भीलवाड़ा. देश में सबसे पहले कोरोना को लेकर हॉटस्पॉट बने भीलवाड़ा जिले में भी दिनों दिन संख्या बढ़ती जा रही है. शनिवार को कोरोना के 25 पॉजिटिव मरीज मिलने के साथ ही यहां का आंकड़ा 664 पर पहुंच चुका है. भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजन नंदा ने कहा कि अगर लोग गाइडलाइन की पालना नहीं करेंगे तो भीलवाड़ा मुश्किल की तरफ चला जाएगा.
जहां भीलवाड़ा की राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजन नंदा ने कहा कि भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज लैब से आई रिपोर्ट में 25 कोरोना संक्रमित मिले है. जिसमें भीलवाड़ा शहर के 10, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के 9 कर्मचारी और कुछ भीलवाड़ा के ग्रामीण क्षेत्र के हैं. वहीं यह संख्या दिनों दिन बढ़ रही है.
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प्रिंसिपल ने कहा कि मेरी शहर वासियों से हाथ जोड़कर विनती है कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जारी कोरोना गाइडलाइन की पालना करें. अगर गाइडलाइन की पालना नहीं करेंगे तो भीलवाड़ा मुश्किल दौर की तरफ बढ़ जाएगा. साथ ही रक्षाबंधन पर कुछ पेशेंट को डिस्चार्ज करने के सवाल पर कहा कि सरकार ने एसिंप्टोमेटिक पेशेंट को घर पर रहने को कहा है. उसी के तहत अगर एसिंप्टोमेटिक पेशेंट घर पर रहना चाहता है तो उनकी एक्स-रे, ईसीजी और ब्लड टेस्ट करने के बाद उनको होम क्वॉरेंटाइन के लिए घर भेज दिया जाएगा.
अब देखना यह होगा कि आखिर जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग की अथक मेहनत के कारण भीलवाड़ा एक समय देश में रोल मॉडल बना था. तो अब क्या लोग इनकी गाइडलाइन की पालना करते हैं, जिससे कोरोना की चेन पर ब्रेक लग सके.