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भीलवाड़ा में महिलाओं ने गोवर्धन पूजा कर की सुख-समृद्धि की कामनाएं - दीपावली गोवर्धन पूजा भीलवाड़ा

दीपावली के दूसरे दिन सोमवार को घर में सुख-शांति समृद्धि की कामना को लेकर महिलाएं मंगल गीत गाते हुए गोवर्धन पूजा कर रही है. गोवर्धन पूजा को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह नजर आया है. वहीं महिलाओं ने परंपरा के अनुसार पूजन कर सुख-समृद्धि व खुशहाली की कामनाएं की.

Deepawali Govardhan Pooja Bhilwara, दीपावली गोवर्धन पूजा भीलवाड़ा
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Published : Oct 28, 2019, 10:10 AM IST

भीलवाड़ा. दीपावली के दूसरे दिन यानी सोमवार को जिले में बड़े हर्षोल्लास के साथ महिलाओं द्वारा गोवर्धन पूजा की जा रही है. जहां शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में महिलाएं सज धज कर प्रत्येक घर के बाहर गाय के गोबर से गोर्वधन की स्थापना करती है. वहां फिर महिलाएं मंगल गीत गाते हुए गोवर्धन पर दीपक लगाकर उनकी पूजा कर रही है. यह त्यौहार जिले में बड़े धूमधाम व आनंद के साथ मनाया जा रहा है. गोवर्धन की पूजा के बाद जिले में शाम को किसान अपने बैलों की भी पूजा करेंगे.

भीलवाड़ा में महिलाओं ने गोवर्धन पूजा कर की सुख-समृद्धि की कामनाएं

गोवर्धन पूजा कर रही महिला मधु देवी शर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि महिलाएं परिवार में सुख शांति समृद्धि के लिए दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन की पूजा करती हैं. इसे लेकर जहां वे मकान के बाहर गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत का निर्माण करते हैं और उन पर मिट्टी का दीपक जलाकर उनकी विधि विधान से पूजा करती हैं. जिससे घर परिवार में सुख शांति समृद्धि रहे.

पढ़ें- गोवर्धन पूजन के लिए जानें क्या है शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

यह पूजा इसलिए करते हैं कि एक समय भगवान इंद्र देव का कोप भाजन हुआ था. उस समय मूसलाधार बारिश हुई थी. मूसलाधार बारिश की वजह से भगवान श्री कृष्ण ने एक अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठा लिया था और लोगों को बारिश से निजात दिलाई थी. उसी समय से फिर गोवर्धन की पूजा शुरु हुई. इसी कड़ी में दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन की पूजा की जाती है. इसके बाद यह क्रम आज तक लगातार बदस्तूर जारी है.

भीलवाड़ा. दीपावली के दूसरे दिन यानी सोमवार को जिले में बड़े हर्षोल्लास के साथ महिलाओं द्वारा गोवर्धन पूजा की जा रही है. जहां शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में महिलाएं सज धज कर प्रत्येक घर के बाहर गाय के गोबर से गोर्वधन की स्थापना करती है. वहां फिर महिलाएं मंगल गीत गाते हुए गोवर्धन पर दीपक लगाकर उनकी पूजा कर रही है. यह त्यौहार जिले में बड़े धूमधाम व आनंद के साथ मनाया जा रहा है. गोवर्धन की पूजा के बाद जिले में शाम को किसान अपने बैलों की भी पूजा करेंगे.

भीलवाड़ा में महिलाओं ने गोवर्धन पूजा कर की सुख-समृद्धि की कामनाएं

गोवर्धन पूजा कर रही महिला मधु देवी शर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि महिलाएं परिवार में सुख शांति समृद्धि के लिए दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन की पूजा करती हैं. इसे लेकर जहां वे मकान के बाहर गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत का निर्माण करते हैं और उन पर मिट्टी का दीपक जलाकर उनकी विधि विधान से पूजा करती हैं. जिससे घर परिवार में सुख शांति समृद्धि रहे.

पढ़ें- गोवर्धन पूजन के लिए जानें क्या है शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

यह पूजा इसलिए करते हैं कि एक समय भगवान इंद्र देव का कोप भाजन हुआ था. उस समय मूसलाधार बारिश हुई थी. मूसलाधार बारिश की वजह से भगवान श्री कृष्ण ने एक अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठा लिया था और लोगों को बारिश से निजात दिलाई थी. उसी समय से फिर गोवर्धन की पूजा शुरु हुई. इसी कड़ी में दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन की पूजा की जाती है. इसके बाद यह क्रम आज तक लगातार बदस्तूर जारी है.

Intro:भीलवाड़ा- भीलवाड़ा शहर सहित जिले में दीपावली के दूसरे दिन घर में सुख शांति समृद्धि के लिए महिलाएं मंगल गीत गाते हुए गोवर्धन की पूजा कर रही है । जहां जिले में प्रत्येक परिवार की महिलाएं गोवर्धन की पूजा कर परिवार में सुख शांति समृद्धि की कामना कर रही है।


Body:दीपावली के दूसरे दिन जिले में बड़े हर्षोल्लास उल्लास से गोवर्धन का त्योहार मनाया जा रहा है । जहां भीलवाड़ा शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में महिलाएं सज धज कर रंगीन परिधान पहनकर प्रत्येक घर के बाहर गाय के गोबर से गोर्वधन की स्थापना करती है। वहां फिर महिलाएं मंगल गीत गाते हुए गोवर्धन पर दीपक लगाकर उनकी पूजा कर रही है । यह त्यौहार जिले में बड़े धूमधाम व आनंद के साथ मनाया जा रहा है । गोवर्धन की पूजा के बाद जिले में शाम को किसान अपने बैलों की भी पूजा करेंगे।

गोवर्धन पूजा कर रही महिला मधु देवी शर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि हम परिवार में सुख शांति समृद्धि के लिए दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन की पूजा करते हैं। जहां हमारे मकान के बाहर गाय के गोबर से गोवर्धन का निर्माण करते हैं और उन पर मिट्टी का दीपक जलाकर उनकी विधि विधान से पूजा की जाती है । जिससे घर परिवार में सुख शांति समृद्धि रहे। यह पूजा इसलिए करते हैं कि एक समय भगवान इंद्र देव का कोप भाजन हुआ था। उस समय मूसलाधार बारिश हुई। मूसलाधार बारिश की वजह से भगवान श्री कृष्ण ने एक अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठाया था और लोगों को बारिश से निजात दिलाई थी । उसी समय से फिर गोवर्धन की पूजा शुरु हुई । इसी कड़ी में दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन की पूजा की जाती है। हमने भी आज गोवर्धन की पूजा की।

जिले में शांतिपूर्ण त्यौहार मनाया जा रहा है।

सोमदत्त त्रिपाठी ईटीवी भारत भीलवाड़ा

बाईट- मधु शर्मा
गोवर्धन पूजा करती हुई महिला


Conclusion:
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