भीलवाड़ा. नगर परिषद क्षेत्र के तमाम वार्डों में तय समय पर सफाई नहीं होने के कारण जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हुए हैं. वहीं, नगर परिषद के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि हम डोर टू डोर कचरे का संग्रह कर रहे हैं, जबकि धरातल पर कुछ अलग ही बानगी देखने को मिल रही है.
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भीलवाड़ा नगर परिषद क्षेत्र में वार्डो का विस्तार होने के बाद जगह जगह सफाई व्यवस्था भी चरमरा गई है. नगर परिषद क्षेत्र में पहले 55 वार्ड थे, जहां परिसीमन के बाद कुल 70 वार्ड हो गए हैं. कचरा संग्रहण करने वाले ऑटो टिपर की कमी के कारण हर वार्ड में जहां अधिकारी दावा कर रहे हैं कि ऑटो टिपर पहुंच रहे हैं, लेकिन कचरे का संग्रहण तय समय पर नहीं होने के कारण शहर की कई कालोनियों में जगह-जगह कचरे के अंबार लगे हुए हैं.
ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा शहर के सरस डेयरी, सांगानेरी गेट, शास्त्री नगर कॉलोनी और नगर परिषद क्षेत्र के आस-पास कचरे के संग्रहण केंद्र का जायजा लिया, जहां दोपहर तक कचरे का संग्रहण नहीं किया जाता है. वहीं, बाहरी कॉलोनियों में तो कचरा संग्रहण करने वाले ऑटो टिपर भी नहीं पहुंच रहे हैं, जिससे समय पर कचरा नहीं उठाने के कारण आस-पास दुर्गंध आ रही है.
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कचरा सग्रहण को लेकर ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा नगर परिषद के अधिशासी अभियंता सूर्य प्रकाश संचेती के पास पहुंची. उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि भीलवाड़ा नगर परिषद क्षेत्र में पहले 55 वार्ड थे, जहां हाल ही में परिसीमन होने के बाद क्षेत्र मे 70 वार्ड हो गए हैं. पहले 55 वार्ड पर कुल 55 ऑटो टीपर थे, जो प्रत्येक वार्ड में घूमते थे. लेकिन, वर्तमान में परिसीमन होने के कारण ऑटो टिपर की संख्या में कमी आ गई है. फिर भी हम प्रतिदिन डोर टू डोर कलेक्शन कर रहे हैं. जल्द ही हमने बोर्ड बैठक में एक प्रस्ताव लेकर आएंगे. जहां 15 ऑटो टिपर की कमी है और मंगवाकर प्रत्येक वार्ड के लिए एक ऑटो टिपर आरक्षित कर दिया जाएगा, जिससे वहां तय समय पर कचरे का संग्रहण कर सकें. हमारा उद्देश्य इस शहर को स्वच्छ बनाना है.