ETV Bharat / city

water scarcity in Bhilwara: भीलवाड़ा शहर में पेयजल संकट, प्रशासन करेगा वैकल्पिक व्यवस्था

भीलवाड़ा जिले में बढ़ती पेयजल किल्लत के बीच प्रशासन (increasing water scarcity in Bhilwara) अब वैकल्पिक व्यवस्था करेगा. इसके तहत ऐसे क्षेत्र जहां पेयजल किल्लत ज्यादा है, वहां पर प्रशासन पानी के टैंकर के जरिए पेयजल आपूर्ति की जाएगी.

Rajasthan latest news
ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रही है पानी कि किल्लत
author img

By

Published : Apr 20, 2022, 6:05 PM IST

भीलवाड़ा. जिले के कई इलाको में पेयजल संकट गहराता जा रहा है. भीलवाड़ा कलेक्टर आशीष मोदी ने बढ़ती पानी की समस्याओं से निपटने के लिए (collector discussed arrangements for water supply) वैकल्पिक व्यवस्थाएं करवाने की बात कही है.

कलेक्टर आशीष मोदी ने कहा कि शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित (collector discussed arrangements for water supply) करने के लिए नियमित रूप से बैठक की जा रही है. साथ ही उनका रिव्यू भी किया जा रहा है. भीलवाड़ा शहरी क्षेत्र में वर्तमान में 48 घंटे के अंतराल पानी की सप्लाई की जा रही है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 48 से 72 घंटों के अंतराल में पेयजल सप्लाई किया जा रहा है, (water scarcity in Bhilwara) फिर भी कुछ एरियों में जहां पानी की किल्लत है, उस किल्लत को दूर करने के लिए तत्कालीक फंड आंवटन किया गया है. जरूरत पड़ेगी तो पानी के टैंकर चलाने के लिए टेंडर किए जाएंगे.

ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रही है पानी कि किल्लत

पढ़ें:Water Crisis in Bikaner : बीकानेर में नहरबंदी शुरू, एक महीने बाद से होगी पानी की किल्लत...

कलेक्टर आशीष मोदी ने कहा कि शहर में भूमिगत जलस्तर बढ़ाने के लिए मनरेगा के तहत जिले में मौजूद पुरानी बावड़ी और कुओं की स्थिति सुधारी जा रही है. साथ ही अधिक से अधिक छोटे-छोटे तालाब भी बनाए जा रहे हैं. जिससे आने वाली वर्षा ऋतु में भीलवाड़ा जिले का जलस्तर बढ़ सके. उन्होंने कहा कि जिले के तमाम सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए गए है कि जो भी सरकारी कार्यालय है, उनमें वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम मजबूत किया जाए. जिससे आने वाली वर्षा ऋतु में पानी व्यर्थ नहीं बहे और जल स्तर बढ़ सके.

भीलवाड़ा. जिले के कई इलाको में पेयजल संकट गहराता जा रहा है. भीलवाड़ा कलेक्टर आशीष मोदी ने बढ़ती पानी की समस्याओं से निपटने के लिए (collector discussed arrangements for water supply) वैकल्पिक व्यवस्थाएं करवाने की बात कही है.

कलेक्टर आशीष मोदी ने कहा कि शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित (collector discussed arrangements for water supply) करने के लिए नियमित रूप से बैठक की जा रही है. साथ ही उनका रिव्यू भी किया जा रहा है. भीलवाड़ा शहरी क्षेत्र में वर्तमान में 48 घंटे के अंतराल पानी की सप्लाई की जा रही है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 48 से 72 घंटों के अंतराल में पेयजल सप्लाई किया जा रहा है, (water scarcity in Bhilwara) फिर भी कुछ एरियों में जहां पानी की किल्लत है, उस किल्लत को दूर करने के लिए तत्कालीक फंड आंवटन किया गया है. जरूरत पड़ेगी तो पानी के टैंकर चलाने के लिए टेंडर किए जाएंगे.

ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रही है पानी कि किल्लत

पढ़ें:Water Crisis in Bikaner : बीकानेर में नहरबंदी शुरू, एक महीने बाद से होगी पानी की किल्लत...

कलेक्टर आशीष मोदी ने कहा कि शहर में भूमिगत जलस्तर बढ़ाने के लिए मनरेगा के तहत जिले में मौजूद पुरानी बावड़ी और कुओं की स्थिति सुधारी जा रही है. साथ ही अधिक से अधिक छोटे-छोटे तालाब भी बनाए जा रहे हैं. जिससे आने वाली वर्षा ऋतु में भीलवाड़ा जिले का जलस्तर बढ़ सके. उन्होंने कहा कि जिले के तमाम सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए गए है कि जो भी सरकारी कार्यालय है, उनमें वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम मजबूत किया जाए. जिससे आने वाली वर्षा ऋतु में पानी व्यर्थ नहीं बहे और जल स्तर बढ़ सके.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.