भीलवाड़ा. जिले की सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा से बागी होकर निर्दलीय नामांकन दाखिल करने वाले लादूलाल पितलिया ने शुक्रवार को अपना उप जिला निर्वाचन अधिकारी से नामांकन वापस ले लिया. नामांकन वापस लेने के बाद सहाड़ा क्षेत्र में सियासत गरमा गई. भाजपा और कांग्रेस के पदाधिकारी आपस में सफाई दे रहे हैं, जहां लादूलाल पितलिया का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें लादू लाल पितलिया कह रहे हैं कि उन्होंने सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में सेवा करने के लिए विधानसभा क्षेत्र में नामांकन दाखिल किया था, लेकिन उनके परिवार पर कुछ दबाव हुआ था, इसलिए नामांकन वापस लिया है. वीडियो में वे कह रहे हैं, मैं हमेशा सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में सेवा का काम करता रहूंगा. साथ ही गौ माता की सेवा भी करता रहूंगा. साथ ही, जन सेवक बनकर विधानसभा क्षेत्र में हमेशा काम करता रहूंगा. हालांकि, ईटीवी भारत वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
लादूलाल पितलिया वर्ष 2018 में भी विधानसभा चुनाव में भाजपा की तरफ से दावेदारी जताई थी. उस समय उनको प्रत्याशी नहीं बनाकर रूपलाल जाट को प्रत्याशी बनाया था, जहां लादूलाल पितलिया निर्दलीय चुनाव मैदान में रहे और 30573 प्राप्त किए थे. उस समय कांग्रेस की ओर से स्वर्गीय विधायक कैलाश त्रिवेदी ओर भाजपा की ओर से रूप लाल जाट मैदान में थे. जहां भाजपा प्रत्याशी रूपलाल जाट 7000 मतों से पराजित हुए थे और कांग्रेस के स्वर्गीय विधायक कैलाश त्रिवेदी विजय हुए थे. 2 माह पूर्व वर्ष 2018 में निर्दलीय चुनाव लड़े लादूलाल पितलिया ने वापिस प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की अगुवाई में भाजपा का दामन थामा था. लेकिन, भाजपा ने उनको प्रत्याशी ना बनाकर डॉ. रतन लाल जाट को प्रत्याशी बना दिया था. जहां नामांकन दाखिल के अंतिम दिन 30 मार्च को लादू लाल पिपलिया ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया था.
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बताया जा रहा है कि लादू लाल पितलिया का कर्नाटक में व्यापार है और वहां भाजपा की सरकार है. जहां वहां के भाजपा के विधायक व मंत्रियों ने पितलिया के परिवारजनों पर दबाव बनाया. उन्हीं के कारण के चलते लादू लाल पितलिया ने शुक्रवार उप जिला निर्वाचन अधिकारी विकास पंचोली से नामांकन वापस लिया.