भीलवाड़ा. हाल ही में नया कृषि बिल पास होने के बाद से देश भर में राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया. विपक्षी दल और संगठनों ने कृषि कानूनों में बदलाव को गलत और किसानों के लिए नुकसानदायक बताते हुए सड़कों पर भी जमकर हंगामा किया. अभी भी इसे लेकर बवाल थमा नहीं है. वहीं, ईटीवी भारत ने जब भीलवाड़ा जिले के किसानों से बात की तो विधेयक पास होने पर उन्होंने खुशी जताई है.
किसानों ने कहा कि यह नया कृषि कानून किसानों की आमदनी बढ़ाएगा. साथी ही कहा कि जो पार्टी किसानों की सुनेगी, वहीं देश में राज करेगी. वहीं, एक किसान ने कहा कि मैं विपक्ष को जवाब देना चाहता हूं कि सभी पार्टियां इस नए कानूनों का समर्थन करें जिससे किसानों का भला हो सके.
हाल ही में देश में नया कृषि विधेयक बिल पास हुआ है जिसे लेकर कई जगहोंं पर विपक्षी पार्टियां विरोध कर रहीं हैं, लेकिन कई जगह किसान इस बिल को अपने हित में देख रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम जब भीलवाड़ा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंची तो किसानों ने कहा कि नए कानूनों से हमें लाभ होगा. खेत में फसल काट रहे किसानों से ईटीवी भारत से बात की तो उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों में हुए बदलाव से से हमारी उपज बढे़गी और आमदनी भी बढ़ेगी.
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किसान रामेश्वर लाल ने कहा कि यह बहुत बढ़िया विधेयक है, इससे हम अपना अनाज कहीं भी बेच सकेंगे. इससे अधिक फायदा होगा. अभी तक किसानों की बिल्कुल सुनवाई नहीं हो पा रही थी, अब हम अपनी उपज को अच्छे दाम पर कहीं भी बेच सकते हैं. पहले कोरोना के कारण हम परेशान थे, कहीं रोजगार नहीं मिल रहा था लेकिन अब यह बिल पास होने के बाद जिससे फसल के बढ़िया दाम मिलेंगे.
अपनी उपज का दाना-दाना बिन कर साफ कर रहे किसान रामधन ने कहा कि पहले हमारी उड़द की फसल कीटों के प्रकोप के कारण खराब हो गई थी. अब नया कृषि कानून बनने के बाद से उम्मीद जगी है कि अब हमें मेहनत का अधिक लाभ मिलेगा.
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खेत में ही काम कर रहे किसान कैलाश ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि मैंने मूंग, उड़द की फसल बोई थी. फसल करीब-करीब नष्ट हो गई है. थोड़ी बहुत जो उपज बची है उसे बेचकर ही घर चलाएंगे. ऐसी पार्टी जो हमारा दर्द समझेगी और हमारी स्थिति सुधारने के लिए सोचेगी वहीं सत्ता में रहेगी.
किसान मनफूल ने कहा कि मैंने 50 बीघा उड़द की फसल बोई है. कीटों के प्रकोप के कारण काफी फसल समाप्त हो गई है. 50 किलोग्राम प्रति बीघा के हिसाब से ही इस बार उपज हुई है. नया कृषि विधेयक पास होने से किसानों को अपनी उपज का लाभ मिलेगा. विपक्षी पार्टियों के विरोध के सवाल पर कहा कि आजकल विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए छोटी-छोटी बात पर विरोध करते हैं. इस कानून से हमारी उपज को ज्यादा दाम मिलेंगे. हम कहीं भी अनाज बेच सकेंगे. वहीं अनाज को स्टॉक करके भी रख सकते हैं. साथ ही उपज नहीं होने से पहले भी हम फसल का भाव तय कर सकते हैं.
किसान के बेटे महावीर ने कहा कि हम पढ़ाई के साथ समय निकालकर पिता के साथ खेत में हाथ बंटा रहे हैं, जिससे हमारी फसल की उपज हो सके. हम इसको बेच कर हमारा परिवार का घर खर्च चला सके. प्रधानमंत्री ने किसानों के हित के लिए य`ह नया कानून लाया है जिसका निश्चित रूप से फायदा मिलेगा.