेशा अवैध बजरी दोहन जारी है. यहां बजरी माफिया नदी के किनारे अवैध बजरी स्टॉक लगाकर महंगे दामों पर बेचते हैं, लेकिन पुलिस-प्रशासन-इन पर समय से कार्रवाई नहीं करता. इस कारण इन बजरी माफिया के हौसले बुलंद हैं.
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इस दौरान सूचना मिलते ही जहाजपुर क्षेत्र की पंडेर पुलिस और शाहपुरा से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे. उन्होंने समझाइश कर ग्रामीणों को बजरी माफिया पर ठोस कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. वहीं, भाजपा विधायक गोपीचंद मीणा भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमने बार-बार क्षेत्र में अवैध बजरी खनन को लेकर शिकायत की है, लेकिन प्रशासन इस मामले को लेकर गंभीर नहीं है.
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गौरतलब है कि भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर क्षेत्र में गुजरने वाली बनास नदी में रात के अंधेरे में अवैध बजरी दोहन लगातार जारी है. यहां क्षेत्रवासियों ने कई बार विरोध भी किया, लेकिन मामला जस का तस है. साथ ही बता दें कि पहले जहाजपुर उपखंड अधिकारी के ड्राइवर को भी बजरी माफिया ने कुचल कर मौत के घाट उतार दिया था, वहीं भीलवाड़ा जिले के प्रभारी मंत्री डां. रघु शर्मा ने अवैध बजरी दोहन पर लगाम नहीं लगाए जाने पर नाराजगी जाहिर की थी. इस पर जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने विशेष टीम का गठन किया था. इसके बावजूद इन बजरी माफिया के हौसले बुलंद है.