भीलवाड़ा. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश में अवैध खनन पर रोक लगाने वाले जिलों में भीलवाड़ा पहले स्थान पर है. जिले में सबसे ज्यादा FIR अवैध खनन करने वालों के खिलाफ दर्ज की गई हैं. सबसे ज्यादा जुर्माना भी खनन माफिया से भीलवाड़ा में ही वसूला गया है. भीलवाड़ा में अवैध खनन एक बड़ी समस्या है, जिसको लेकर प्रशासन सख्त कदम उठा रहा है.
3.5 करोड़ की वसूली
खनिज विभाग के अभियंता आसिफ मोहम्मद अंसारी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद जिले में 2500 से अधिक केस अवैध खनन के दर्ज किए है. वहीं, 2020-21 वित्तीय वर्ष की बात की जाए तो अब तक 400 प्रकरण दर्ज किए हैं और 3.5 करोड़ रुपए की वसूली की गई है. जो राजस्थान में सबसे ज्यादा है. कोरोना के चलते पिछले 3, 4 महीनों से विभाग की कार्रवाई बंद थी.
बजरी के परिवहन पर रोक के लिए बनाई 4 चेक पोस्ट
खनिज अभियंता ने बताया कि राजस्व वसूली और FIR दर्ज करने के मामले में भी भीलवाड़ा अव्वल है. अवैध बजरी खनन की बात करें तो अब तक 81 FIR दर्ज की गई हैं. साथ ही अवैध बजरी खनन पर रोक लगाने के लिए भी प्रशासन की तरफ से लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. जिले से गुजरने वाली बनास, खारी, मानसी व कोठारी नदी में बजरी के परिवहन को रोकने के लिए जिले की सरहद पर चार चेक पोस्ट बनाई गई हैं. वहीं, दूसरे रास्तों पर भी रैंडम चेकिंग की जाती है.