भीलवाड़ा. जिले के एक युवक को ऑनलाइन गेमिंग का ऐसा जुनून चढ़ा कि इसके चलते वह कर्ज में डूब गया. जब कर्ज ज्यादा हो गया और चुकाने का कोई रास्ता नहीं मिला, तो उसने खुद के साथ चाकू की नोक पर दिनदहाड़े लूट की वारदात की फर्जी कहानी रच डाली. दरअसल जिला अस्पताल परिसर में मंगलवार को दिनदहाड़े सेल्समैन के साथ चाकू की नोक पर हुई 80 हजार रुपए की लूट पुलिस जांच में फर्जी निकली. लूट की यह कहानी खुद सेल्समैन ने कर्ज उतारने से बचने के लिए रची थी.
पुलिस उप अधीक्षक नरेंद्र दायमा ने कहा कि मंगलवार को विवेकानंद नगर निवासी मानवेंद्र सिंह ने शिकायत दी कि वह आईटीसी फर्म में सेल्समेन है. उसने मिलन टाकिज रोड से 62 हजार 660 रुपए का कलेक्शन किया. उसके पास 20 हजार रुपए पहले से थे. सेल्समेन ने लगभग 80 हजार 660 रुपए अपने पास बैग में रखे. वह बाइक से रवाना होकर जिला अस्पताल परिसर स्थित आवासीय कॉलोनी पहुंचा. इस दौरान उसे स्कूटी से आए तीन युवकों ने रोका और बैग छीनने का प्रयास किया.
इस पर सेल्समेन ने बैग को कस कर पकड़ लिया. बदमाशों ने चाकू निकालकर सेल्समेन को धमकाया. डर के मारे उसने बैग छोड़ दिया. इसके बाद तीनों बदमाश नकदी रखा यह बैग छीनकर भाग निकले. पुलिस ने सेल्समेन की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर जांच की. इस पर पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू के निर्देश पर एक स्पेशल टीम का गठन किया गया जिसमें थाना प्रभारी मूलचंद वर्मा, एएसआई अनवर हुसैन, आशीष मिश्रा, ताराचंद, सुनील कुमार, सज्जन सिंह, बीरबल, ओमप्रकाश, राजेश, मणिराम, सुनील व उमेश को शामिल किया गया.
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टीम ने जांच करते हुए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. कॉल डिटेल का अवलोकन किया, लेकिन ऐसा कोई क्लू नहीं मिला, जिससे कि सेल्समेन के द्वारा बताई गई घटना की पुष्टि हो सके. ऐसे में पुलिस ने वारदात को संदिग्ध मानते हुये सेल्समैन से पूछताछ की, तो उसने यह स्वीकार कर लिया कि उसके साथ लूट नहीं हुई. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि वह पिछले कई महीने से ऑनलाइन गेम्स खेल रहा था, जिसमें वह रुपए हार गया था. इसके चलते उस पर कर्ज चढ़ गया था. इसी कर्जे को उतारने के लिए उसने यह झूठी कहानी रची (Police busted fake loot story in Bhilwara) डाली.