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जिस कांग्रेस का सिद्धांत शराब पियो-पिलाओ है, वह कैसे शराब बंद कर सकती है- कालू लाल गुर्जर

भाजपा नेता और पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर ने कांग्रेस सरकार की शराब नीति की आलोचना की है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जिस कांग्रेस का सिद्धांत शराब पियो-पिलाओ है, वह शराबबंदी कैसे कर सकती है. उन्होंने कहा कि 1977 में जनता पार्टी के राज में भैरों सिंह शेखावत ने शराबबंदी की थी.

भाजपा नेता और पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर
भाजपा नेता और पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर
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Published : Sep 8, 2021, 8:32 PM IST

Updated : Sep 8, 2021, 10:44 PM IST

भीलवाड़ा. भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर ने राजस्थान सरकार की शराब नीति की आलोचना की है. गुर्जर ने तीखा आरोप लगाते हुए कहा कि जिस कांग्रेस का सिद्धांत शराब पियो-पिलाओ है, वह कैसे शराबबंदी कर सकती है.

कालूलाल गुर्जर ने कहा कि 1977 में जब जनता पार्टी का राज था तब भैरों सिंह शेखावत ने शराबबंदी की थी. लेकिन कांग्रेस की सरकार आई और प्रदेश में वापस शराब चालू कर दी गई. उन्होंने कहा कि शराबबंदी को लेकर पूजा छाबड़ा जगह-जगह प्रदेश में धरना, प्रदर्शन और आंदोलन कर लोगों को मोटिवेट कर रही हैं.

शराबबंदी पर बोले पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर

पढ़ें- मेघवाल-कटारिया विवाद का पटाक्षेप: अरुण सिंह की दखल के बाद बदले मेघवाल के सुर, कहा-नहीं लाऊंगा निंदा प्रस्ताव

कालूलाल गुर्जर ने कहा कि जहां तक पूरे देश का सवाल है तो देश में शराबबंदी नहीं हो सकती है. क्योंकि कई प्रांतों में शराब का आम प्रचलन है. मिलिट्री में भी ठंड वाले स्थान पर शराब जरूरी है. पूरे देश में शराबबंदी नहीं हो सकती. लेकिन शराब दुखांतिकाओं पर रोक लगे, अवैध शराब बिल्कुल नहीं बिके, इसके लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिएं.

गुर्जर ने कहा कि शराबबंदी के बजाय प्रदेश में रहने वाली जनता शराब न अपनाएं, इसके लिए जनजागृति अभियान चलाने की जरूरता है. लोग धीरे-धीरे मोटिवेट होकर शराब छोड़ देंगे. जब राजस्थान में शराबबंदी हुई थी तब कांग्रेस की सरकार ने ही वापस शराब चालू की थी. अगर नहीं करती तो गुजरात की तरह राजस्थान में भी शराबबंदी रहती.

भीलवाड़ा. भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर ने राजस्थान सरकार की शराब नीति की आलोचना की है. गुर्जर ने तीखा आरोप लगाते हुए कहा कि जिस कांग्रेस का सिद्धांत शराब पियो-पिलाओ है, वह कैसे शराबबंदी कर सकती है.

कालूलाल गुर्जर ने कहा कि 1977 में जब जनता पार्टी का राज था तब भैरों सिंह शेखावत ने शराबबंदी की थी. लेकिन कांग्रेस की सरकार आई और प्रदेश में वापस शराब चालू कर दी गई. उन्होंने कहा कि शराबबंदी को लेकर पूजा छाबड़ा जगह-जगह प्रदेश में धरना, प्रदर्शन और आंदोलन कर लोगों को मोटिवेट कर रही हैं.

शराबबंदी पर बोले पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर

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कालूलाल गुर्जर ने कहा कि जहां तक पूरे देश का सवाल है तो देश में शराबबंदी नहीं हो सकती है. क्योंकि कई प्रांतों में शराब का आम प्रचलन है. मिलिट्री में भी ठंड वाले स्थान पर शराब जरूरी है. पूरे देश में शराबबंदी नहीं हो सकती. लेकिन शराब दुखांतिकाओं पर रोक लगे, अवैध शराब बिल्कुल नहीं बिके, इसके लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिएं.

गुर्जर ने कहा कि शराबबंदी के बजाय प्रदेश में रहने वाली जनता शराब न अपनाएं, इसके लिए जनजागृति अभियान चलाने की जरूरता है. लोग धीरे-धीरे मोटिवेट होकर शराब छोड़ देंगे. जब राजस्थान में शराबबंदी हुई थी तब कांग्रेस की सरकार ने ही वापस शराब चालू की थी. अगर नहीं करती तो गुजरात की तरह राजस्थान में भी शराबबंदी रहती.

Last Updated : Sep 8, 2021, 10:44 PM IST
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